हरियाणा विधानसभा में हंगामा, कांग्रेस ने की कृषि कानूनों के समर्थन में पारित प्रस्ताव वापस लेने की मांग
हरियाणा विधानसभा में बुधवार को खूब हंगामा हुआ। कांग्रेस ने पूर्व में कृषि कानूनों के समर्थन में पारित किए गए प्रस्तावों को वापस लेने की मांग की। इस पर स्पीकर ने कहा कि यह प्रस्ताव राज्यपाल के पास विचाराधीन हैं।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही शुरू हो गई है। सदन में कृषि कानूनों के समर्थन में पूर्व में पारित किए गए धन्यवाद प्रस्ताव को वापस लेने के लिए कांग्रेस विधायकों जमकर हंगामा किया। प्रश्नकाल खत्म होते ही कांग्रेस विधायक अपनी सीटों पर खड़े हो गए और धन्यवाद प्रस्ताव वापस लेने की मांग करने लगे।
हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि प्रस्ताव राज्यपाल के पास विचाराधीन है। वैसे भी जब सरकार ने धन्यवाद प्रस्ताव पास किया तो कांग्रेस ने इसका विरोध किया था, इसलिए प्रस्ताव वापस लेने या न लेने का फैसला सरकार ही करेगी। संसदीय कार्य मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कांग्रेस पर कटाक्ष किया कि अगर यही हाल रहा तो वे विधानसभा को भी बंद करने की मांग करेंगे, क्योंकि आगे उनका कोई सदस्य सदन में पहुंचेगा ही नहीं।
इससे पूर्व प्रश्नकाल के दौरान डिप्टी सीएम ने कहा कि डबवाली से पानीपत एक्सप्रेस-वे बनेगा। केंद्र ने इसके लिए 80 लाख रुपये की डीपीआर तैयार करने मंजूरी दी है। यह एक्सप्रेस वे ईस्ट और वेस्ट हरियाणा को जोड़ेगा। इसका कनेक्शन सात नेशनल हाईवे से होगा। इसके बनने से भारी वाहनों का दबाव कम होगा।
विधानसभा में उठा बढ़ते अपराध का मुद्दा भी उठा। कांग्रेस विधायक बीबी बतरा ने अपराध का मुद्दा उठाया। 2015 से 2021 तक 3076 चैन स्नैचिंग के केस दर्ज हुए। 12 सौ में चालान पेश हुए। अपराधियों को सजा की बहुत कम है। क्या सरकार अपराध को कम करने की कोशिश करेगी। इस पर गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि कांग्रेस की सरकार के मुकाबले अपराध लगातार कम हुए हैं। 1248 केसों को सुलझा लिया गया। 2015 से 2021 तक 1409 केस दर्ज हुए 709 को सुलझाया गया। हमने डायल 112 चलाया है। जितनी जल्दी पुलिस पहुंचेगी उतनी जल्दी मामले सुलझेंगे।
हरियाणा में पिछले तीन सालों में 11 किसानों ने की है आत्महत्या। इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला के सवाल पर गृह मंत्री अनिल विज ने विधानसभा में जवाब दिया। विज ने कहा कि सोनीपत में पांच, झज्जर में चार, और जींद में एक किसान ने आत्महत्या की है। किसान आंदोलन के दौरान इस साल सर्वाधिक सात किसानों ने आत्महत्या की है। पिछले साल तीन किसानों ने आत्महत्या की थी, जबकि 2019 में किसी भी किसान ने खुदकुशी नहीं की। इससे पहले वर्ष 2018 में एक किसान ने आत्महत्या की थी।
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने असंध अस्पताल में कार्यरत डाक्टर चहल को तुरंत प्रभाव से रिलीव करने के आदेश दिए। कांग्रेस विधायक शमशेर सिंह गोगी ने डाक्टर के भ्रष्टाचार में संलिप्त होने का मुद्दा सदन में उठाया था। इस पर गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने तुरंत कार्रवाई करते हुए डाक्टर को रिलीव करने के आदेश दिए।