अब पेड़ों पर चढ़कर नहीं पढ़ेंगे नौनिहाल, जानें सोनू सूद ने कैसे आसान की मोरनी के विद्यार्थियों की राह
हरियाणा के पंचकूला के मोरनी हिल्स के क्षेत्र के दपाना गांव के विद्यार्थियों को अब पेड़ों पर चढ़कर ऑनलाइन पढ़ाई नहीं करनी पड़ेगी। फिल्म स्टार सोनू सूद ने इन विद्यार्थियों की पढ़ाई की राह आसान कर दी है। इससे क्षेत्र के विद्यार्थी सहज रूप में पढ़ाई कर रहे हैं।
मोरनी (पंचकूला), जेएनएन। आज के हाईफाई युग में यदि कहीं विद्यार्थियों को पेड़ों पर चढ़कर पढ़ाई करनी पड़े तो यह किसह ताजुव्व से कम नहीं हैं। ऐसा नजारा पंचकूला जिले के मोरनी हिल्स के दपाना गांव में दिखाई दिया था। लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन पढ़ाई चल रही थी, लेकिन इस गांव के बच्चे को मोबाइल नेटवर्क नहीं आने के कारण पेड़ों की टहनियों पर बैठकर ऑनलाइन क्लास में शामिल होना पड़ता था। अब सारा नजारा बदल गया है। कोराेना संकट काल में मजबूर और समस्याओं में घिेरे लोगों की मदद में हाथ बढ़ाने वाले बॉलीवुड स्टार सोनू सूद को इन बच्चों की हालत का पता चला तो वह सामने आए। अब बच्चे घरों में बैठकर ऑनलाइन एजुकेशन ले रहे हैं। गांव में मोबाइल टाॅवर लग जाने से विद्यार्थियाें को शिक्षा की रोशनी मिल रही है।
गांव दपाना में अब मोबाइल नेटवर्क पूरा आ रहा है और बच्चे आराम से पढ़ाई कर रहे है। फिल्म अभिनेता सोनू सूद और उनके दोस्त करण गिल्होत्रा का बच्चे व उनके अभिभावक आभार जता रहे हैं। उनका कहना है कि दोनों ने बच्चों को शिक्षा के प्रकाश से आलाेकित करने में अहम भूमिका निभाई, अन्यथा हम तो यहां इस तरह की समस्या के हल की उम्मीद छोड़ चुके थे।
गांव में पहले ऐसे ऑनलाइन एजुकेशन लेने को विवश थे विद्यार्थी।
बता दें कि इससे पहले सोनू सूद और करण गिल्होत्रा ने मोरनी एवं चंडीगढ़ के एक सरकारी स्कूल के बच्चों को स्मार्टफोन बांटे थे। अब दोनों दोस्तों ने इंडस टावर्स और एयरटेल के सहयोग से इस गांव में मोबाइल टावर इन्सटॉल करवाया है। इससे क्षेत्र में मोबाइल कनेक्टिविटी बेहतर हुई है और विद्यार्थी आज ऑनलाइन क्लासेज़ के माध्यम से अपनी पढ़ाई कर रहे हैं।
पूरे हालात तब सामने आए थे जब दपाना गांव, मोरनी का एक वीडियो सोशल मीडिया वायरल हुआ। जागरण ने ने 20 व 21 सितंबर को इस संबंध में मामले को उठाया। उस समय बच्चे पेड़ की टहनियों पर बैठकर मोबाइल सिगनल कैच करने की कोशिश कर रहे थे, ताकि वे अपने स्कूल से चल रहे ऑनलाइन क्लास में शामिल हो सकें और होमवर्क पूरा कर सकें।
गांव दपाना में मोबाइल टाॅवर का शुभारंभ करती एक छात्रा।
इसके बाद बच्चों की समस्या के बारे में सोनू सूद और करण गिल्होत्रा को पता चला। उन्होंने तुरंत बच्चों की मदद के लिए हाथ बढ़़ाया और गोव में मोबाइलन टावर लगाने की दिशा में काम करना शुरू कर दिया। करण गिल्होत्रा गांव दपाना में पहुंचे, जहां पर उन्होंने टॉवर का निरीक्षण किया। इस दौरान विद्यार्थियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और वह शुक्रिया अदा करते नहीं थके। करण ने एक स्कूली छात्रा से रिबन कटवाकर इस टॉवर का शुभारंभ किया तो गांव में शिक्षा की नई उम्मीद जाग उठी।
बता दें कि करण गिल्होत्रा पंजाब पीएचडी चैंबर के चेयरमैन हैं। करण गिल्होत्रा का कहना है, ‘यह देखकर बहुत बुरा लगा कि बच्चे अपनी बुनियादी पढ़ाई के लिए आज भी जूझ रहे हैं। हम इस तरह की समस्याओं को हल करने के लिए अन्य जगहों पर भी यथासंभव हर प्रयास करेंगे और ज़रूरतमंदों तक मदद पहुंचाएंगे।' उन्होंने बताया कि गांव दपाना की स्थिति के बारे में जानने के बाद मैंने इंडस टॉवर्स और एयरटेल से बात की जिन्होंने टावर इन्सटॉल करने में मदद की। इंडस ने पोल लगाने में गांव को सहयोग दिया, जहां सक्रिय बुनियादी ढांचे को इन्सटॉल किया जा चुका है। इससे क्षेत्र में नेटवर्क कनेक्टिविटी बेहतर होगी और छात्र घर में सुरक्षित रहते हुए अपनी ऑनलाइन पढ़ाई जारी रख सकेंगे।’
गांव में मोबाइल टावर के शुरू होने पर खुशी जताते विद्यार्थी।
बॉलीवुड स्टार सोनू सूद ने फोन पर बातचीत में कहा, ' बच्चे देश का भविष्य हैं और उन्हें उज्जवल भविष्य की ओर आगे बढऩे का हर मौका मिलना ही चाहिए। मेरा मानना है कि इस तरह की चुनौतियां बच्चों के सामने बाधा नहीं बननी चाहिए। मेरे लिए गर्व की बात है कि हमें इस दूर-दराज के गांव में मोबाइल टावर लगाकर बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई को सुगम बनाने का मौका मिला है। अब उन्हें मोबाइल सिगनल कैच कर अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए पेड़ों पर नहीं चढऩा पड़ेगा।'
पंजाब एवं हरियाणा में इंडस टावर्स सीसीईओ गगन कपूर ने कहा कि करण गिल्होत्रा के साथ जुडऩे तथा मोरनी पहाडिय़ों के क्षेत्र में नेटवर्क कवरेज को बेहतर बनाने का मौका मिला है। लॉकडाउन की शुरूआत के बाद से ही सोनू सूद और करण गिल्होत्रा ज़रूरतमंदों की मदद के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने चंडीगढ़, हरियाणा, महाराष्ट्र, पंजाब, उड़ीसा और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में छात्रों को स्मार्टफोन वितरित किए। स्मार्टफोन के अलावा उन्होंने छात्रों को किताबें, किसानों को ट्रैक्टर मुहैया कराए, हूच त्रासदी के बच्चों की मदद के लिए हाथ बढ़ाए तथा लोगों की चिकित्सा संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने में मदद की।
मोरनी पहाड़ी क्षेत्र की भोज धारटी में स्थित दपाना है गांव
यह गांव पंचकूला से 25 किलोमीटर दूर सडक़ से हटकर है। यहां के बच्चे मोरनी व भूड़ी स्कूल में पढ़ाई करने जाते हैं। लॉकडाउन के बाद से स्कूल बंद हैं व छात्रों को अध्यापकों द्वारा दिए जा रहे ऑनलाइन होमवर्क को करने के लिए समस्या पेश आ रही थी। यह गांव मोरनी पहाड़ी क्षेत्र के भोज धारटी में स्थित है।