रिटायर्ड सरकारी कर्मचारियों व उनके आश्रितों को बड़ा तोहफा, हरियाणा में मिलेगा कैशलेस इलाज
हरियाणा में सेवानिृत्त कर्मचारियों व उनके आश्रितों के लिए अच्छी खबर है। राज्य में उन्हें कैशलेश इलाज की सुविधा प्रदान की जाएगी। नए साल से यह योजना लागू होगी। इसके लिए डिजिटल डाटा बेस तैयार किया जाएगा ।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा में सरकारी कर्मचारियों की तर्ज पर अब रिटायर्ड कर्मचारी और उनके आश्रित भी बीमार पड़ने पर पर कैशलेस इलाज करा सकेंगे। इलाज पर पांच लाख रुपये तक के खर्च की ऊपरी सीमा भी हटा दी गई है। नए साल से पेंशनर्स इस योजना का लाभ उठा सकेंगे।
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सर्व कर्मचारी संघ सहित अन्य कर्मचारी संगठन लंबे समय से रिटायर्ड कर्मचारियों और उनके आश्रितों के लिए भी कैशलेस इलाज की मांग करते रहे हैं। इसके चलते प्रदेश सरकार ने विगत मई में योजना का ड्राफ्ट जारी कर हितधारकों और कर्मचारी संगठनों से 15 दिन में सुझाव मांगे थे। अब इस पालिसी का खाका तैयार कर दिया गया है, जिस पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मुहर लगा दी है। करीब 18 लाख परिवारों को इसका फायदा होगा।
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अभी तक केवल मौजूदा कर्मचारी और उनके आश्रितों को ही सरकार के पैनल में शामिल अस्पतालों में पांच लाख रुपये तक के कैशलेस इलाज की सुविधा मिल रही थी। योजना के पात्र लोगों का आधार व अन्य स्रोतों से डिजिटल डाटा बेस बनाया जाएगा। इससे लाभार्थियों के आनलाइन सत्यापन में कोई दिक्कत नहीं आएगी।
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मौजूदा व्यवस्था में रिटायर्ड कर्मचारियों को इलाज पर खर्च राशि मिलने में काफी समय लग जाता है। कैशलेस योजना में बिल का झंझट खत्म हो जाएगा। सभी पेंशनर्स व उनके आश्रितों को कार्ड दिया जाएगा। इससे वह काडियक इमरजेंसी, ब्रेन हैमरेज, कोमा, इलेक्ट्रिक शाक, कैंसर के तीसरे व चौथे चरण और दुर्घटना के साथ ही पैकेज में शामिल दूसरी बीमारियों का इलाज करा सकेंगे।
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