हरियाणा में बैंक खातों का मिलान न होने से अटके किसानों के 17 करोड़ रुपये, अधिकांश के खाते में पहुंचा सीधा भुगतान
हरियाणा में गेहूं की रिकार्ड खरीद की गई। अधिकांश किसानों के खाते में फसल की सीधी रकम पहुंच गई है लेकिन अभी भी कई किसानों को राशि नहीं मिली है। दरअसल खातों का मिलान नहीं होने के कारण ऐसा हुआ है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में रबी सीजन में गेहूं की रिकार्ड खरीद के बाद अधिकतर किसानों के खातों में सीधे भुगतान कर दिया गया है। हालांकि बैंक खातों का मिलान नहीं होने के कारण कई किसानों के 17.64 करोड़ रुपये अभी अटके हुए हैं। जिन किसानों का भुगतान अभी तक बकाया है, वे अपने बैंक खाते की पास बुक की फोटो कापी जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक (डीएफएससी) या जिला प्रबंधक (डीएम) आफिस में जमा करा सकते हैं। इसके बाद उनका भुगतान तुरंत कर दिया जाएगा।
हरियाणा में सरकारी खरीद एजेंसियों ने इस साल पहली अप्रैल से 15 मई तक 396 मंडियों और खरीद केंद्रों पर करीब 85 लाख टन गेहूं खरीदा था। बदले में किसानों को 15 हजार 402 करोड़ रुपये खरीद एजेंसियों ने देने थे जिसमें से नौ लाख 14 हजार 415 किसानों के खातों में 15 हजार 385 करोड़ रुपये डाले चुके हैं। करीब 319 करोड़ रुपये आढ़तियों को लेबर व दामी के रूप में दिए गए।
खास बात यह कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरसों की खरीद के लिए 71, चने के लिए 11 तथा जौ के लिए 25 मंडी खाेली गईं थी, लेकिन बाजार भाव अधिक होने के कारण किसान मंडियों में यह फसलें लेकर नहीं पहुंचे। फिलहाल पहली जून से नौ केंद्रों पर सूरजमुखी की खरीद चल रही है।
मंत्री बोले- पास बुक की प्रति जमा कराएं किसान
हैफेड तथा हरियाणा वेयर हाउसिंग कारपोरेशन द्वारा अब तक 1770 किसानों से करीब तीन हजार टन सूरजमुखी की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जा चुकी है। कृषि मंत्री जेपी दलाल ने बताया कि बैंक खातों का मिलान नहीं होने से जिन किसानों का भुगतान नहीं हो पाया है, वे डीएफएससी या डीएम कार्यालय में बैंक पास बुक की प्रति जमा करा दें। तुरंत उनका पैसा जारी कर दिया जाएगा।