अब हरियाणा और पंजाब के सैन्य इलाके आतंकियों के निशाने पर, अलर्ट के बाद चौकसी
अमृतसर में हुए आतंकी हमले के बाद हरियाणा और पंजाब के सेना छावनी क्षेत्रों के लिए खतरा है। इसके मद्देनजर अलर्ट जारी किया गया है।
चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। अमृतसर जिले में निरंकारी समागम पर हुए आतंकी हमले के बाद पंजाब और हरियाणा के सैन्य इलाकों में हाई अलर्ट कर दिया गया है। दोनों राज्यों की सरकारों को सेना की ओर से छावनी इलाकों में आतंकी हमले होने के इनपुट मिले हैं। हाई अलर्ट के बाद सेना के साथ ही पुलिस ने भी अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। सूत्रों के अनुसार सेना को जो इनपुट मिले हैं, उनके आधार पर माना जा रहा है कि अमृतसर में आतंकी हमला पंजाब में पहले से सक्रिय आतंकवादी संगठनों और कश्मीर में सक्रिय पाकिस्तानी आतंकवादियों के गठजोड़ का नतीजा है।
सेना से मिले इनपुट के आधार पर राज्य सरकारों ने जारी किया हाई अलर्ट
अमृतसर में रविवार सुबह हुए आतंकी हमले के बाद 24 से 26 नवंबर तक पानीपत के समालखा में होने वाले समागम की सुरक्षा को लेकर सरकार चौकस हो गई। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देश पर गृह सचिव एसएस प्रसाद और पुलिस महानिदेशक बीएस संधू ने एडीजीपी रैंक के अधिकारी को मोर्चे पर भेज दिया है।
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सभी जिलों के पुलिस आयुक्तों, पुलिस महानिरीक्षकों व पुलिस अधीक्षकों को अलर्ट रहने और संदिग्ध स्थानों की चेकिंग के निर्देश दिए गए हैं। एनआइए(राष्ट्रीय जांच एजेंसी) भी अपने स्तर पर आतंकी हमले की जांच कर रही है। सेना से मिले इनपुट के आधार पर हरियाणा की अंबाला छावनी व हिसार और पंजाब के टियाला में सैन्य इलाकों में चौकसी बढ़ा दी गई है।
दूसरी तरफ हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने आम आदमी पार्टी पंजाब के नेता एचएस फूलका के उस बयान पर आपत्ति जताई, जिसमें उन्होंने सेनाध्यक्ष पर अंगुली उठाई है। हालांकि बाद में आप नेता ने माफी मांग ली, लेकिन विज ने कहा कि आप नेताओं के आइएसआइ के साथ संबंधों की जांच होनी चाहिए। विज के इस बयान के बाद आप हरियाणा के अध्यक्ष नवीन जयहिंद ने विज पर सवाल उठाते हुए कहा कि पाकिस्तानी नेताओं का जन्मदिन मनाने प्रधानमंत्री वहां जाते हैं और सवाल हमारे ऊपर उठाए जाते हैं।