हरियाणा में पहले दिन 95 हजार टन गेहूं की खरीद, किसानों ने कोरोना रिलीफ फंड में दिए दान
हरियाणा में गेहूं की खरीद सोमवार को शुरू हुई। राज्य की मंडियों में पहले दिन करीब 95 हजार टन गेहूं की खरीद हुई। इस दौरान किसानों ने कोरोना रिलीफ फंड में दान दिए।
चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा में सोमवार को मंडियों में गेहूं की खरीद शुरू हुई। इसके लिए हरियाणा सरकार की ओर व्यापक प्रबंध किए गए थे। यह खरीद सभी जिलों में ई-खरीद के माध्यम से हुई। पहले दिन करीब 95 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई। इसके अलावा करीब 25 हजार मीट्रिक टन सरसों की भी खरीद हुई। इस दौरान किसानों ने कोरोना रिलीफ फंड में आर्थिक सहयोग प्रदान किया।
राज्य के सभी जिलों में गेहूं की खरीद शुरू हुई। खरीद की जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों ने निगरानी रखी। इस दौरान मुख्यमंत्री मनाेहरलाल और राज्य के उच्च अधिकारी लगातार खरीद पर नजर रखी। इस दौरान कोरोना के मद्देनजर लॉकडाउन के लिए तय निर्देशों और शारीरिक दूरी (Physical distance) का ध्यान रखा गया।
पानीपत की बाबरपुर मंडी में गेहूं के लगे ढ़ेर।
हरियाणा सरकार का 25 हजार मीट्रिक टन सरसों खरीद का भी दावा
हरियाणा में पिछले साल पहले दिन करीब डेढ़ लाख (1.50) लाख मीट्रिक टन, पंजाब में 2.90 लाख टन, उत्तर प्रदेश से 2.78 लाख मीट्रिक टन और राजस्थान से 1.97 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया था। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण तथा सहकारिता विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने बताया कि सोमवार को 163 खरीद केंद्रों पर 8693 किसान अपनी सरसों की फसल लेकर आए।
कौशल ने बताया कि 9729 किसान गेहूं की फसल लेकर मंडियों में पहुंचे। गेहूं व सरसों की कुल मिलाकर एक लाख 20 हजार मीट्रिक टन खरीद हुई है। किसी मंडी में खरीद में कोई व्यवधान नहीं आने दिया गया। प्रत्येक खरीद केंद्र पर किसानों के लिए सैनिटाइजर समेत तमाम सुविधाओं की व्यवस्था की गई थी।
जींद के उचाना में मंडी पहुंचे किसान।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि 161 सरसों उत्पादक किसानों ने एक लाख 94 हजार 819 रुपये का योगदान कोरोना रिलीफ फंड में दिया है। 44 गेहूं उत्पादक किसानों ने एक लाख 97 हजार 151 रुपये का आर्थिक सहयोग रिलीफ फंड में दिया है।
किसानों का सरप्लस 40 फीसदी दूध खरीदेगी सरकार
हरियाणा में लाकडाउन के चलते करीब 40 प्रतिशत दूध की बिक्री में गिरावट आ गई है। अब इस दूध को किसान अपने ही पशुओं को पिलाने अथवा मुफ्त में बांटने को मजबूर हैं। समस्या को देखते हुए प्रदेश सरकार ने किसानों, डेयरी फार्म संचालकों तथा दुग्ध उत्पादकों से यह सरप्लस दूध सहकारी समितियों के माध्यम से खरीदने का निर्णय लिया है।
इस दूध के जरिये सरकार सूखा दूध और वीटा उत्पाद तैयार करेगी। हरियाणा डेयरी विकास सहकारी प्रसंघ के प्रबंध निदेशक ए श्रीनिवास ने बताया कि प्रति दिन 8 लाख लीटर दूध की खरीद की जा रही है, जो पिछले वर्ष से 40 प्रतिशत अधिक है।
कुमारी सैलजा ने सांपला मेें खरीद का लिया जायजा
सांपला की अनाजमंडी में गेहूं की खरीद का जायजा लेतीं हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमार सैलजा।
कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने रोहतक जिले की सांपला अनाज मंडी का दौरा किया और गेहूं की खरीद का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने किसानों व अधिकारियों से की बातचीत की। सैलजा ने कहा राजनीति करना उनका उद्देश्य नहीं, विपक्षी दल का नेता होने के नाते किसानों की समस्याएं जानने पहुंचीं। उन्होंने कहा कि किसानों की पूरी फसल खरीदने की व्यवस्था होनी चाहिए। सरकार किसानों की फसल ऑनलाइन खरीद पर विचार करे।
इस दौरान उन्होंने टोल की दरें बढ़ाने व टोल चालू करने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि ऐसे समय पर राहत देना चाहिए। टोल चालू करना बड़ी विडंबना है। इस संबंध में वह मुख्यमंत्री से बातचीत करेंगी।
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हरियाणा सरकार ने आढ़तियों को दिया बातचीत का न्योता
हरियाणा सरकार ने प्रदेश में पहले दिन सुचारू खरीद व्यवस्था का दावा किया है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने कहा कि सभी जगह गेहूं की खरीद हुई है, लेकिन जिन आढ़तियों ने खरीद प्रक्रिया में भागीदारी नहीं की, वे अगर चाहें तो सरकार से बात कर सकते हैं। प्रदेश सरकार उनकी बात सुनने तथा वार्ता करने को तैयार है।
पीके दास ने कहा कि आढ़तियों की अभी तक की सभी वाजिब मांगें मान ली गई हैं। उन्होंने कहा कि सोमवार से प्रदेश की मंडियों में गेहूं की खरीद शुरू की गई है। ज्यादातर मंडियों में खरीद में सहयोग के लिए आढ़ती पहुंचे है, लेकिन जो आढ़ती खरीद में शामिल नहीं हुए उनसे वार्ता के लिए सरकार तैयार है। आढ़तियों का प्रति क्विंटल कमीशन 40 रुपये से बढ़ाकर 55 रुपये कर दिया गया है तथा उनके पुराने बैंक खातों में ही अदायगी करने जैसी मांगें मानी जा चुकी हैं। आढ़तियों के ऊपर से नए बैंक में खाता खुलवाने की शर्त भी वापस ली जा चुकी है।
पीके दास ने बताया कि पहले दिन करीब एक लाख टन गेहूं खरीद की उम्मीद रही है। पहला दिन होने के कारण इतनी आवक हुई। आगे ढाई से तीन लाख टन तक आवक संभव है। किसान मेरा फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर दी गई जानकारी के अनुसार पूरी फसल एक बार में ला सकता है, लेकिन सरसों के मामले में 40 क्विंटल क्विंटल एक बार में लाने की सीमा तय की गई थी।
उन्होंने बताया कि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, हैफेड ओर वेयरहाउसिंग कारपोरेशन गेहूं की खरीद कर रहे है। मंडी से खरीदी गई सरसों गोदामों में भेजी जा रही है और सोमवार को खरीदा गया गेहूं मंगलवार शाम तक गोदाम में पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि मंडियों ने खरीद के सभी जरूरी इंतजाम मौजूद हैं।
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