विधानसभा चुनाव के बाद अब तीन नगर निगमों व चार परिषदों में चुनाव की तैयारी, घोषणा बाकी
विधानसभा चुनाव के बाद अब तीन नगर निगमों और चार नगर परिषदों में चुनाव की तैयारी है। चुनाव दिसंबर अंत या जनवरी के पहले पखवाड़े में हो सकते हैं।
जेएनएन, चंडीगढ़। विधानसभा चुनावों के बाद अब हरियाणा में तीन नगर निगमों और चार नगर परिषदों में चुनाव कराने की तैयारी है। अंबाला, सोनीपत व पंचकूला में जहां नगर निगम के चुनाव होंगे, वहीं अंबाला छावनी, कालका, पिंजौर और रेवाड़ी में नगर परिषद के लिए वोट पड़ेंगे। इसके अलावा ग्राम पंचायतों और जिला परिषदों में रिक्त पदों के लिए भी उप चुनाव कराया जाएगा। दिसंबर के अंत या जनवरी के पहले पखवाड़े में चुनाव कराने के लिए राज्य चुनाव आयोग के अधिकारी शेड्यूल तैयार करने में जुटे हैं।
नवगठित नगर परिषदों और नगर निगमों में वार्डबंदी का काम लगभग पूरा हो चुका है। हाई कोर्ट में मामला लंबित होने के चलते यहां लंबे समय से चुनाव लटके हुए थे। अंबाला नगर निगम से अंबाला छावनी और पंचकूला नगर निगम से पिंजौर व कालका को अलग कर परिषद बनाने के खिलाफ हाई कोर्ट में चुनौती दी गई थी। विवाद निपटने के बाद अब यहां डेढ़ साल के इंतजार के बाद चुनाव कराने का रास्ता साफ हो गया है।
वहीं, जुलाई 2015 में नगर परिषद से नगर निगम बने सोनीपत में वार्डबंदी के विवाद के चलते अभी तक चुनाव नहीं हो सके हैं। नियमानुसार नगर निगम के गठन के तीन साल के भीतर मेयर का चुनाव कराना जरूरी है। वार्ड बंदी के विवाद के चलते यह समय सीमा भी गुजर गई जिसके चलते विधानसभा में बिल पारित कर नियमों में बदलाव करना पड़ा।
इसी तरह रेवाड़ी नगर परिषद के 31 वार्ड के लिए 2013 में गठित हुए सदन का कार्यकाल 10 फरवरी 2018 को पूरा हो चुका है। नियमानुसार फरवरी 2018 से पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी कर सदन का गठन होना जरूरी थी, लेकिन नई और पुरानी वार्डबंदी के पेंच के चलते चुनाव अटक गए। अब यहां फिर से चुनाव का रास्ता साफ हो गया है।
मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण का काम शुरू
नगर निगमों व नगर परिषदों के साथ ही पंचायत और जिला परिषदों के उपचुनावों के लिए हरियाणा निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण का काम शुरू कर दिया है। मतदाता सूचियां पहले ही तैयार की जा चुकी, जिनमें पात्र युवा अपने नाम जुड़वा सकते हैं।
मेयर का प्रत्यक्ष चुनाव, पार्षद चुनेंगे जिप चेयरमैन
तीनों नगर निगमों के लिए मेयर का चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से होगा। यानी कि मेयर के लिए मतदाता सीधे वोट डालेंगे, जबकि सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का चयन निर्वाचित पार्षद करेंगे। इसी तरह नगर परिषदों के लिए पहले पार्षद का चुनाव होगा जो चेयरमैन और डिप्टी चेयरमैन चुनेंगे।
जल्द मिलेगा शहर की सरकार चुनने का मौका
राज्य चुनाव आयुक्त डॉ. दलीप सिंह ने कहा कि मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण का काम चल रहा है। सभी स्थानों पर वार्ड बंदी का काम लगभग पूरा हो चुका है। राज्य निर्वाचन आयोग चुनाव की तैयारी में जुटा हुआ है। जल्द ही लोगों को शहर की सरकार चुनने का मौका मिलेगा।
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