सीरो सर्वे रिपोर्ट जारी, हरियाणा में 8 फीसद लोगों में आकर जा चुका कोरोना, NCR में ज्यादा संक्रमण
हरियाणा में सीरो सर्वे के दौरान पता चला कि शहरों में 9.6 फीसद आबादी पॉजिटिव होकर खुद ठीक हो गई जबकि गांवों में 6.9 फीसद लोगों ने संक्रमित होकर महामारी को हरा दिया।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा के आठ फीसद लोगों में कोरोना वायरस आकर जा चुका है, लेकिन उन्हें पता ही नहीं चला। न उनमें इस बीमारी का कोई लक्षण दिखा और न उन्होंने कोई जांच कराई। प्रदेशभर में हुए सीरो सर्वे में यह जानकारी सामने आई। हरियाणा के हर जिले में 850 लोगों के रैंडम सैंपल लिए गए थे। सभी जिलों में शहरी क्षेत्र के 350 और ग्रामीण क्षेत्र के 500 लोगों को इस सर्वे में शामिल किया गया।
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने शुक्रवार को सीरो सर्वे के नतीजों की विस्तृत जानकारी दी। प्रदेश में आठ फीसद लोगों में एंटीबॉडी पाई गई। कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद ठीक हो चुके लोगों में यह एंटीबॉडी मौजूद होती है। सीरो सर्वे को आधार मानें तो ढाई करोड़ से अधिक आबादी वाले प्रदेश में 20 लाख 28 हजार 117 लोग ऐसे हैं जो कोरोना ग्रस्त होकर खुद ही ठीक हो गए और उन्हें पता भी नहीं चला। इन लोगों में एंटीबॉडी तैयार हो चुकी है।
सीरो सर्वे के तहत प्रदेश में कुल 18 हजार 905 लोगों के सैंपल जुटाए गए थे। खास बात यह कि शहरी क्षेत्रों में कोरोना का असर ज्यादा है और गांवों में कम। शहरों में जहां 9.6 फीसद आबादी पॉजिटिव होकर ठीक हो चुकी है, वहीं गांवों में 6.9 फीसद लोग संक्रमित हुए और बगैर किसी चिकित्सीय मदद के महामारी को हरा दिया। यानी कि ग्रामीण लोग इम्युनिटी के मामले में शहरी लोगों से बेहतर साबित हुए।
सीरो सर्वे के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के जिलों में कोरोना का संक्रमण ज्यादा रहा। इसका कारण शहरी झुग्गियों में आबादी का उच्च घनत्व हो सकता है। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने सर्वे के नतीजों पर संतोष जताते हुए कहा कि हरियाणा में दूसरे प्रदेशों की तुलना में स्थिति बहुत अच्छी है। दूसरे राज्यों में हुए सीरो सर्वे में गुजरात और कर्नाटक में 30-30 फीसद, दिल्ली में 21 फीसद, पंजाब में 12.5 फीसद, तमिलनाडु में 12 फीसद और मुंबई में 69 फीसद लोगों में एंटीबॉडी पाई गई।
एनसीआर के जिलों में संक्रमण ज्यादा
जिला | कुल संक्रमित आबादी (फीसद में) | शहरी क्षेत्र (फीसद में) | ग्रामीण क्षेत्र (फीसद में) |
फरीदाबाद | 25.8 | 31.1 | 22.2 |
नूंह | 20.3 | 13.3 | 10 |
करनाल | 12.2 | 17.6 | 8.8 |
जींद | 11 | - | - |
गुरुग्राम | 10.8 | 18.5 | 5.7 |
कुरुक्षेत्र | 8.7 | - | - |
यमुनानगर | 8.3 | 5.9 | 9.9 |
चरखी दादरी | 8.3 | - | - |
इन जिलों में औसत से कम संक्रमित
जिला | कुल संक्रमित आबादी (फीसद में) | शहरी क्षेत्र (फीसद में) | ग्रामीण क्षेत्र (फीसद में) |
पानीपत | 7.4 | 7.8 | 7.2 |
पलवल | 7.4 | - | - |
पंचकूला | 6.5 | 3.7 | 8.5 |
अंबाला | 5.2 | 7.1 | 4.4 |
झज्जर | 5.9 | - | - |
रेवाड़ी | 4.9 | - | - |
सिरसा | 3.6 | - | - |
हिसार | 3.4 | 2.3 | 4.4 |
फतेहाबाद | 3.3 | - | - |
भिवानी | 3.2 | - | - |
महेंद्रगढ़ | 2.8 | - | - |
कैथल | 1.7 | - | - |
क्या होता है सीरो सर्वे
दरअसल, सीरो सर्वे से यह पता लगाने में मदद मिलती है कि किस अनुपात में आबादी कोरोना वायरस से संक्रमित हुई है। सीरो सर्वे में किसी क्षेत्र में रहने वाले कई लोगों के सीरम की जांच होती है। लोगों के शरीर में कोरोना वायरस से लड़ने के एंटीबाडी मौजूद हैं या नहीं, इसका भी पता चलता है। साथ ही इसकी भी जानकारी होती है कि कौन व्यक्ति कब संक्रमित हुआ और कब ठीक हो गया। हरियाणा में सीरो सर्वे के तहत कलस्टर बनाकर घर-घर जाकर लोगों के सैंपल लिए गए। सेंट्रल सर्वर के तहत टीमों पर पूरी नजर रखी गई कि कौन सी टीम कहां गई और किसके सैंपल लिए गए।
अस्पतालों में हो चुके 12 लाख से अधिक टेस्ट
स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में अभी तक 12 लाख 20 हजार 75 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं, जिनमें 11 लाख 43 हजार 463 की रिपोर्ट नेगेटिव आई। प्रदेश में कुल 70 हजार 99 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली, जिनमें से 79.93 फीसद यानि 55 हजार 889 मरीज ठीक हो चुके हैं। इसके अलावा 740 मरीजों की मौत हो गई। 13 हजार 470 मरीजों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है और छह हजार 513 की रिपोर्ट का इंतजार है। प्रदेश में पॉजिटिव रेट 5.78 फीसद, रिकवरी रेट 79.73 फीसद और मृत्युदर 1.06 फीसद पर पहुंच गई है। 33 दिन में मरीज दोगुने हो रहे तथा प्रत्येक दस लाख पर 48 हजार 129 की जांच की जा रही है।