New Guidelines for School Colleges: हरियाणा में स्कूल-कालेज, ITI, आंगनबाड़ी व क्रेच 31 मई तक रहेंगे बंद
New Guidelines for School Colleges हरियाणा में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में राज्य सरकार ने सभी सरकारी व प्राइवेट कालेज कोचिंंग संस्थान आइटीआइ पुस्तकालय प्रशिक्षण संस्थान 31 मई तक बंद रखने के आदेश जारी किए हैं।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने कोविड-19 महामारी के बढ़ते प्रकोप के चलते प्रदेश के सभी सरकारी व प्राइवेट कालेज, कोचिंंग संस्थान, आइटीआइ, पुस्तकालय, प्रशिक्षण संस्थान 31 मई तक बंद रखने के आदेश जारी किए हैं। सभी आंगनबाड़ी केंद्र और क्रेच भी 31 मई तक बंद रहेंगे। मुख्य सचिव और हरियाणा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अंतर्गत बनाई गई राज्य कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष विजय वर्धन ने सभी प्रशासनिक सचिवों, पुलिस महानिदेशक और उपायुक्तों को इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। आदेशों का उल्लंघन करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
तीन दिन बंद रहेंगे बिजली वितरण निगम के आफिस
उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के हेड आफिस और फील्ड आफिस सहित सभी कार्यालयों को शुक्रवार को सेनिटाइज किया जाएगा। इसलिए सभी कार्यालय शुक्रवार, शनिवार और रविवार को पूरी तरह बंद रहेंगे। इस दौरान किसी कर्मचारी, अधिकारी या उपभोक्ता को कार्यालय परिसर में नहीं घुसने दिया जाएगा। हालांकि इस दौरान बिजली सप्लाई नियमित रूप से जारी रहेगी।
24 घंटे में देनी होगी कोविड-19 की रिपोर्ट
हरियाणा में सभी सरकारी और निजी लैब को कोविड-19 की रिपोर्ट 24 घंटे में देनी होगी ताकि मरीजों को समय पर इलाज शुरू हो सके। एसजीटी गुरुग्राम में 400 बेड का अस्पताल भी जल्द शुरू होगा। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने वीरवार को एग्जीक्यूटिव कमेटी और आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में यह निर्देश दिए। एसजीटी के अस्पताल में चिकित्सक एवं पैरा मेडिकल स्टाफ पहले से उपलब्ध है लेकिन आक्सीजन की आपूर्ति न होने के कारण इसे शुरू नहीं किया जा सका है। इस अस्पताल के लिए आक्सीजन की व्यवस्था करके इसे शीघ्र चालू कराया जाएगा। रेमडेसिविर के विकल्प के तौर पर टोसिलुइमाब दवा के इस्तेमाल को प्रोत्साहित किया जाएगा।
विज ने कहा कि कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए हिसार व पानीपत में संचालित किए जाने वाले अस्पतालों के लिए प्रदेश के ईएसआइ अस्पतालों व डिस्पेंसरियों में कार्यरत चिकित्सकों व पैरा मेडिकल स्टाफ की सेवाएं ली जाएं। आइएमए की सेवाएं भी ली जा सकती हैं। बदले में उन्हें मानदेय और बीमा सुरक्षा मुहैया कराई जा सकती है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कई निजी अस्पतालों में कोविड मरीजों को रखा जा रहा है, लेकिन उन्होंने इसके लिए सरकार के पास अपना पंजीकरण नहीं कराया है। सरकार के पास इन अस्पतालों में दाखिल कोरोना संक्रमित मरीजों की जानकारी न होने के चलते उन्हें आक्सीजन देने में दिक्कत आ रही है। इसलिए निजी अस्पताल संचालक जिला प्रशासन के पास अपना पंजीकरण अवश्य करवाएं।