पीएमएसएमए के तहत 321 गर्भवती की जांच, 41 हाई रिस्क
जागरण संवाददाता, पानीपत : प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) के तहत बुधवार को सिविल अस्पताल सहित नौ केंद्रों में गर्भवती महिलाओं की जांच हुई। इनमें से 41 हाई रिस्क मिली और 66 को निजी केंद्रों में अल्ट्रासाउंड के लिए भेजा गया। सिविल अस्पताल में करीब छह महीने से मशीन खराब होने के कारण अल्ट्रासाउंड नहीं हो रहे।
जागरण संवाददाता, पानीपत : प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) के तहत बुधवार को सिविल अस्पताल सहित नौ केंद्रों में गर्भवती महिलाओं की जांच हुई। इनमें से 41 हाई रिस्क मिली और 66 को निजी केंद्रों में अल्ट्रासाउंड के लिए भेजा गया। सिविल अस्पताल में करीब छह महीने से मशीन खराब होने के कारण अल्ट्रासाउंड नहीं हो रहे।
पीएमएसएमए के जिला नोडल अधिकारी एवं डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. नवीन सुनेजा ने बताया कि दस केंद्रों में विशेष जांच शिविर लगना था। महिला डॉक्टर की कमी के कारण अचानक एक जगह शिविर रद करना पड़ा। नौ केंद्रों में गर्भवती महिलाओं की जांच हुई। इन केंद्रों में महिलाओं का वजन, ब्लड प्रेशर, हीमोग्लोबिन, शुगर, एचआइवी आदि जाचें हुई। सुरक्षित प्रसव के लिए भारी काम से बचने, हल्का व्यायाम करने, पौष्टिक भोजन लेने, शुद्ध वातावरण में टहलने की सीख दी गई।
सिविल अस्पताल में डॉ. लिपिका, समालखा में डॉ. सुखदीप, बापौली में डॉ. रीमा, अहर में डॉ. त्रिशला, ददलाना में डॉ. रचना ने महिलाओं की जांच की।
सीएम साहब के आश्वासन भी खोखले
मुख्यमंत्री मनोहर लाल नवंबर 2018 में सिविल अस्पताल की नई बिल्डिंग का उद्घाटन करने आए थे। अल्ट्रासाउंड मशीन कंडम होने की समस्या डॉक्टरों ने उनके समक्ष रखी थी। मुख्यमंत्री ने एक सप्ताह में मशीन की मरम्मत कराने या नई उपलब्ध कराने का आश्वासन डॉक्टरों और जिलावासियों को दिया था। आश्वासन के करीब 70 दिन बाद भी अस्पताल को मशीन नहीं मिली है।