धोखाधड़ी के आरोप में बैंक मैनेजर व निजी कंपनी के डायरेक्टर समेत 11 नामजद
किशनपुरा निवासी बसंत कुमार ने एक्सिस बैंक, मैक्स लाइफ इंश्योरेंस, एजिस वैल्यू होम्स लिमिटेड, जेडी यूनिवर्सल इंफ्रा लिमिटेड के कर्मचारियों, मैनेजर व डायरेक्टरों पर स्मार्ट होम पर लोन दिलाने का झांसा देकर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। अब कोर्ट के आदेश के आधार पर चांदनी बाग थाना पुलिस ने 11 आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : किशनपुरा निवासी बसंत कुमार ने एक्सिस बैंक, मैक्स लाइफ इंश्योरेंस, एजिस वैल्यू होम्स लिमिटेड, जेडी यूनिवर्सल इंफ्रा लिमिटेड के कर्मचारियों, मैनेजर व डायरेक्टरों पर स्मार्ट होम पर लोन दिलाने का झांसा देकर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। अब कोर्ट के आदेश के आधार पर चांदनी बाग थाना पुलिस ने 11 आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
बसंत कुमार ने कोर्ट में याचिका दायर करते हुए बताया कि उसने एजिस वैल्यू होम्स लिमिटेड कंपनी में स्मार्ट होम बुक करवाने के लिए 5 मार्च 2017 को फार्म भरा था। 7 जुलाई 2017 को एनडीआरआइ करनाल में हुए लकी ड्रा में उसका टावर ए-5 में फ्लैट नं. 8 निकल गया। कुछ दिन बाद कंपनी की ओर से ही उसे लोन दिलाने की पेशकश की गई। उसके इच्छुक होने पर दो युवक अहसन मित्तल व गौरव आए, जिन्होंने खुद को एक्सिस बैंक का कर्मचारी बताया। दोनों युवकों ने कई बार में उससे व उसकी पत्नी से सरकारी दस्तावेजों की प्रतिलिपियों, बिना भरे हुए बैंक संबंधित दस्तावेजों, एक्सिस बैंक की ब्लैंक विड्राल रसीदों व बसंत कुमार के खातों के कई चेकों पर साइन करा लिये। जिसके बाद आरोपित उसे लगातार लोन दिलाने का झांसा देते रहे। 27 दिसंबर 2017 को उसके नाम से मैक्स इन्श्योरेंस कंपनी का 80179 रुपये का उसे एक सर्टिफिकेट कोरियर से मिला। बसंत का आरोप है कि करनाल के एक्सिस बैंक के कर्मचारी अहसन मित्तल, गौरव, बैंक मैनेजर, मैक्स लाइफ इंश्योरेंस के बैंक मैनेजर, एजिस वैल्यू होम्स लिमिटेड के मैने¨जग डायरेक्टर दिव्य संधू, एजीएम अक्षित अरोड़ा, सेल्स मैनेजर वसीम अहमद, सागर ढींगड़ा, सुमित, अंजली व जेडी यूनिवर्सल इन्फ्रा लिमिटेड के एमडी ने मिलीभगत करके उसके नाम से फर्जी स्टांप पेपर खरीदकर व फर्जी हस्ताक्षर करके उक्त इंश्योरेंस किया है। थाना प्रभारी सुरेश कुमार ने बताया कि जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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फोन कर कबूली थी गलती, उसके बाद भी नहीं की पुलिस ने कार्रवाई
किशनपुरा निवासी बसंत कुमार ने बताया कि उसने 19 जनवरी 2018 को ¨फगर ¨प्रट एक्सपर्ट की फोरेंसिक रिपोर्ट भी बनवाई। दस्तावेजों पर किए गए हस्ताक्षर जाली पाए गए। वहीं आरोपित करनाल के सेक्टर 12 स्थित एक्सिस बैंक के कर्मचारी अहसन मित्तल ने अपनी गलती कबूली। आरोपित अंजली ने फोन पर माना कि उन्होंने फर्जी हस्ताक्षर करके उसके साथ धोखाधड़ी की है। इस संदंर्भ में वह शिकायत लेकर कई बार एसपी पानीपत राहुल शर्मा व एसएचओ सुरेश सैनी के पास गया, लेकिन अधिकारियों ने उसकी कोई सुनवाई नहीं की।