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स्थानीय निकाय चुनाव में जिन मंत्रियों व विधायकों के क्षेत्रों में हारी भाजपा, वहां का बनेगा रिपोर्ट कार्ड

Haryana Urban Election Result हरियाणा में संपन्न नगर परिषद व नगर पालिकाओं के चुनावों में अधिकतर मंत्री और सांसद-विधायक फील्ड में डटे हुए थे। एक-एक शहर में कई-कई मंत्रियों के दौरे करवाए गए लेकिन फिर भी कई मंत्रियों व विधायकों के इलाकों में भाजपा प्रत्याशी हार गए।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Fri, 24 Jun 2022 02:31 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jun 2022 03:22 PM (IST)
स्थानीय निकाय चुनाव में जिन मंत्रियों व विधायकों के क्षेत्रों में हारी भाजपा, वहां का बनेगा रिपोर्ट कार्ड
निकाय चुनाव में जहां हारी भाजपा वहां से मंत्रियों व विधायकों का तैयार होगा रिपोर्ट कार्ड। सांकेतिक फोटो

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। निकाय चुनावों में गठबंधन की शानदार जीत का जश्न मना रही भाजपा उन परिषदों व पालिकाओं में हार की भी समीक्षा करेगी, जहां पार्टी प्रत्याशियों को हार का मुंह देखना पड़ा। खासकर जो निकाय मंत्रियों और विधायकों के प्रभाव क्षेत्र में आते हैं। इन मंत्रियों व विधायकों का ‘रिपोर्ट कार्ड’ भी तैयार हो सकता है।

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भाजपा के अधिकतर मंत्री, सांसद-विधायक व वरिष्ठ नेता नगर परिषद व नगर पालिकाओं के चुनावों में डटे हुए थे। एक-एक शहर में कई-कई मंत्रियों के दौरे करवाए गए। सीएम सिटी कहे जाने वाले करनाल जिला की चार नगर पालिकाओं असंध, घरौंडा, निसिंग व तरावड़ी में केवल घरौंडा के विधायक हरविंद्र सिंह कल्याण अपना जलवा दिखा सके।

तरावड़ी में भाजपा के राजीव नारंग को निर्दलीय प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह उर्फ बिल्ला ने चुनाव में पटकनी दी। निसिंग में तो भाजपा उम्मीदवार तीसरे नंबर पर पहुंच गया। निर्दलीय रोमी सिंगला ने 4473 वोट लेकर यह चुनाव जीता। दूसरे नंबर पर भी निर्दलीय प्रत्याशी जनक राज रहे। उन्हें 2173 मत हासिल हुए।

असंध में निर्दलीय प्रत्याशी सतीश कटारिया ने 4408 वोट लेकर अध्यक्ष पद का चुनाव जीता। भाजपा प्रत्याशी कमलजीत लाडी को 3855 वोट मिले। प्रदेश के सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल खुद बावल शहर में पार्टी प्रत्याशी को चुनाव नहीं जितवा सके। स्थिति यह रही कि भाजपा उम्मीदवार यहां तीसरे नंबर पर रहा।

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव नारनौल से विधायक हैं। नारनौल नगर परिषद में भाजपा प्रत्याशी संगीता को महज 13 हजार 68 वोट मिले। यहां निर्दलीय उम्मीदवार कमलेश सैनी ने 27 हजार 202 वोट लेकर चेयरमैनी का चुनाव जीता।

रानियां से निर्दलीय विधायक व बिजली मंत्री रणजीत सिंह दीपक गाबा का समर्थन कर रहे थे। गाबा को निर्दलीय उम्मीदवार मनोज सचदेवा ने चुनाव हराया। मनोज की गिनती इनेलो समर्थकों में होती है। ऐलनाबाद से भाजपा टिकट पर उपचुनाव लड़ चुके गोबिंद कांडा रानियां से भी 2019 का चुनाव लड़ चुके हैं। वे भी गाबा के लिए मेहनत कर रहे थे, लेकिन परिणाम नहीं मिले।

इसी तरह से उपमुख्यमंत्री दुष्यंत सिंह चौटाला के उचाना नगर पालिका में भी जजपा प्रत्याशी की बुरी हार हुई। यहां जजपा तीसरे नंबर पर रही। विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली टोहाना से विधायक हैं। यहां भी जजपा ने चुनाव लड़ा था लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी के हाथों जजपा को हार का मुंह देखना पड़ा।

हांसी में विनोद भ्याना भाजपा विधायक हैं। यहां से पार्टी की मीनू को 14 हजार 923 वोट मिले। वहीं, निर्दलीय प्रवीन ऐलावादी ने 20 हजार 428 वोट लेकर जीत हासिल की।

होडल में सबसे खराब रहा प्रदर्शन

होडल में भाजपा विधायक जगदीश नैय्यर पार्टी को पांचवीं पोजिशन पर पहुंचने से भी नहीं रोक पाए। भाजपा उम्मीदवार लखन लाल को 4198 वोट मिले। निर्दलीय इंद्रेश ने 9629 वोट लेकर उन्हें पटकनी दी। रतिया से विधायक लक्ष्मण नापा पार्टी उम्मीदवार अंजु बाला को नहीं जितवा सके। यहां निर्दलीय प्रत्याशी प्रीति खन्ना ने 7290 वोट हासिल किए। भाजपा उम्मीदवार को केवल 2556 वोट से सब्र करना पड़ा।


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