रंगबिरंगी रोशनी में नहाएगा विधानसभा सचिवालय, विधायक करेंगे अधिकारों पर मंथन
हरियाणा विधानसभा के विशेष सत्र के लिए विधानसभा को अंदर-बाहर से पूरी तरह सजाया जाएगा। सत्र में विधायक लोगों के मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों पर चर्चा करेंगे।
जेएनएन, चंडीगढ़। 26 नवंबर 2019 मंगलवार का दिन। हरियाणा के लिए इस दिन का खास महत्व होगा। प्रदेश के संसदीय इतिहास में यह पहला मौका है, जब हरियाणा विधानसभा को अंदर-बाहर से पूरी तरह सजाया जाएगा। दिन के उजाले में विधायकों के लिए स्वागत द्वार बनेंगे तो रात के अंधेरे में विधानसभा रंगबिरंगी रोशनी से नहाई नजर आएगी।
हरियाणा के सभी दलों के विधायक इस दिन विधानसभा के भीतर बैठ कर लोगों के मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों पर चर्चा करेंगे। विधानसभा में मंथन के बाद बाहर आकर लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक बनाया जाएगा तथा कर्तव्य निभाने को प्रेरित किया जाएगा। गृह मंत्रालय की ओर से हरियाणा सरकार और विधानसभा सचिवालय को संविधान दिवस इसी रूप में मनाने के दिशा निर्देश मिले हैैं।
26 नवंबर 2019 को संविधान अंगीकार हुए 70 बरस पूरे हो जाएंगे। केंद्र सरकार इस दिन से 14 अप्रैल तक समस्त आयोजन बाबा साहेब डॉ. भीम राव अंबेडकर को समर्पित कर रही है। इसी कड़ी में हरियाणा विधानसभा में पहली बार ऐसा आयोजन किया जा रहा है, जो लोगों के मूल अधिकारों की रक्षा से जुड़ा है।
पहले भी हो चुके हैं विशेष सत्र
हरियाणा में इससे पहले दो विशेष सत्रों का आयोजन हो चुका है। 1987 में जब स्व. देवीलाल चीफ मिनिस्टर थे, तब आजादी के 40 साल पूरे होने पर दो घंटे का विशेष सत्र विधानसभा में बुलाया गया था। उस समय देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए सैनिकों तथा स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया गया था। दूसरी बार एक नवंबर 2016 को भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कार्यकाल में हरियाणा दिवस पर विशेष सत्र का आयोजन किया गया था, जो पंचकूला में हुआ।
ऐसे रहेगा विशेष सत्र का शेड्यूल
- 26 नवंबर - समय सुबह 11 बजे से
- शोक प्रस्ताव
- सदन की मेज पर रखे जाने वाले कागज पत्र
- भारत के संविधान को अंगीकार किए जाने की 70वीं वर्षगांठ पर संकल्प पत्र
- उपाध्यक्ष का निर्वाचन
ग्राम सभाओं को शराब ठेकों की अनुमति नहीं आएगा बिल
26 नवंबर 2019 को विशेष सत्र के दौरान ज्यादा विधायी कार्य नहीं होंगे। विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता के अनुसार प्रश्नकाल, काम रोको प्रस्ताव और ध्यानाकर्षण प्रस्ताव इस सत्र में नहीं आएंगे। गांवों में शराब के ठेके खुलने अथवा नहीं खुलने का अधिकार ग्र्राम सभाओं को देने संबंधी हरियाणा सरकार के एक निर्णय पर बिल इस बार आ सकता है।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें