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कोरोना की दूसरी लहर दे गई जख्‍म, जींद सिविल अस्‍पताल में 60 दिनों में 160 की मौत

कोरोना की दूसरी लहर जींद के लोगों को जख्‍म दे गई। जींद के सिविल अस्पताल में कोरोना से 60 दिनों में 160 लोगों की मौत हुई है। 1255 लोग अस्‍पताल में भर्ती हुए थे। 961 रिकवर हुए और 56 लोगों का रेफर करना पड़ा।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Wed, 02 Jun 2021 04:27 PM (IST)Updated: Wed, 02 Jun 2021 04:27 PM (IST)
कोरोना की दूसरी लहर दे गई जख्‍म, जींद सिविल अस्‍पताल में 60 दिनों में 160 की मौत
जींद के नागरिक अस्पताल में इमरजेंसी के बाहर स्ट्रेचर पर ही इलाज करवाते लोगो का फ़ाइल फ़ोटो।

जींद, जेएनएन। कोरोना महामारी ने अप्रैल-मई में जिले में किस तरह मौत का तांडव मचाया, इसे जींद के सिविल अस्पताल में हुई मौतों के आंकड़े बयां कर रहे हैं। सिविल अस्पताल में पिछले 60 दिनों में 160 लोगों की कोरोना से मौत हुई। इस दौरान सिविल अस्पताल में 1255 मरीजों को दाखिल किया गया। इनमें से 961 लोग मौत के मुंह से वापस आए तो 56 मरीजों को बड़े अस्पतालों में रेफर किया गया।

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इसी साल अप्रैल महीने में कोरोना की दूसरी लहर ने दस्तक दी थी, जिसके बाद जींद के सिविल अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग के पिछले साल के कोविड वार्ड को फिर शुरू किया गया था। यह कोविड वार्ड बहुत जल्द कोरोना मरीजों से भर गया तो पुरानी बिल्डिंग में ही दूसरा कोविड वार्ड बनाया गया। महामारी का स्प्रेड इतना तेज था कि पुरानी बिल्डिंग के बाद सिविल अस्पताल की नई बिल्डिंग में भी कोविड वार्ड बनाना पड़ा।

अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड से लेकर नई और पुरानी बिल्डिंग के कोविड वार्ड महामारी के पीक के दौरान कोरोना मरीजों से पूरी तरह भर गए थे। कोरोना मरीज इमरजेंसी वार्ड के बाहर अपनी खाट और बिस्तर पर उपचार करवाते नजर आने लगे थे। सिविल अस्पताल के ठीक सामने राजकीय पीजी कालेज के गर्ल्ज काॅमन रूम को अस्थाई कोविड वार्ड बनाने की नौबत आ गई थी। हर रोज कोरोना के 300 और कई दिन तो 400 से भी ज्यादा मरीज मिल रहे थे। ऐसे में जींद के सिविल अस्पताल में कोरोना मरीज बड़ी संख्या में दाखिल होते रहे।

एक अप्रैल से 30 मई तक 155 की मौत

जींद के सिविल अस्पताल में एक अप्रैल से 30 मई तक कोरोना मरीजों के दाखिलों, मरीजों के रिकवर होने, कोरोना के दौरान मौत और गंभीर मरीजों को बड़े अस्पतालों में रेफर किए जाने के आंकड़े बहुत कुछ बयां कर रहे हैं। इन 60 दिनों में जींद के सिविल अस्पताल के तीनों कोविड वार्डो में 1255 कोरोना मरीजों को दाखिल किया गया। इन 1255 कोरोना मरीजों में से 961 कोरोना को मात देने में सफल रहे, जबकि 155 कोरोना मरीजों की मौत हो गई। 56 मरीजों की हालत में सुधार नहीं होने पर उन्हें पीजीआई या दूसरे बड़े अस्पतालों में रेफर करना पड़ा।

संक्रमितों में महिलाओं से ज्यादा पुरुषों की संख्या

जींद के सिविल अस्पताल में एक अप्रैल से 21 मई तक कोरोना को लेकर स्थिति काफी गंभीर रही। इस दौरान जींद के सिविल अस्पताल में कुल 1187 मरीज दाखिल किए गए। इनमें 755 पुरूष और 432 महिलाएं शामिल थी। इन 1187 मरीजों में से 867 को अस्पताल से छुट्टी दी गई। इनमें 558 पुरूष और 309 महिलाएं शामिल थी। 44 मरीजों को बड़े अस्पतालों में रेफर किया गया। इनमें 26 पुरूष और 18 महिला मरीज शामिल थी। एक अप्रैल से 21 मई तक जींद के सिविल अस्पताल में 127 लोगों की मौत हुई। इनमें 82 पुरूष और 42 महिला मरीज शामिल थी। 21 मई को जींद के सिविल अस्पताल में 149 कोरोना मरीज दाखिल थे। 27 मई को सिविल अस्पताल में दाखिल मरीजों की संया 83 थी।

अब हालात हो रहे सामान्य : डा. पालेराम कटारिया

कोविड-19 के नोडल आफिसर डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. पालेराम कटारिया के अनुसार जिले में कोरोना की दूसरी लहर के बाद अब हालात सामान्य होने लगे हैं। फिलहाल कोरोना को लेकर हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं। पाजिटिविटी रेट और डेथ रेट दोनों लगातार कम हो रहे हैं। इसके बावजूद कोरोना के प्रति किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। शारीरिक दूरी के नियम के पालन के साथ-साथ मास्क और सैनेटाइजर का इस्तेमाल अब भी पहले की तरह जरूरी है।


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