पूछताछ में हुए बड़े खुलासे- लॉकडाउन तोड़कर मजहबी प्रचार में जुटे थे तब्लीगी जमाती
हरियाणा में मिले तब्लीगी जमातियों से पूछताछ में बड़े खुलासे हुए हैं। जानकारी मिली है कि तब्लीगी जमाती लॉक डाउन तोड़कर मजहबी प्रचार में जुटे थे।
नई दिल्ली, [बिजेंद्र बंसल]। हरियाणा में मिले तब्लीगी जमातियों से पूछताछ में बड़े खुलासे हुए हैं1 हरियाणा के पांच जिलों में तब्लीगी जमातियों ने लॉकडाउन से पहले ही अपने मजहब प्रचार के लिए डेरा जमा लिया था। ये जमाती 13 से 17 मार्च तक की समयावधि में ही पलवल, नूंह, फरीदाबाद, पानीपत और अंबाला जिलों की प्रमुख मस्जिदों में पहुंच गए थे। यहां से इन्हें अप्रैल माह के मध्य तक राज्य के प्रत्येक जिला की प्रमुख मस्जिद तक पहुंचना था। ताकि वहां की स्थानीय जमात के साथ मजहबी तकरीर की जा सके।
अप्रैल माह के मध्य तक हरियाणा की सभी प्रमुख मस्जिदों की जमात में करनी थी तकरीर
इन जमातियों को दिल्ली निजामुद्दीन मरकज में जलसे की तैयारी करवा रहे अपने मौलाना मुहम्मद साद की तरफ से ही आदेश मिल रहे थे। पहले 22 मार्च को जनता कर्फ्यू या फिर 25 मार्च से शुरू हुए लॉकडाउन के बाद भी इन जमातियों ने अपने मजहबी कार्यक्रमों में कोई बदलाव नहीं किया।
क्वारंटाइन अवधि के बाद ही जमातियों से पूछताछ में सामने आएगा असल मकसद
योजना थी कि ये जमाती मस्जिदों में एकत्र 100 से 300 लोगों की जमात के समक्ष अपनी बात रखते। इस दौरान इन्होंने कोरोना वायरस से बचाव पर भी जमात को कुछ नहीं समझाया। असल में तब्लीगी जमातियों के लिए मजहबी प्रचार के सामने कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी और लॉकडाउन का कानून कोई मायने नहीं था।
डॉक्टरों के साथ तर्क कर रहे हैं कोरोना पॉजिटिव जमाती
ऐसा भी नहीं है कि तब्लीगी जमाती वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के प्रकोप से अनभिज्ञ हों, क्योंकि फरवरी और मार्च माह की शुरूआत में तब्लीगी जमात ने पाकिस्तान, बंगलादेश, मलेशिया और कंबोडिया में जो भी जलसे (सभा) आयोजित किए, उनके बाद जमातियों में कोरोना वायरस पॉजिटिव के केस आए।
पलवल में जिन दस बंगलादेशी जमातियों को क्वारंटाइन किया गया उनमें से 3 के कोरोना टेस्ट पॉजिटिव मिले हैं। इन तीनों बंगलादेशियों के टेस्ट बेशक पॉजिटिव मिले हैं मगर इलाज के दौरान इनमें कोरोना वायरस के लक्षण खांसी, जुकाम या फिर बुखार के लक्षण नहीं है। इसके चलते डॉक्टर भी इन्हें फिलहाल विटामिन सी सहित अन्य सात्विक आहार दे रहे हैं।
ये जमाती इसका भी विरोध कर रहे हैं। जमातियों की सिफारिश नूंह जिला की बड़ी मस्जिदों के मौलवियों द्वारा भी पलवल प्रशासन के पास आ रही हैं। कोरोना पॉजिटिव जमाती डॉक्टरों के साथ भी तर्क कर रहे हैं कि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा है इसलिए कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
हरियाणा में अब तक 28 जमाती कोरोना पॉजिटिव
हरियाणा में अब तक 28 तब्लीगी जमाती पॉजिटिव मिले हैं। इनमें 16 पलवल, 5 फरीदाबाद, 3 नूंह, 2 अंबाला, 1 गुरुग्राम, 1 कैथल में है। फिलहाल हरियाणा में कुल तब्लीगी जमातियों की संख्या 1373 है। इनमें से 107 विदेशी, 302 हरियाणा के और 964 शेष भारत के हैं। इनमें पंचकूला में 115, गुरुग्राम में 26, फरीदाबाद में 136, अंबाला में 45, पानीपत में 93, सोनीपत में 32, नूंह में 665, चरखी दादरी में 17,जींद में 8 ,पलवल में 87 ,कैथल में 8 , करनाल में 1, यमुनानगर में 137 और 3 कुरुक्षेत्र में हैं।
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