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छत पर खेलने गई 10 वर्षीय बच्ची, हाईटेंशन लाइन की चपेट में आई, मौत

पानीपत में लगातार हाईटेंशन की वजह से हादसे हो रहे हैं। एक और मासूम बच्ची करंट की चपेट में आ गई। ये हादसा गोयला खुर्द में हुआ।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Mon, 09 Mar 2020 10:23 AM (IST)Updated: Mon, 09 Mar 2020 10:23 AM (IST)
छत पर खेलने गई 10 वर्षीय बच्ची, हाईटेंशन लाइन की चपेट में आई, मौत
छत पर खेलने गई 10 वर्षीय बच्ची, हाईटेंशन लाइन की चपेट में आई, मौत

पानीपत, जेएनएन। लगातार दूसरे दिन पानीपत जिले में हाईटेंशन तारों ने जान ले ली। एक दिन पहले एक युवक की मौत हुई तो रविवार को गोयला खुर्द में दस वर्ष की बच्ची की मौत हो गई। वह छत पर खेलने गई थी। 

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हादसा शाम को करीब पांच बजे का है। किसान अनिल ने बताया कि दिन में बारिश होने के कारण छत गीली हो गई थी। दिन के समय तो बच्चे छत पर नहीं गए। शाम को चार लड़कियां ऊपर चली गईं। इनमें उनकी बेटी आर्शी भी थी। तीन ने चप्पल पहनी थी जबकि आर्शी नंगे पैर थी। छत सूखी नहीं थी। साथ ही हाईटेंशन तार गुजर रहे हैं। पूरी छत पर करंट आ गया। आर्शी इसकी चपेट में आ गई। तीनों बच्चियां चीखते हुए नीचे आईं और उन्हें घटना के बारे में बताया। जब तक वे ऊपर पहुंचे, तब तक बच्ची बेहोश हो गई थी। उसे अस्पताल ले गए लेकिन बचाया नहीं जा सका। आर्शी एक भाई-दो बहनों में सबसे बड़ी थी। पांचवीं कक्षा में पढ़ती थी। 

गांव में हाईटेंशन तारों की वजह से हर समय खतरा मंडराता रहता है। कुछ दिन पहले तारों की चपेट में आने से सांड की मौत हो गई थी।

जिम्मेदारों ने हाईटेंशन लाइन के नीचे कटवा दी कॉलोनी

काबड़ी रोड स्थित भारत नगर, अर्जुन नगर, कुलदीप नगर और गोपाल कॉलोनी के हजारों परिवारों पर हाईटेंशन के तार हर समय मौत बनकर झूल रहे हैं। भारत नगर में बीते एक सप्ताह में करंट से दो युवकों की मौत हो चुकी है। सवाल उठ रहा है कि क्या जिम्मेदार अधिकारियों ने लालच में आंखें मूंदकर हाईटेंशन लाइन के नीचे कॉलोनी कटवा दी। लोगों ने भी सस्ते के लालच में इन कॉलोनियों में मकान तो ले लिए लेकिन अभी इसकी कीमत घरों के चिराग अपनी जान देकर चुका रहे हैं। गोपाल कॉलोनी में हाईटेंशन लाइन के नीचे छोड़ी गई 33 फीट की सड़क 15 फीट की रह गई है। हाईटेंशन लाइन के तार मकानों की छत छूने को तैयार हैं। 

15 फीट दूर से दौड़ता है करंट

अर्जुन नगर के सूरजभान ने बताया कि छत हाईटेंशन लाइन का करंट 15 फीट दूर से ही शरीर में दौड़ जाता है। इस समय तारों से निकलती आवाज परेशान करती है। छत पर कुछ काम नहीं कर सकते। बीते छह माह में कई लोग जान गंवा चुके हैं। लाइन में फाल्ट होने पर सांसें अटक जाती हैं। विभाग से शिकायत करते हैं तो मकानों को तोड़कर पीछे हटाने को कहा जाता है।

बारिश में घरों तक उतरता है करंट

स्थानीय निवासी श्रीभगवान ने बताया कि करीब पांच वर्ष पूर्व उसका बेटा अमित हाईटेंशन करंट से झुलस चुका है। बारिश के मौसम में हाईटेंशन लाइन का करंट घरों में उतर जाता है। जलभराव होने पर खंभों के आसपास सावधानी बरतनी पड़ती है। लोगों ने लाइन के नीचे छोड़ी गई 33 फीट की सड़क को 15 फीट का बना दिया है। अब हादसे झेलने पड़ रहे हैं।

भराव के कारण नीचे आ गई बिजली लाइन

नंदकिशोर ने बताया कि लाइन बिछने से अब तक करीब 10 फीट भराव हो चुका है। इस कारण पहले न दिखने वाली हाईटेंशन लाइन अब मकानों की छत छूने को तैयार है। भू-माफियाओं ने लाइन के नीचे प्लॉट काटकर सस्ते में लोगों को बेच दिए। अब ये लोग हर समय मौत के साये में रहने को मजबूर हैं।

हाईटेंशन लाइन नहीं हो सकती शिफ्ट

एसडीओ मॉडल टाउन परमिंदर कौशल ने बताया कि काबड़ी रोड पर 11केवी के बिजली तारों को केबल से बदला जा रहा है। तीनों कॉलोनियों में काम अंतिम चरण में है। उन्होंने बताया कि हाईटेंशन लाइन को शिफ्ट नहीं किया जा सकता है। लोगों ने लाइन के नीचे मकान बना लिए हैं, जिससे हादसों का खतरा बढ़ा है।


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