कोरोना वैक्सीन के डोज की नहीं कमी, हरियाणा में अब तक सुरक्षा चक्र में बंधे 20 लाख से अधिक लोग
हरियाणा में कोरोना वैक्सीन के डोज की कोई कमी नहीं है और इसकी लगातार सप्लाई हो रही है। राज्य में अब तक 20 लाख से अधिक लोगों को काेविशिल्ड और कोवैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है।
चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा में कोरोना टीकाकरण का काम पूरी रफ्तार पकड़ गया है। प्रदेश में कोविशील्ड की साढ़े तीन लाख डोज और पहुंच गई है। को-वैक्सीन की भी इतनी ही खेप आज पहुंच जाएंगी। प्रदेश में अब तक 20 लाख से अधिक लोग वैक्सीन की पहली डोज ले चुके हैं।
कोविशील्ड की साढ़े तीन लाख डोज और पहुंची, इतनी ही कोवैक्सीन आज मिलेगी
पुलिस-प्रशासनिक और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े अफसर खुलकर टीकाकरण के लिए आगे आए हैं। लगभग सभी जिलों के उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक और सिविल सर्जन सहित अन्य वरिष्ठ प्रशानिक और पुलिस अधिकारियों ने कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण रूपी सुरक्षा चक्र पहन लिया है। गृह और स्वास्थ्य सचिव राजीव अरोड़ा से लेकर कई महकमों के अतिरिक्त मुख्य सचिव व प्रधान सचिवों और महानिदेशकों ने खुराक ले ली है तो स्वास्थ्य निदेशालय में शीर्ष स्तर के तमाम अफसरों ने टीकाकरण कराया है।
सभी जिलों के उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक और सिविल सर्जन ले चुके पहली डोज
पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश में एक लाख 44 हजार 202 लोगों ने खुराक ली। टीकाकरण में गुरुग्राम-फरीदाबाद, अंबाला, करनाल और सिरसा जिले सबसे आगे हैं। गुरुग्राम में जहां दो लाख 69 हजार से अधिक लोग कोरोना से बचाव की खुराक ले चुके हैं, वहीं फरीदाबाद में दो लाख 19 हजार और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के गृह जिले अंबाला, सीएम सिटी करनाल और सिरसा में एक-एक लाख से अधिक लोगों ने सुरक्षा चक्र पहना है। हालांकि मुस्लिम बाहुल्य मेवात में टीकाकरण सबसे कम है जहां करीब 19 हजार लोगों ने ही वैक्सीनेशन कराया है। अन्य सभी जिलों में 40 हजार से ज्यादा लोग टीकाकरण करा चुके हैं।
टीकाकरण के बाद भी बरतनी होगी सावधानी
महामारी से बचाव के लिए हर व्यक्ति को कोवैक्सीन के मामले में 28 दिन और कोविशिल्ड के मामले में 42 दिन के अंतराल पर टीके की दो खुराक दी जानी है। दूसरी खुराक लेने के दो हफ्ते बाद एंटीबाडी विकसित होती है। यानी कि वैक्सीनेशन के बावजूद मास्क पहनने, दो गज की शारीरिक दूरी और हाथ धोने जैसे कोविड नियमों का पालन जरूरी है, जब तक कि एंटीबाडी विकसित न हो जाए। तभी वायरस से आप बचे रह सकते हैं।
कोवैक्सीन लेने के बाद अगर किसी व्यक्ति पर गंभीर साइड इफेक्ट आते हैं तो भारत बायोटेक कंपनी की ओर से मुआवजा भी दिया जाएगा। हालांकि संबंधित व्यक्ति को यह साबित करना होगा कि दुष्प्रभाव वैक्सीन के लगने की वजह से ही हुए हैं। टीकाकरण सेंटर पर जो सहमति पत्र उपलब्ध है, उसमें भी मुआवजे का प्रमुखता से उल्लेख किया गया है।
नवरात्र में और बढ़ेगी टीकाकरण की स्पीड
13 अप्रैल से शुरू हो रहे नवरात्र में टीकाकरण का काम और तेज हो जाएगा। कारण यह कि खाने-पीने के शौकीन लोगों ने नवरात्र में वैक्सीनेशन कराने की योजना बनाई हुई है। वैक्सीन लगने के बाद शुगर ¨ड्रक्स, प्रोसेस्ड फूड, एनर्जी ¨ड्रक्स, फास्ट फूड या एल्कोहालिक पदार्थों का सेवन वर्जित है।
इनमें फैट, सोडियम, शुगर की अत्यधिक मात्रा वजन बढऩे के साथ-साथ डायबिटीज, जोड़ों में दर्द, किडनी की समस्या, हार्ट डिसीज, हाई कोलेस्ट्राल और हार्मोनल समस्या पैदा कर सकती है। यह इम्युन सिस्टम (रोग प्रतिरोधक क्षमता को) प्रभावित करता है। यही वजह है कि खाने-पीने के शौकीन अधिकतर लोगों ने नवरात्र में टीके लगवाने की योजना बनाई है।
पिछले 24 घंटे में मिले 2040 मरीज
हरियाणा में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 2040 और मरीज मिले हैं। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना की गिरफ्त में आने वाले लोगों का ग्राफ तीन लाख के पार पहुंच चुका है। इनमें से दो लाख 83 हजार 869 लोग महामारी को हरा चुके, जबकि 13 हजार 105 लोग उपचाराधीन हैं। सोमवार को 1501 लोगों ने कोरोना को हरा दिया। इस दौरान आठ मरीजों की मौत भी हुई।
वैक्सीन की नहीं कोई कमी : विज
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि प्रदेश में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। हर दिन मेगा वैक्सीनेशन-डे मनाया जा रहा है जिसके लिए केंद्र की ओर से नियमित सप्लाई हो रही है। सभी जिलों में दवा का पर्याप्त स्टाक है। प्रदेश में 1058 टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीन दी जा रही है जिनमें 874 सरकारी और 184 निजी केंद्र हैं। अगर किसी सेंटर पर थोड़े से समय के लिए दवा की कमी आती भी है तो तुरंत जिला स्तर पर स्थित दूसरे केंद्रों से इसकी सप्लाई कर लोगों को तुरंत खुराक उपलब्ध करा दी जाती है।
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