जोगिया सब जानता है: बड़े पंडितजी के सिर पर गुड़ की भेली, पढ़ें हरियाणा की सियासत की रोचक खबरें
जाेगिया सब जानता है हरियाणा की राजनीतिक नेताओं की पर्दे के पीछे कई गतिविधियां होती हैं और इनमें कई रोचक प्रसंग हाेते हैं। ये आमतौर पर लोगों के समक्ष उजागर नहीं होते। पेश है साप्ताहिक कॉलम जोगिया सब जानता है के तहत ऐसी ही रोचक खबरें।
चंडीगढ़, [बिजेंद्र बंसल]। जोगिया सब जानता है : बड़े पंडितजी के रूप में विख्यात पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा का घर आंगन पिछले दिनों पौत्र जन्म के बाद से चहक उठा है। इसी खुशी में पंडितजी अपने परिजन,मित्र-प्यारों की बड़ी टोली के साथ गुड़ की भेली सिर पर रखकर समधाने (परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा के बड़े भाई टिपरचंद के फरीदाबाद स्थित निवास) पहुंचे। स्वागत में खड़ी महिलाओं से लेकर बड़े पंडितजी के साथ आई महिलाओं ने लोक गीतों गाते हुए खूब हंसी ठिठौली की।
ब्रज से अहीरवाल तक खुशी के मौके पर आमंत्रण के लिए गुड़ की भेली देने का रिवाज है। राजनीति के प्रकांड पंडितजी को सामाजिकता का भी ज्ञान खूब है तभी तो वे छूछक (बहन-बेटी के बच्चों के जन्मोत्सव पर सहयोग-दक्षिणा) का वजन बढ़वाने के दृष्टिकोण से पांच किलो की बजाय 21 किलो की भेली लेकर पहुंचे थे। वैसे भी मूलचंद शर्मा के मंत्री बनने से पंडितजी को हार का मलाल नहीं है।
बाजरा देगा बिस्कुट का मनोहर स्वाद
मनोहर लाल सरकार ने हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के किसानों से बाजरा बाजार भाव से भी 850 रुपये प्रति क्विंटल में खरीद तो लिया मगर अब सरकार इसकी खपत की जुगत लगा रही है। सरकार की परेशानी यह भी है कि गत वर्ष खरीदे गए 7.76 लाख मीट्रिक टन बाजरे ने गोदाम भी घेर रखे हैं। बाजरा न तो सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राशन डिपुओं में भेजा जा रहा है और न ही इसकी बाजार में मांग है। बाजरे की मांग यूं तो शराब कंपनियों में भी है मगर 2150 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदा बाजरा सरकार कम दर पर कैसे बेचे। बाजार में बाजरा आज भी 1300 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बिक रहा है। अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पार्ले-जी बिस्कुट और काकाजी नमकीन के प्रबंधकों से बिस्कुट और नमकीन का स्वाद व पौष्टिकता बढ़ाने के लिए बाजरा खरीदने की पेशकश की है।
लक्ष्मण रेखा पार कर रही खाकी
कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए सरकार ने एक बार फिर फेस मास्क की अनिवार्यता पर जोर दिया है। पुलिस भी जगह-जगह बिना मास्क लगाए वाहन चलाने वालों के चालान कर रही है। होली पर्व से दो दिन पहले शनिवार को राज्य भर में पुलिस ने महानिदेशक के अादेशानुसार प्रतिमाह की जाने वाली जांच भी की। इस दौरान पुलिस ने वाहन चालकों पर जो कहर बरपाया,उसका आभास परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा के पुत्र को अपने मित्र के 22 हजार रुपये के चालान से हुआ तो मंत्री से भी नहीं रुका गया।
मंत्री ने पुलिस के एक बड़े अधिकारी को फोन लगाकर कहा कि खाकी वर्दी वाले लक्ष्मण रेखा पार न करें। पुलिस मास्क न पहनने वालों काे चालान करने से पहले जागरूक भी करे। उन्होंने आगाह भी किया कि सभ्य नागरिक का 22 हजार रुपये का चालान और गाड़ी जब्त करने वाले पुलिसकर्मी लक्ष्मण रेखा पार नहीं करें।
नेताजी के मुख से मिली सही सलाह
इस बार होली पर्व से पहले अचानक कोरोना संक्रमण फैलाव के मामले बढ़ने के बावजूद होली मिलन के सार्वजनिक कार्यक्रम खूब हुए। इनकी बढ़ती संख्या देखते हुए राज्य सरकार ने सार्वजनिक कार्यक्रमों के आयोजन पर प्रतिबंध भी लगाया मगर इसका ज्यादा असर नहीं हुआ। असल में इस बार होली मिलन कार्यक्रम करने वालों की संख्या ज्यादा इसलिए थी कि राज्य में पंचायत चुनाव कभी भी हो सकते हैं।
इसके अलावा फरीदाबाद, गुरुग्राम सहित कई अन्य बड़े शहरों में नगर निगम, नगर परिषद, नगर पालिका के चुनाव भी इसी साल में होने हैं। ऐसे में संभावित प्रत्याशियों ने अपना दमखम होली मिलन कार्यक्रमों में नेताओं को दिखाया। हालांकि केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने तो एक संभावित प्रत्याशी को होली मिलन कार्यक्रम रखने पर सचेत भी किया। गुर्जर ने कहा कि वह उसके दोस्त का छोटा भाई है इसलिए सलाह दे रहे हैं। बिना वजह खर्च न कर, पार्टी टिकट नहीं देगी।
तंवर के मुख से निकले केजरीवाल के बोल
प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डाक्टर अशोक तंवर ने कांग्रेस छोड़ अपना भारत माेर्चा गठित कर लिया है। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के नजदीकी रहे तंवर एनएसयूआइ और युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे मगर सूबे की राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से उनकी पटरी नहीं बैठी। करीब 20 वर्षों तक कांग्रेस में रहने के बाद तंवर ने सूबे में बनी नई राजनीतिक पार्टी जजपा से भी पींग बढ़ाई थीं मगर वहां भी उनकी दाल नहीं गली।
अब अपने नए संगठन के मंचों से तंवर भाजपा और कांग्रेस को एक ही सिक्के के दो पहलू बता रहे हैं। तंवर के मुख से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जैसे ही बोल निकल रहे हैं। इतना ही नहीं तंवर यह भी दावा कर रहे हैं कि अब उन्हें राहुल गांधी भी बुलाएंगे तो वापस कांग्रेस में नहीं जाएंगे, चाहे उनका हरा रूमाल क्यों न बिक जाए।