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सरकार से टकराव पर उतरा भर्ती माफिया, HSSC चेयरमैन समेत अफसरों को गोली मारने की धमकियां

Haryana Recruitment हरियाणा में भर्ती माफिया कार्रवाइयों से बौखला गया है और राज्‍य सरकार से टकराव पर उतर गया है। भर्ती माफिया ने हरियाणा कर्मचारी आयोग के चेयरमैन और अन्‍य अधिकारियों को गोली मारने की धमकियां देनी शुरू कर दी है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Wed, 19 Jan 2022 08:48 AM (IST)Updated: Wed, 19 Jan 2022 08:48 AM (IST)
सरकार से टकराव पर उतरा भर्ती माफिया, HSSC चेयरमैन समेत अफसरों को गोली मारने की धमकियां
ह‍रियाणा में भर्ती माफिया अब राज्‍य कर्मचारी चयन आयोग के अफसरों को धमकी देने पर उतर आया है। (फाइल फोटो)

चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा में सरकारी नौकरियां लगवाने के नाम पर युवाओं को ठगने वाले भर्ती माफिया अब सीधे सरकार से टकराव उतर आया  हैं। प्रदेश सरकार की सख्ती के बाद भर्ती माफिया गिरोहों के सदस्यों ने कर्मचारी चयन आयोग के अधिकारियों और कर्मचारियों को फोन कर गोली तक मारने की धमिकयां दी हैं। कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष भोपाल सिंह खदरी समेत आयोग के कई कर्मचारियों को यह धमकियां मिली हैं। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए आयोग ने पूरा घटनाक्रम सरकार के संज्ञान में ला दिया और पुलिस के उच्चाधिकारियों को धमकियां मिलने के पुख्ता सबूत सौंपे हैं। भर्ती माफिया उन 125 लोगों को भी छोड़ने या कार्रवाई न करने का दबाव बना रहा है, जिन्हें पुलिस भर्ती के दौरान वास्तविक युवाओं के स्थान पर मापतोल कराते व दौड़ लगाते पकड़ा गया है।

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पुलिस भर्ती में दूसरों के स्थान पर मापतोल व दौड़ लगाते पकड़े गए 125 लोगों को छोड़ने का दबाव

कर्मचारी चयन आयोग को मिली धमकियों के बाद हरियाणा पुलिस और सीआइडी चौकन्ना हो गई है। आयोग के चेयरमैन भोपाल सिंह समेत तमाम उन अधिकारियों व कर्मचारियों के आसपास सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है, जिन्हें धमकियां मिल रही हैं। साथ ही आयोग व पुलिस इस तहकीकात में जुट गए हैं कि जिन फोन नंबर से धमकियां दी जा रही हैं, वह किनके हैं। आयोग को शक है कि गिरोह उन फोन नंबरों का इस्तेमाल कर सकता है, जो विभिन्न भर्तियों के लिए आवेदन करने वाले युवाओं ने अपने फार्म पर लिख रखे हैं, ताकि आयोग की जांच भ्रमित हो सके।

आयोग ने चेयरमैन ने सरकार को दी जानकारी, चेयरमैन के आवास समेत अन्‍य स्थानों पर सुरक्षा बढ़ाई

कर्मचारी चयन आयोग अब तक 85 हजार से अधिक भर्तियां कर चुका है और 50 हजार नई भर्तियों की प्रक्रिया आरंभ होने वाली है। संयुक्त पात्रता परीक्षा (सीइटी) में पास होने वाले अभ्यर्थी ही नई भर्ती प्रक्रिया में शामिल होंगे। आयोग ने पिछले एक साल खासकर तीन माह से भर्ती माफिया पर कड़ी सख्ती की है।

राज्य में 86 भर्तियों में अनियमितताएं पकड़कर भर्ती रैकेट पर जोरदार हमला बोला गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल, विजिलेंस ब्यूरो प्रमुख शत्रुजीत कपूर, सीआइडी चीफ आलोक कुमार मित्तल और आयोग के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी की सख्ती के बाद माफिया का पूरा सिस्टम हिल गया है। अभी तक सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस अंतरराज्यीय भर्ती गिरोहों का पर्दाफाश कर चुकी है।

पुलिस भर्ती में मापतोल व दौड़ के लिए डेढ़ सौ संदिग्ध लोग

आयोग के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी ने मंगलवार को बताया कि उन्हें विभिन्न माध्यमों से जान से मारने, कुछ ले-देकर मामलों को निपटाने तथा कमाई की चिंता करने की धमकियां आ रही हैं। आयोग के कई कर्मचारी व अधिकारी तो ऐसे हैं, जिन्हें सीधे फोन आ रहे हैं। उन्हें कहा जा रहा है कि उन लोगों के विरुद्ध कोई कार्रवाई न करो, जिन्हें पकड़ा जा रहा है अथवा जिन्हें आयोग भर्तियों के लिए संदिग्ध मान रहा है। ऐसा न करने पर गोली मारने की बात कही गई है।

भोपाल सिंह के अनुसार पुलिस भर्ती प्रक्रिया चरम पर है। इसके लिए मापतोल व दौड़ की प्रक्रिया के दौरान 125 ऐसे लोगों को पकड़ा गया, जो दूसरों के स्थान पर मापतोल कराने व दौड़ लगाने आए थे। माफिया के लोगों ने कहा है कि हमने ऐसे 150 लोगों से हिसाब-किताब कर रखा है। इसलिए न तो उन लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए, जिन्हें पकड़ा गया है और न ही उन युवाओं के विरुद्ध कोई कार्रवाई अमल में लाई जाए, जिनके स्थान पर यह लोग मापतोल व दौड़ की प्रक्रिया पूरी करने आए थे।

आयोग के कर्मचारियों को चार से पांच लाख रुपये की आफर

चेयरमैन का कहना है कि जब युवाओं से पूछा गया कि क्या वह स्वयं मापतोल या दौड़ के लिए नहीं आए थे तो उन्होंने इसे स्वीकार किया। उनसे जब ऐसे लोगों के बारे में जानकारी मांगी गई तो पता चला कि इन युवाओं को कुछ नहीं पता। कोई पूरा सिस्टम काम कर रहा है, जो भोले युवाओं को नौकरी लगवाने के नाम पर पैसों से ठग रहा है। आयोग के कर्मचारियों को फोन कर कहा गया है कि चार से पांच लाख रुपये प्रति व्यक्ति ले लो और पूरे मामले को खत्म करो अन्यथा गोली का शिकार हो जाओगे। इस सूचना के बाद संभावित स्थानों पर सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है। अभी तक आयोग ने जिन लोगों को पकड़ा था, उन सबकी सूची भी पुलिस के पास पहुंच चुकी है। कुछ लोग अभी गिरफ्त से बाहर हैं, जिन्हें जल्द ही पकड़ा जाएगा।

वैरीफिकेशन स्थल पर 21 को सादी वर्दी में तैनात होगी पुलिस

हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने 21 जनवरी को ऐसे तमाम युवाओं को शारीरिक मापतोल व दौड़ आदि का मौका दिया है, जो इससे वंचित रह गए थे। इस दिन पंचकूला में बहुत से ऐसे लोगों के आने की उम्मीद है, जो फर्जीवाड़ा करना चाहते हैं। आयोग ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। सीसीटीवी कैमरों व बायोमीटरिक समेत अन्य तरीकों से ऐसे फर्जी लोगों को पकड़ लिया जाएगा।

वैरीफिकेशन स्थल पर पंचकूला में पुलिस भी सादी वर्दी में तैनात रहने वाली है। चेयमरैन के अनुसार माफिया गिरोह की किसी साजिश को इस दिन कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। २१ तारीख को भी माफिया द्वारा हरकत करने की आशंका है। उस दिन भी धमकियां आ सकती हैं। इसलिए पुलिस को इन धमकियों की लिखित शिकायत 21 के बाद दी जाएगी। तब तक समस्त फोन नंबर की डिटेल एकत्र की जा रही है।

दिल्ली की भर्तियों के साथ शेयर मार्केट का कनेक्शन भी

कर्मचारी चयन आयोग के दफ्तर के बाहर से अलग-अलग समय में दो संदिग्ध गाड़ियां भी मिली हैं। चेयरमैन भोपाल सिंह ने इसकी पुष्टि की। उन्‍हाेंने बताया कि कुछ दिन पहले हमारे कर्मचारियों ने एक गाड़ी को पकड़ा था। उसमें बहुत ज्यादा स्टैंप थी और उम्‍मीदवारों के काफी संख्‍या में एडमिट कार्ड थे। कुछ कैश भी था। मैच्ड व मिस मैच्ड की स्टैंप थी, जिन्हें आयोग इस्तेमाल करता है। हम हर रोज स्याही और स्टांप की शेप बदल देते हैं। इस बारे में गिरोह के लोगों को जानकारी नहीं रही होगी।

उन्‍होंने बताया कि गाड़ी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया था। मंगलवार को फिर दूसरी संदिग्ध गाड़ी ध्यान में आई। उसमें बैठे युवक से पूछताछ की गई तो उसने स्वीकार किया कि उसके स्थान पर किसी दूसरे व्यक्ति ने परीक्षा दी थी। उसी गाड़ी में एक ही बच्चे की पांच आइडी मिली हैं। कुछ आधार कार्ड मिले हैं। लेपटाप व कैश मिला है। एडमिट कार्ड मिले हैं।

उन्‍होंने बताया कि लेपटाप खोलकर देखा तो उसमें बातचीत की रिकार्डिंग भी सामने आई। इस रिकार्डिंग के आधार पर माफिया ने दिल्ली भर्ती बोर्ड की भर्तियों में भी सेटिंग की थी। इसके अलावा बिटकान से शेयर की खरीद-फरोख्त का जिक्र इस रिकार्डिंग में है। डीजीपी, एडीजीपी व सीआइडी चीफ को यह गाड़ी सौंप दी गई है।

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' न लालच में आऊंगा और न धमकियों से डरूंगा'

'' गिरोह की ओर से कहा गया है कि हम भी कमा रहे हैं और आप भी कमाओ। बैठकर बात कर लेते हैं। मैंने इससे मना कर दिया है। मैं अपने और सरकार के एजेंडे से नहीं हटूंगा। मैं न लालच में आऊंगा और न ही धमकी में आऊंगा। मैं मुख्यमंत्री के साफ सुथरी व मैरिट के आधार पर भर्तियों के एजेंडे पर कायम हूं। उच्चाधिकारियों को मैंने अवगत करा दिया है। जल्द ही लिखित शिकायत भी देंगे।

                                                         - भोपाल सिंह खदरी, चेयरमैन, हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग। 


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