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Agnipath Yojana:सेना भर्ती की तैयारी में जुटे युवाओं के साथ मशाल और तिरंगा यात्राएं निकालेगी युवा कांग्रेस

Agnipath Yojana हरियाणा में युवा कांग्रेस के पदाधिकारी सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं के साथ मिलकर मशाल यात्रा तिरंगा यात्रा पद यात्रा निकालेंगे। इसके अलावा कांग्रेस भी अग्निपथ योजना के खिलाफ सड़कों पर उतरेगी ।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Sat, 25 Jun 2022 08:32 PM (IST)Updated: Sat, 25 Jun 2022 08:32 PM (IST)
Agnipath Yojana:सेना भर्ती की तैयारी में जुटे युवाओं के साथ मशाल और तिरंगा यात्राएं निकालेगी युवा कांग्रेस
अग्निपथ योजना के खिलाफ मार्च निकालेगी युवा कांग्रेस। सांकेतिक फोटो

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। अग्निपथ योजना के विरोध में हरियाणा कांग्रेस जहां सोमवार को सभी विधानसभा क्षेत्रों में किए जाने वाले सत्याग्रह की तैयारी में जुटी है, वहीं युवा कांग्रेस ने फौज बचाओ-देश बचाओ अभियान शुरू किया है। युवा कांग्रेस के पदाधिकारी सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं के साथ मिलकर मशाल यात्रा, तिरंगा यात्रा, पद यात्रा निकालेंगे। साथ ही जिला मुख्यालयों पर भी प्रदर्शन किया जाएगा।

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युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि चार साल की सेवा के बाद जब जवान को सेना से निकाला जाएगा, तब वह कहां जाएगा। सिर्फ 21 साल की उम्र में भूतपूर्व सैनिक का तमगा लेकर वह कहां से रोजगार प्राप्त करेंगे।

बुद्धिराजा ने कहा कि अगर उनमें से कोई गलत दिशा में चला जाता है तो उसका बहुत बड़ा नुकसान समाज को उठाना पड़ सकता है। उन्होंने सेना भर्ती की तैयारी कराने वाली अकादमियों पर बंदिशों को लोकतंत्र के खिलाफ बताया। आंदोलन में युवाओं को शामिल करने के लिए युवा कांग्रेस ने वाट्स-एप नंबर 9350413100 भी जारी किया है।

हुड्डा बोले- जारी रहेगा विरोध

वहीं, नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि देशहित, देश की सुरक्षा, फौज और युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाली अग्निपथ योजना का विरोध जारी रहेगा। 27 जून को सुबह दस बजे से दोपहर एक बजे तक गांधीवादी तरीके से पूरे देश में कांग्रेस धरना प्रदर्शन करेगी। रोहतक में धरने के अगुआनी वह खुद करेंगे और करनाल में प्रदेश अध्यक्ष उदयभान इसकी कमान संभालेंगे।

इस योजना से फौज के भीतर ही दो किस्म की फौज बन जाएंगी, एक परमानेंट और एक टेंपरेरी। इनके बीच में समन्वय स्थापित करना बेहद मुश्किल होगा। आंकड़े बताते हैं कि अब तक हरियाणा में 29,275 पूर्व सैनिकों ने नौकरी के लिए आवेदन किया है। जबकि सरकार ने सिर्फ 543 को ही नौकरी दी है।

यानी सरकार सिर्फ 1.8 प्रतिशत पूर्व सैनिकों को ही नौकरी दे पाई है। ऐसे में चार साल की नौकरी के बाद सेना से वापस आने वाले 75 प्रतिशत अग्निवीरों को यह सरकार नौकरी कैसे देगी? अगर ऐसा है तो सरकार हरियाणा के अग्निवीरों को पहले पक्की नौकरी दे और चार साल के सेना में डेपुटेशन पर भेजे।

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