सरकार ने मानीं दर्जन भर मांगें, पालिका कर्मचारियों की हड़ताल खत्म, नहीं माने ग्रामीण सफाई कर्मी
चार दिन से हड़ताल पर चल रहे नगर पालिका कर्मचारियों ने दर्जनभर मांगों पर सहमति बनने के बाद हड़ताल खत्म कर दी है।
जेएनएन, चंडीगढ़। चार दिन से हड़ताल पर चल रहे नगर पालिका कर्मचारियों ने दर्जनभर मांगों पर सहमति बनने के बाद हड़ताल खत्म कर दी है। शनिवार को सभी शहरों में सफाई कर्मचारी काम पर लौट आएंगे। वहीं, ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने निदेशक के आधा दर्जन मांगों को पूरा करने का भरोसा दिलाने के बावजूद हड़ताल खत्म करने से इन्कार कर दिया। ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन ने एक सितंबर तक आंदोलन जारी रखने की घोषणा करते हुए प्रदेशस्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन बुलाया है। इसमें अगले कदम पर निर्णय लिया जाएगा।
नगर पालिका कर्मचारी संघ के प्रधान नरेश कुमार शास्त्री, महासचिव मांगेराम तिगरा, उप महासचिव सुनील चिंडालिया व राजेंद्र सिनद सहित अन्य पदाधिकारी पंचकूला में शुक्रवार सुबह करीब 9:45 बजे शहरी स्थानीय निकाय विभाग के प्रधान सचिव आनंद मोहन शरण के साथ वार्ता की टेबल पर बैठे। डेढ़ घंटे चली बैठक में दमकल विभाग में ठेका प्रथा समाप्त करने और दमकल कर्मचारियों को सेवा सुरक्षा प्रदान करने सहित कुछ मांगों पर बात बिगड़ गई। इससे खफा कर्मचारी नेता उठकर चले गए।
इसके बाद मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर ने मोर्चा संभाला और दोपहर करीब 12:30 बजे फिर से यूनियन पदाधिकारियों को बैठक के लिए बुलाया। दर्जनभर मांगों पर सहमति के बाद नगर पालिका कर्मचारी संघ ने 27 अगस्त से चली आ रही हड़ताल खत्म करने का एलान किया। संघ के प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने कहा कि हड़ताल खत्म करने के बावजूद आठ सितंबर को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत करनाल में रैली की जाएगी। इसमें दस हजार कर्मचारी शामिल होंगे।
पालिका कर्मचारियों की यह मांगें मानी गईं
- पालिका, परिषद और निगमों में लगे सफाई कर्मचारियों, सीवरमैन व दमकल में लगे ड्राइवरों व फायरमैन को ठेका प्रथा से मुक्त कर विभाग के रोल पर रखा जाएगा।
- सरकार फायर ब्रिगेड कर्मियों की नौकरी सुरक्षा की गारंटी लेगी।
- समान काम समान वेतन पर केस टू केस विचार किया जाएगा।
- सफाई कर्मचारियों को 15 हजार रुपये वेतन व सालाना वेतन वृद्धि दी जाएगी।
- 9 मई से 24 मई तक 16 दिन की हड़ताल के बाद निकाले गए कर्मचारियों को ड्यूटी पर वापस लिया जाएगा।
- 2 अक्टूबर से 4 अक्टूबर व 27 अगस्त से 30 अगस्त तक चली हड़ताल को भी ड्यूटी पीरियड माना जाएगा।
- डिप्लोमा धारक पढ़े-लिखे सफाई कर्मियों को सहायक सफाई निरीक्षक के पद पर नियुक्ति का मौका मिलेगा।
- वरिष्ठता सूची के आधार पर सफाई दरोगा बनाए जाएंगे।
- सफाई कर्मचारियों को दस लाख रुपये दुर्घटना बीमा का लाभ दिया जाएगा।
मांगें पूरी होने तक जारी रहेगी ग्रामीण सफाई कर्मियों की हड़ताल
मांगों को पूरी होने तक ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हड़ताल जारी रखेगी। यूनियन के राज्य प्रधान देवीराम, महासचिव विनोद कुमार, सचिव देवेंद्र तथा सीटू नेता लच्छीराम की पंचायत विभाग के निदेशक सुशील सारवान, संयुक्त निदेशक सुमित कुमार, उप निदेशक बीडी ढालिया के बीच वार्ता में सहमति बनी कि पांच सितंबर को ग्रामीण सफाई कर्मियों के लिए पीएफ व ईएसआइ की सुविधा लागू कर दी जाएगी।
कर्मियों को पहचान पत्र भी मिल जाएंगे। इसके अलावा काम के नॉर्म, सरकारी अवकाश, औजार, बकाया वेतन और वर्दी भत्ते के लिए लिखित आदेश तुरंत जारी कर दिए जाएंगे। वेतन बढ़ोतरी का निर्णय सरकार पर छोड़ा गया है। प्रदेश के 11 हजार ग्रामीण सफाई कर्मचारी चार दिन से हड़ताल पर हैं।
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