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दिल्ली जाने वालों के लिए ट्रैफिक एडवाइजरी जारी, सिंघु व टीकरी बार्डर का इस्तेमाल करने से बचें यात्री

सिंघु व टीकरी बार्डर पर केद्रीय कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के कारण आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में हरियाणा पुलिस ने दिल्ली जाने वालों के लिए ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Tue, 01 Dec 2020 08:10 PM (IST)Updated: Tue, 01 Dec 2020 08:10 PM (IST)
दिल्ली जाने वालों के लिए ट्रैफिक एडवाइजरी जारी, सिंघु व टीकरी बार्डर का इस्तेमाल करने से बचें यात्री
केंद्र के कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करते किसान। फाइल फोटो

जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा पुलिस ने किसान संगठनों द्वारा कृषि कानूनों को लेकर किए जा रहे विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर सोनीपत व झज्जर जिलों से दिल्ली जाने वाले लोगों के लिए ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है। आइजी ट्रैफिक एवं हाइवे डा. राजश्री सिंह के अनुसार किसानों द्वारा राई और कुंडली के बीच एकत्र होने के कारण यात्री राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 44 (अंबाला-दिल्ली) पर स्थित सिंघु बार्डर से राष्ट्रीय राजधानी जाने से बचें। अंबाला की ओर से दिल्ली जाने के इच्छुक लोगों को पानीपत-रोहतक-झज्जर-गुरुग्राम-दिल्ली मार्ग से जाने की सलाह दी गई है।

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डा. राजश्री के अनुसार झज्जर जिले के बहादुरगढ़ की ओर से टीकरी सीमा पर किसानों के बड़े पैमाने पर जमावड़े की खबर है। इसे ध्यान में रखते हुए स्थानीय पुलिस ने भी दिल्ली पहुंचने के लिए कई वैकल्पिक मार्गों का सुझाव दिया है क्योंकि टिकरी सीमा पर यातायात बाधित है।

हिसार की ओर से दिल्ली जाने वालों को रोहतक-झज्जर- गुरुग्राम से होते हुए दिल्ली जा सकते हैं। हालांकि, राज्य भर में अन्य सभी मार्गों पर यातायात की सुचारू आवाजाही जारी है। डीजीपी मनोज यादव ने बताया कि कानून व्यवस्था को बनाए रखना हमारी पहली प्राथमिकता है। वर्तमान स्थिति में प्रदेश के नागरिकों व बाहर से आने वाले यात्रियों की सुविधा को देखते हुए हरियाणा पुलिस लगातार दिल्ली पुलिस के संपर्क में है तथा सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

उधर, गुरुग्राम के सोहना में किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए अपने वाहनों में सवार होकर दिल्ली जा रहे 23 किसानों को सोहना थाना पुलिस ने नूंह-गुरुग्राम सीमा पर हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने जब किसानों को निगरानी में लिया तो उन्होंने सरकार विरोधी नारे लगाए और पुलिस कार्रवाई का विरोध किया। पुलिस कर्मियों ने उन्हें शांत कराया तथा सदर थाने ले आए। पांच किसान रेवाड़ी, आठ नारनौल तथा अन्य नूंह जिले के विभिन्न गांव के रहने वाले हैं।                  


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