कुलदीप सुसाइड केस में जिप वाइस चेयरमैन की माता समेत 12 नामजद
25 अप्रैल को अंबाला के शहजादपुर माजरी में हुए कुलदीप सुसाइड कांड में नया मोड़ आ गया है। चार दिन बाद परिवार को घर से मृतक का सुसाइड नोट मिला। इसमें जिला परिषद के वाइस चेयरमैन की माता समेत 12 लोगों को मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
जागरण न्यूज नेटवर्क, पानीपत : 25 अप्रैल को अंबाला के शहजादपुर माजरी में हुए कुलदीप सुसाइड कांड में नया मोड़ आ गया है। चार दिन बाद परिवार को घर से मृतक का सुसाइड नोट मिला। इसमें जिला परिषद के वाइस चेयरमैन की माता समेत 12 लोगों को मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। पत्नी अनिता रानी द्वारा पेश सुसाइड नोट के आधार शहजादपुर पुलिस ने कार्रवाई की। आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा 306 के तहत दर्ज केस में शहजादपुर माजरा वासी सरोज बाला, शिव कुमार, कंवरपाल, बुर्ज वासी अजय राणा, शहजादपुर वासी संजीव दुआ, राजेश कुमार, संदीप गोयल, निर्मला देवी तंदवाल, रामपाल सैनी निवासी चट्टांन, सचिन, जोनी गोयल व दीपक मित्तल को आरोपी बनाया गया है। आरोपितों की धरपकड़ के लिए पुलिस ने प्रयास तेज कर दिए हैं।
कुलदीप ने 15 अप्रैल को फंदा लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली थी। परिवार को इस बात का तो आभास था कि उसने परेशान होकर यह कदम उठाया है लेकिन परेशानी क्या है, इसके बारे कुछ समझ नहीं पाए थे। पुलिस ने आत्महत्या की कार्रवाई पूरी कर दी थी। रविवार को परिवार के सदस्य जब घर के सामान की तलाशी ले रहे थे तब उन्हें कुलदीप द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट मिला। इनमें आरोपितों के नाम के साथ कुछ रकम का हवाला दिया गया था। साफ कहा था कि वह आरोपितों को पूरा पैसा लौटा चुका है लेकिन उसके चेक नहीं लौट रहे हैं। उसे बार-बार जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। सुसाइड नोट के साथ अनिता ने पुलिस को शिकायत दी। पुलिस को बताया कुलदीप ने उन्हें बताया था उससे कुछ लोगों से ब्याज पर पैसे लिए थे, कुछ से कमेटियां डाली थी। वह पूरा पैसा लौटा चुका है लेकिन आरोपित चेक वापस नहीं कर रहे, उसे डरा-धमका रहे हैं। इसी कारण अनिता भी कुलदीप के साथ दुकान पर बैठने लगी थी, लेकिन जब वह खाना बनाने घर जाती तो आरोपित कुलदीप को धमकाने आते थे। सुसाइड नोट में कुलदीप ने लिखा के आरोपितों ने उसे ब्याज पर पैसे देकर व कमेटियां डालकर फंसाया। उनसे परेशान होकर वह आत्महत्या कर रहा है। शहजादपुर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर हरभजन ¨सह के अनुसार मौत के लिए उकसाने के आरोप में सुसाइड नोट के आधार पर केस दर्ज किया गया है। केस की तफ्तीश जारी है। जो वास्तविकता सामने आएगी, उसी आधार पर कानूनी प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी।