फिर शुरू हुई सेक्टर-8, 9 और 10 में पेड पार्किंग, जनता पर पड़ेगा बोझ
सेक्टर-20 की पेड पार्किंग का विवाद अभी थमा नहीं वहीं एक बार फिर से सेक्टर-8 9 और 10 में पेड पार्किंग शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, पंचकूला : सेक्टर-20 की पेड पार्किंग का विवाद अभी थमा नहीं, वहीं एक बार फिर से सेक्टर-8, 9 और 10 में पेड पार्किंग शुरू कर दी है। जिला बाल कल्याण परिषद की ओर से कुछ समय के लिए पेड पार्किंग बंद कर दी गई थी, क्योंकि इसका टेंडर रिन्यू नहीं हुआ था और नया टेंडर अलॉट किया जाना था। यह तीनों पार्किंग नगर निगम पंचकूला के अंतर्गत आती है, लेकिन जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के चलते इन तीनों सेक्टरों की पार्किंग से आने वाला राजस्व बाल कल्याण परिषद को जाता है। इस संबंध में मेयर कुलभूषण गोयल निगम अधिकारियों को कई बार निर्देश दे चुके हैं कि इन तीनों पार्किंग को वापस निगम के अधीन लेने की कार्रवाई की जाए, लेकिन अब तक इस संबंध में कोई फैसला नहीं हो पाया है।
पार्किंग के नाम पर नाजायज बोझ डालना गलत : अमित
सेक्टर-8 के बिजनेसमैन अमित चुटानी ने बताया कि एक तरफ पहले ही पंचकूला में व्यापार बहुत कम है, ऊपर से आम जनता पर पार्किंग के नाम पर नाजायज बोझ डालना उचित नहीं है। पेड़ पार्किंग के कारण पंचकूला के व्यापारी व आम जनता में नाराजगी है।
पेड पार्किंग को समाप्त किया जाए : ज्ञान सिंह
सेक्टर 8 कारोबारी ज्ञान सिंह ने कहा कि पेड पार्किंग लगाना गलत है। अब लोग बेकसाइड बूथों के आगे वाहन खड़े कर देते हैं। सरकार को पंचकूला के व्यापार को बचाने के लिए व्यापारी व आम जनता की समस्या को समझते हुए पेड पार्किंग को समाप्त करना चाहिए। ताकि आम जनता पर नाजायज बोझ ना पड़े।
चहेतों को लाभ पहुंचाया जा रहा : बंटी चौधरी
प्रॉपर्टी कारोबारी बंटी चौधरी ने कहा कि प्रभावशाली लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए पेड पार्किंग चालू करने का काम कर रहे हैं। अब शहर की पांच मार्केटों में पेड पार्किंग लग चुकी है, जिसमें सेक्टर 14 और 20 भी शामिल हैं।
जनता को होगी परेशानी : सन्नी
सेक्टर 9 भवानी ज्वैलर्स के मालिक सन्नी वर्मा ने कहा कि पेड पार्किग लागू करना जिला प्रशासन की सोच गलत है। इससे पंचकूला का व्यापार प्रभावित हो रहा है। इससे जनता को बड़ी भारी परेशानी हो रही हैं।
राहत मिलनी चाहिए: राकेश
सेक्टर-8 में कार्यरत राकेश कुमार ने बताया कि मैं बाइक पर आता हूं और एक बार आने पर 10 रुपये वसूले जाते हैं। यदि दिन में दो या तीन बार आना-जाना पड़ जाए, तो 30 से 40 रुपये लग जाते हैं। इसलिए इस काम में राहत प्रदान की जानी चाहिए।
फरवरी या मार्च में नया टेंडर लगाया जाएगा : भगत सिंह
जिला बाल कल्याण परिषद अधिकारी भगत सिंह ने बताया कि नया ठेका अभी अलॉट नहीं हुआ है। फिलहाल पुराने ठेकेदार को ही काम करते रहने के लिए अनुमति प्रदान की गई है। राजस्व बंद हो गया था, इसलिए यह काम करने की अनुमति दी गई है। फरवरी या मार्च महीने में नया टेंडर कर दिया जाएगा।
नगर निगम की ओर से लगाया जाएगा टेंडर : मेयर
मेयर कुलभूषण गोयल ने बताया कि इन तीनों सेक्टरों की पार्किंग अभी जिला बाल कल्याण परिषद चला रही है, लेकिन आगामी टेंडर नगर निगम की ओर से लगाया जाएगा और इन तीनों पार्किंग को वापस लेकर नगर निगम का राजस्व बढ़ाया जाएगा।