दिल्ली मारपीट मामले में कांग्रेस की शिंदे कमेटी की रिपोर्ट ठंडे बस्ते में
कांग्रेस के दो दिग्गज नेताओं भूपेंद्र सिंह हुड्डा व अशोक तंवर के समर्थकों के बीच दिल्ली में हुई मारपीट पर जांच रिपोर्ट हाईकमान ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा कांग्रेस के दो दिग्गज नेताओं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश कांग्रेस प्रधान अशोक तंवर के समर्थकों के बीच दिल्ली में हुई मारपीट पर जांच रिपोर्ट हाईकमान ने ठंडे बस्ते में डाल दी है। इस घटना में तंवर भी गंभीर रूप से घायल हाे गए थे। बताया जाता है पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री सुशील शिंदे ने पार्टी हाईकमान को यह रिपोर्ट सौंपे दी है, लेकिन पार्टी नेतृत्व इसे अब तूल नहीं देना चाहता है। हाईकमान इस मामले में कोई एक्शन लेता नजर नहीं आ रहा है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर ने भी हाईकमान के इरादे पर संतोष जाहिर कर दिया है। अब वह इस मुद्दे पर न तो कोई बात करने को तैयार होते हैैं और न ही टिप्पणी कर रहे हैैं। तंवर ने अपने समर्थकों को अनुसूचित जाति एवं जन जाति आयोग का रास्ता जरूर दिखाया हुआ है।
पढ़ें : गोयल के बाद हरियाणा के खेल मंत्री ने भी अभय चौटाला पर साधा निशाना
तंवर समर्थकों ने आयोग में अर्जी देकर दिल्ली पुलिस द्वारा मारपीट के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं किए जाने और राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डाक्टरों पर इलाज नहीं करने के आरोप लगाए हैैं। आयोग के सदस्य चौ. ईश्वर सिंह ने दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर, डीसीपी और राम मनोहर लोहिया अस्पताल के निदेशक से जवाब मांगा है। जनवरी के पहले पखवाड़े में इस केस की सुनवाई होनी है। तंवर हालांकि इस केस में खुद सामने नहीं आ रहे, लेकिन समर्थकों ने कार्रवाई के लिए पूरा दबाव बनाया हुआ है।
-----------
युवक कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर दो-चार दिन में फैसला
हरियाणा युवक कांग्रेस के अध्यक्ष पद को लेकर भी विवाद थमा नहीं है। इस पद पर हुड्डा समर्थक पानीपत के सचिन कुंडू करीब 10 हजार मतों से चुनाव जीते हैैं। पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव ने कुंडू के चुनाव को चुनौती देते हुए हाईकमान से फर्जी व बोगस वोटिंग और मसल्स पावर के बूते चुनाव जीतने के आरोप लगाए थे। यह केस कांग्रेस द्वारा नियुक्त चुनाव कमेटी के पास लंबित है।
पढ़ें : हरियाणा में खेल संघों की ग्रांट रोकी, हरियाणा क्रिकेट एसोसिएशन पर भी शिकंजा
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि केजी राव के नेतृत्व वाले चुनाव कमेटी ने चिरंजीव राव की शिकायतों को सही मानते हुए कुंडू के चुनाव को मान्यता नहीं देने की सिफारिश की है। लेकिन, पेंच राव की सिफारिशों को मानने अथवा नहीं मानने पर फंस गया है।
बुधवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ युवक कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग सहित केजी राव, सचिन कुंडू, ललित मोहन और चिरंजीव राव की मीटिंग होने की खबर है। इस मीटिंग के बाद हुड्डा खेमा को अपने पक्ष में फैसला होने की उम्मीद नजर आ रही है, जबकि कैप्टन ग्रुप ने हाईकमान पर चुनाव रद करने का पूरा दबाव बनाया हुआ है। अगले दो चार दिन में युवक कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर हाईकमान अपना निर्णय सुना सकता है।