हरियाणा की राजनीति में नए समीकरणः दलित व पिछड़े एकजुट, सैनी व मायावती मिलाएंगे हाथ
हरियाणा की राजनीति में नए समीकरण बन रहे हैं। इनेलो से नाता तोड़ चुकी BSP अब कुरुक्षेत्र के भाजपा सांसद राजकुमार सैनी की लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के साथ गठजोड़ करेगी।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा की राजनीति में नए समीकरण बन रहे हैं। इनेलो से नाता तोड़ चुकी बहुजन समाज पार्टी (BSP) अब कुरुक्षेत्र के भाजपा सांसद राजकुमार सैनी की लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के साथ गठजोड़ करेगी। दोनों के बीच गठबंधन का ऐलान शनिवार को संभव है। बसपा के प्रांतीय प्रभारी मेघराज, प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश भारती और लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के अध्यक्ष राजकुमार सैनी संयुक्त रूप से आज गठबंधन का ऐलान कर सकते हैं।
प्रदेश में दलित और पिछड़ा वर्ग के एक साथ आने से नए समीकरण बनेंगे। दोनों पार्टियों के नेताओं ने शनिवार दोपहर करीब बारह बजे चंडीगढ़ प्रेस क्लब में संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस बुलाई है। सांसद राजकुमार सैनी ने कहा कि हमारी बसपा नेताओं के साथ बातचीत चल रही है। यदि देर रात तक कुछ चीजें फाइनल होती हैं तो बसपा नेता शनिवार की प्रेस कांफ्रेंस में शामिल हो सकते हैं। इसी तरह की बातचीत उनकी दूसरे दलों के साथ भी चल रही है।
बसपा के प्रांतीय अध्यक्ष प्रकाश भारती ने भी सैनी की भाषा बोली है। उन्होंने कहा कि प्रांतीय प्रभारी मेघराज ने यह प्रेस कांफ्रेंस बुलाई है। कुछ चीजें फाइनल होनी हैं। यह संभव है कि इस प्रेस कांफ्रेंस में अचानक राजकुमार सैनी भी आ जाएं। काबिल-ए-गौर है कि भाजपा ने अभी तक राजकुमार सैनी को पार्टी से नहीं निकाला है, लेकिन उनसे पूरी तरह अपना नाता तोड़ लिया है।
जींद उपचुनाव में भाजपा समेत अन्य दलों को चुनौती पेश करने वाले लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के उम्मीदवार विनोद आशरी ने करीब 13 हजार मत हासिल किए थे। यह वोट इनेलो उम्मीदवार उम्मेद सिंह रेढू से करीब चार गुणा अधिक थे। राजकुमार सैनी ने भाजपा के वोट बैंक में ही सेंधमारी की है। भाजपा भले ही उन्हें खास अहमियत न दे, लेकिन हरियाणा की राजनीति में बसपा और लोसुपा का गठबंधन दूसरे दलों के लिए मुश्किलें खड़ा कर सकता है।
गैर जाट और पिछड़ों की राजनीति करेगा गठबंधन
हरियाणा में जाट और गैर जाट की राजनीति परवान चढ़ रही है। भाजपा गैर जाट की राजनीति करती है। राजकुमार सैनी पिछड़े वर्ग की राजनीति कर रहे हैं, जबकि बसपा का सधा हुआ दलित वोट बैंक है। इसलिए बसपा व लोसुपा की यह गैर जाट राजनीति सत्तारूढ़ भाजपा के लिए परेशानी पैदा कर सकती है।
आप और जेजेपी के साथ भी चल रही बातचीत
बसपा के साथ गठबंधन की खबरों से पहले लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी की अन्य दलों से भी बातचीत हुई है। इसी तरह बसपा भी आम आदमी पार्टी व जननायक जनता पार्टी के संपर्क में है। शुक्रवार की रात को यदि सब कुछ सही रहा तो बसपा व लोसुपा अपने मेल मिलाप को राजनीतिक समझौते में बदलने का ऐलान कर सकते हैं।
दिल्ली में हुई सैनी की बसपा नेताओं से मंत्रणा
राजकुमार सैनी की दिल्ली में कई बसपा नेताओं के साथ मुलाकात हुई है। वह शुक्रवार को संसद में रहे और शाम को उनकी पार्टी के प्रमुख नेताओं के साथ मंत्रणा होने की खबरें आई। बताया जाता है कि लोकसभा व विधानसभा सीटों के बंटवारे समेत विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की गई है।
बसपा के हरियाणा प्रधान प्रकाश भारती का कहना है कि हमने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस बुलाई है। हमारी पार्टी के अपने एजेंडे और मुद्दे हैं। बहुत से ऐसे इश्यू हैं, जिनकी जानकारी जनता को देना जरूरी है। रही गठबंधन की बात, जब तक आप हमने बात कर रहे हैं, तब तक भी हमारा इनेलो के साथ गठबंधन है। शनिवार को हमारी प्रेस कांफ्रेंस में राजकुमार सैनी आएंगे या नहीं, यह तभी मौके पर पता चलेगा।
वहीं, राजकुमार सैनी का कहना है कि जींद उपचुनाव के बाद हमने अपनी हार की समीक्षा की। हम अपने को हारा हुआ नहीं मानते। लोगों ने हमें बहुत प्यार दिया है। समीक्षा के बाद कई मुद्दों पर आगे रणनीति बनाई गई है, जिसे शनिवार को मीटिंग के बाद मीडिया से साझा किया जाएगा। बसपा के साथ गठबंधन की चर्चा है मगर पता नहीं यह कैसे हो रही। हमारी बात तो दूसरे दलों से भी चल रही है। शनिवार को ही बताएंगे कि क्या माजरा है।