चुनाव सुधार पर सांसदों की समिति 9 जून को लेगी राजनीतिक दलों की राय
27 सांसदों की समिति 9 जून को चंडीगढ़ में होगी। यहां समिति हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और अन्य पड़ोसी राज्यों के राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से चुनाव सुधार पर रायशुमारी करेगी।
जेएनएन, चंडीगढ़। केंद्रीय चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनावों के मद्देनजर अभी से चुनाव सुधार की प्रक्रिया शुरू कर दी है। चुनाव प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाने के लिए संसद की स्थायी समिति देशभर का दौरा कर रही है। इसी क्रम में 27 सांसदों की समिति 9 जून को चंडीगढ़ में होगी। यहां समिति हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और अन्य पड़ोसी राज्यों के राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से चुनाव सुधार पर रायशुमारी करेगी।
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अंकुर गुप्ता के अनुसार समिति सदस्य सभी दलों से विचार-विमर्श कर सुझाव लेंगे। सुझाव लेने के बाद समिति केंद्रीय चुनाव आयोग के साथ ही संसद में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। फंडिंग और प्रतिनिधित्व का मुद्दा सबसे अहम है। राजनीतिक दलों को होने वाली फंडिंग में सवाल उठते आ रहे हैैं।
अंकुर गुप्ता के अनुसार अब मतदाता डुप्लीकेसी आसान नहीं होगी। हरियाणा जुलाई के पहले सप्ताह में ईआरओ-नेट प्रक्रिया शुरू करने वाला देश का पहला राज्य बनने जा रहा है। इसके तहत प्रदेश में वोट बनाने के लिए आवेदन करने वाले आवेदक की जानकारी ऑनलाइन देश के सभी इलेक्ट्रोल रजिस्ट्रेशन आफिसर के पास चली जाएगी। इससे डुप्लीकेट वोट नहीं बन सकेगी।
18 से 21 वर्ष के युवाओं पर रहेगा फोकस, 14.5 लाख नए मतदाता जुड़ेंगे
अंकुर गुप्ता ने बताया कि मतदाता सूची में नाम दर्ज करने के लिए विशेष अभियान एक जुलाई से 31 जुलाई तक चलाया जाएगा। उन्होंने 1-1-2017 को आधार बनाकर कुल जनसंख्या 2.85 करोड़ आंकी है। इसके अनुसार एक करोड़ 82 लाख लोगों के मतदाता सूची में नाम दर्ज होने चाहिए। यह 64 फीसद है, जबकि वोट 59 फीसद के ही बने हैं।
हरियाणा में 14.5 लाख मतदाताओं के वोट बनाने का उनका लक्ष्य है। इसमें 9 लाख 18 से 21 साल की आयु के युवा हैं। इसके लिए सभी स्कूल, कालेजों में 13 व 20 जुलाई 2017 को विशेष कैंप आयोजित किए जाएंगे। गुरुग्राम, मेवात, पलवल, पंचकूला, पानीपत, यमुनानगर, फरीदाबाद व करनाल में इलेक्टोरल जनसंख्या अनुपात कम है।
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