Move to Jagran APP

पुलिस अधिकारी भी कबूतरबाजों के शिकार, बेटे को जाना था कनाडा, थाइलैंड में बनाया बंधक Panipat News

पुलिस अधिकारी के बेटे को विदेश भेजने का झांसा देकर 19 लाख की ठगी हुई। कनाडा भेजने की जगह तीन माह वियतनाम व थाइलैंड में बंधक बनाकर रखा।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Fri, 20 Sep 2019 02:11 PM (IST)Updated: Fri, 20 Sep 2019 05:18 PM (IST)
पुलिस अधिकारी भी कबूतरबाजों के शिकार, बेटे को जाना था कनाडा, थाइलैंड में बनाया बंधक Panipat News
पुलिस अधिकारी भी कबूतरबाजों के शिकार, बेटे को जाना था कनाडा, थाइलैंड में बनाया बंधक Panipat News

पानीपत/कुरुक्षेत्र, जेएनएन। थाना सदर के अंतर्गत पुलिस लाइन में रह रहे पुलिस अधिकारी खुद ही कबूतरबाजों की ठगी का शिकार हो गया। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपित पिता-पुत्र सहित पांच लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी व अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। 

loksabha election banner

पुलिस विभाग में एसआइ बलजीत सिंह ने एसपी आस्था मोदी को दी शिकायत में बताया कि उसका छोटा बेटा पिछले तीन साल से न्यूजीलैंड में रह रहा है। उसका बड़ा बेटा अंकुर भी कनाडा जाना चाह रहा था। उसके घर पर करनाल के रायतखाना निवासी लाल सिंह दूध देने के लिए आता था। वह भी अपने बेटों को विदेश भेजना चाह रहा था। 

दिल्‍ली के एजेंट से हुई मुलाकात

जनवरी 2019 में उनकी मुलाकात गांव समानी निवासी पिता-पुत्र सुलतान व अनिल से हुई। उन दोनों ने कहा कि उनके पास दिल्ली के तीन एजेंट हैं, जो कई लोगों को विदेश भेज कर सेटल करा चुके हैं। उन्होंने कनाडा भेजने की एवज में 22 लाख रुपये मांगे। बलजीत सिंह ने बताया कि उनके साथ एएसआइ प्रगट सिंह भी था।

यहां बनाया बंधक

सुलतान व अनिल ने दिल्ली के रहने वाले एजेंट अमरजीत, अश्विनी, कुमार प्रिंस से मिलवाया। आरोपितों के कहने पर उन्होंने 19 लाख रुपये दे दिए। आरोपितों ने कुछ समय बाद उसके पुत्र को विदेश भेज दिया, लेकिन डेढ़ माह वियतनाम व डेढ़ माह थाइलैंड के होटल में रखा। बलजीत का आरोप है कि आरोपितों ने उसके पुत्र को बंधक बनाए रखा। अप्रैल 2019 वह उसका बेटा अंकुर वापस आया। 

अन्य युवकों को भी भेजा था अंकुर के साथ 

एसआइ बलजीत सिंह का कहना है कि आरोपितों ने उसके पुत्र अंकुर मलिक के साथ, गांव रतगल निवासी विक्रम, रायतखाना निवासी सचिन, करनाल निवासी आशीष, पंजाब के एएसआइ के पुत्र गुरविंद्र व नेपाल निवासी रोहित राजकुमार को भेजा था। 

नहीं वापस किए रुपये 

एसआइ बलजीत सिंह ने बताया कि पैसे वापस लेने के लिए उसने कई बार आरोपितों के कार्यालय के चक्कर काटे, लेकिन आरोपितों ने ना कर दिया। शिकायत पर एसपी ने मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा प्रभारी महेंद्र सिंह को सौंपी। आ‍र्थिक शाखा ने जांच में शिकायत को सही पाया। इसके बाद पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया। थाना सदर प्रभारी जगदीश चंद ने बताया कि पुलिस आरोपितों की तलाश में जुटी है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.