टेंडर खत्म होने में 10 दिन शेष, अभी से चरमराने लगे सफाई के हालात
जागरण संवाददाता पानीपत शहर में सफाई व्यवस्था को लेकर पार्षदों ने नगर निगम प्रशासन पर लाप
जागरण संवाददाता, पानीपत : शहर में सफाई व्यवस्था को लेकर पार्षदों ने नगर निगम प्रशासन पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए हैं। हाउस में पास हुए नए सफाई टेंडर अभी तक प्रक्रिया में ही उलझे हैं। आधिकारिक तौर पर अभी तक यह भी नहीं पता कि कब तक नया सफाई टेंडर लग जाएगा। जनवरी माह में ही पुराना सफाई टेंडर खत्म हो जाएगा। पुराने टेंडर के केवल 10 दिन शेष बचे है। शहर में पहले से ही सफाई व्यवस्था चरमरा रही है। वार्डों में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। नगर निगम मेयर अवनीत कौर ने दावा किया कि जनवरी माह में ही नया टेंडर लगा दिया जाएगा।
वहीं पार्षदों के अनुसार चार जोन में सफाई टेंडर रद होने के कारण जब नगर निगम कमिश्नर आरके से पूछा गया तो उन्होंने भी यही बताया कि जब चार जोन में सफाई टेंडर की सभी की शर्तें एक ही है तो अलग-अलग क्यों लगाए जा रहे है। इसी पर आपत्ति जताते हुए मुख्यालय ने टेंडर को रद कर दिया। अब फिर से नया टेंडर लगाने के लिए और कोई दूसरा रास्ता निकाला जाएगा। इसके बाद ही शहर में सफाई का विकल्प मिल सकता है।
शार्ट टेंडर लगना था, नहीं चढ़ी बात सिरे
नगर निगम के कमिश्नर आरके सिंह ने अपने लेवल पर ही टेंडर बिना पेमेंट तय किए लगा दिया था। लेकिन इस पर पहले भी मुख्यालय ने आपत्ति लगाई और अब फिर। इसका मतलब है कि कोई नया रास्ता निकालना पड़ेगा। चार जोन में टेंडर कभी नहीं लग सकता। अगर लगेगा तो सभी जोन की शर्तें अलग-अलग होनी चाहिए। जैसे कोई स्लम बस्ती है, या फिर सफाई की ज्यादा परेशानी है तो इसके लिए चीजों को ध्यान में रखा जाएगा। जबकि नगर निगम चार जोन में सफाई टेंडर शार्ट टेंडर लगाने जा रही थी। जिसमें योजना असफल रही।
पुराने टेंडर में एक माह में एक करोड़ 20 लाख रुपये खर्च
पुराने टेंडर, नाला गैंग, सफाई गैंग व स्वीपिग मशीन मिलाकर सफाई पर एक माह का खर्च एक करोड़ 20 लाख रुपये आता है। नया सफाई टेंडर जारी होते ही सभी पुराने सफाई टेंडर को रद कर देंगे। नए टेंडर से शहर की सफाई व्यवस्था को सुधारा जाएगा।
शहर में यहां हुए सबसे ज्यादा हालात खराब
विकास नगर : वार्ड 16 में यह कालोनी आती है और यहां सबसे ज्यादा कूड़ा-कचरा पड़ा रहता है। अधिकारियों से फोन पर बात करने के बाद ही सफाई होती है।
सेक्टर 12 : इस एरिया में नवांकोट गुरुद्वारे के पास कूड़ा-कचरा पडा रहता है। इससे आसपास के क्षेत्र में गंदगी फैली रहती है और बेसहारा पशु गंदगी में मुंह मारते है।
अमर भवन चौक : शहर का सबसे ज्यादा व्यस्त क्षेत्र है। यहां भी सबसे ज्यादा गंदगी फैली रहती है। यहां रोजाना हजारों लोग खरीददारी के लिए आते है। फिर भी व्यवस्था बिगड़ी हुई है।
शिव नगर : यहां भी काफी गंदगी फैली हुई है। सफाई कर्मचारी आते तो हैं, लेकिन एक स्थान से कूड़ा उठाकर दूसरे जगह पर डाल देते है। इससे आसपास के लोगों को काफी परेशानी होती है।
सुखदेव नगर : यह क्षेत्र वीआइपी में आता है, लेकिन यहां भी सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है।
क्या कहते हैं पार्षद
जल्द होना चाहिए नया सफाई टेंडर
वार्ड 21 के पार्षद संजीव दहिया ने जागरण से बातचीत में बताया कि पुराना सफाई टेंडर पिछले माह ही रद हो चुका है। शहर में सफाई होनी बहुत ही जरूरी है। इसके लिए चाहे एक ही टेंडर लगे या फिर चार जोन में टेंडर लगाया जाए। हमें केवल शहर में सफाई से मतलब है। नया टेंडर नहीं लगना यह नगर निगम प्रशासन की कमी है। जिन्होंने पता होते हुए भी ऐसा टेंडर तैयार किया जो रद होना ही था।
अधिकारियों की योग्यता पर सवाल है टेंडर नहीं लगना
वार्ड 10 के पार्षद रविन्द्र भाटिया ने जागरण से बातचीत में बताया कि शहर में लगातार व्यवस्था चरमराई हुई है और चौथी बार सफाई टेंडर रद होना नगर निगम के अधिकारियों की योग्यता पर सवाल खड़े हो रहे है। निगम हर बार जानबूझकर कमजोर टेंडर लगा देते हैं, जिससे मुख्यालय में बात सिरे नहीं चढ़ पाती। निगम से मांग है कि जल्द से जल्द किसी भी सूरत में टेंडर लगवाया जाए।
इसी माह हो सकती है वर्चुअल बैठक
नगर निगम मेयर अवनीत कौर के अनुसार हाउस की बैठक रद्द होने के बाद इसी माह अंतिम सप्ताह के अंदर-अंदर वर्चुअल बैठक हो सकती है। इसके लिए प्लान बनाया जा रहा है। जल्द ही हाउस की बैठक की नई तिथि जारी की जाएगी।
इसी माह लगवाया जाएगा सफाई टेंडर : मेयर
नगर निगम मेयर अवनीत कौर ने जागरण से बातचीत में कहा कि शहर में किसी भी सूरत में सफाई व्यवस्था नहीं बिगड़ने दी जाएगी। इसी माह सफाई का हर हाल में नया टेंडर लगाया जाएगा। इसके लिए कमिश्नर से बात की जाएगी।