पुनर्वास केंद्र में 24 किशोरों को ढ़ाई बजे तक नहीं मिला लंच
जागरण संवाददाता पानीपत जिला प्रशासन और श्रम विभाग द्वारा संचालित शिव नगर स्थित बाल श्रमिक पुन
जागरण संवाददाता, पानीपत : जिला प्रशासन और श्रम विभाग द्वारा संचालित, शिव नगर स्थित बाल श्रमिक पुनर्वास केंद्र में रह रहे 24 किशोरों की सुध नहीं लेने का मामला सामने आया है। ढ़ाई बजे तक बच्चों को लंच नहीं मिला था। बच्चे मास्क नहीं पहने थे। बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) ने मंगलवार को केंद्र के वार्डन, हेल्पर कुक से लिखित में स्पष्टीकरण लिया हैे।
समिति की सदस्य सरोज कुमारी ने बताया कि 28 अगस्त को अपराह्न करीब ढाई बजे बाल श्रमिक पुनर्वास केंद्र का औचक निरीक्षण किया था। केंद्र में रह रहा एक भी किशोर मास्क नहीं पहने था। शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर रहे थे। डाइट चार्ट के बाद रसोई में देखा तो पता चला की दोपहर का भोजन बना ही नहीं है। वहां मौजूद वार्डन व कुक से बात की तो बताया कि दोपहर के भोजन तैयार करने की जिम्मेदारी महिला हेल्पर कुक की है। वह बिना बताए अवकाश पर है। सुबह बच्चों ने नाश्ते में आलू के परांठे खाए थे, अधिक भूख नहीं होने के कारण भोजन नहीं बनाया। रसोई घर, शौचालय कक्षों में साफ-सफाई पर्याप्त नहीं थी। वार्डन सहित अन्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।
सरोज कुमारी के मुताबिक हेल्पर कुक ने गलती स्वीकार करते हुए जबाव दिया है। वार्डन सोमदत्त ने भोजन तैयार करने का शेड्यूल दिया है।भविष्य में ऐसी गलतियां मिली तो श्रम विभाग को लिख दिया जाएगा, ताकि इन्हें हटाया जा सके।
वीडियो क्लिप बनाती है महिला वर्कर
सीडब्ल्यूसी सदस्यों ने बच्चों से बातचीत की तो पता चला कि एक महिला कर्मचारी मनोरंजक वीडियो क्लिप बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर करती रहती है। किशोरों ने वार्डन से भी महिला वर्कर की शिकायत की थी, रोक नहीं लगी।
मई में आए थे किशोर-स्टाफ कोरोना पॉजिटिव
बाल श्रमिक पुनर्वास केंद्र के किशोरों का मास्क नहीं पहनना, शारीरिक दूरी का पालन नहीं करना कोरोना संक्रमण को न्योता देने के समान है। बता दें कि मई में केंद्र के चार किशोर, कंप्यूटर शिक्षिका, चार बच्चे, एक वार्डन और महिला सफाई कर्मी की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली थी।