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हरियाणा के निजी अस्‍पतालों में नया खेल, अब नए तरीके से मरीजों से वसूल रहे भारी-भरकम बिल

हरियाणा सरकार के लगाम लगाने के बाद निजी अस्‍पतालों ने नया खेल शुरू कर दिया है और कोराेना मरीजों से अब नए तरीके से भारी भरकम बिल वसूल रहे हैं। ये अस्‍पताल कोरोना नेग‍ेटिव हो चुके मरीजों को दोबारा पाजिटिव दिखा कर मनमाना बिल वसूल रहे हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Mon, 31 May 2021 11:57 AM (IST)Updated: Mon, 31 May 2021 11:57 AM (IST)
हरियाणा के निजी अस्‍पतालों में नया खेल, अब नए तरीके से मरीजों से वसूल रहे भारी-भरकम बिल
निजी अस्‍पताल काेरोना मरीजों से भारी-भरकम बिल वसूल रहे हैं। (सांकेतिक फोटो)

चंडीगढ़, [सुधीर तंवर]। हरियाणा सरकार ने शिकंजा कसा तो राज्‍य के निजी अस्‍पतालाें ने नया 'खेल' शुरू कर दिया है। कई अस्‍पताल इस खेल में शामिल हैं और ठीक हो गए कोरोना मरीजों को दोबारा पाजिटिव दिखाकर भारी भरकम बिल वसूल रहे हैं। हरियाणा सरकार ने अब तीन सदस्‍यीय कमेटी बनाकर ऐसे मामलों की जांच कराने का फैसला किया है।

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ठीक हो चुके मरीज को दोबारा कोरोना पाजिटिव दिखाकर भारी-भरकम बिल की वसूली

दरअसल निजी अस्‍पताल तू डाल-डाल, मैं पात-पात की तर्ज पर कोरोना मरीजों को लूटने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। प्रदेश सरकार ने कोविड अस्पतालों में सुविधाओं के अनुसार आठ हजार से लेकर 18 हजार रुपये तक दैनिक शुल्क निर्धारित किए हैं, लेकिन कुछ निजी अस्पतालों ने इसका भी तोड़ निकाल लिया। एक निजी अस्पताल ने कोरोना मरीज की रिपोर्ट निगेटिव आने के दो दिन बाद ही उसे पाजिटिव दिखाया और फिर अस्पताल में भर्ती रखकर मोटा बिल वसूला।

निजी अस्पतालों ने सरकार के बनाए नियमों का निकाला तोड़, सरकार ने बनाई कमेटी

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रविवार को खुद निजी अस्पतालों के इस खेल की जानकारी दी। हालांकि उन्होंने आरोपित निजी अस्पताल का नाम उजागर नहीं किया। सीएम ने स्पष्ट किया कि जिन निजी अस्पतालों ने निर्धारित राशि से ज्यादा बिल बनाया है, उन्हें मरीजों को राशि वापस लौटानी होगी। जिन अस्पतालों के खिलाफ शिकायत मिली हैं, उनकी जांच के लिए जिला स्तर पर तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई हैं। हमारे पास या जिला उपायुक्तों के पास जो भी शिकायत आएगी, इस कमेटी द्वारा उसकी जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने वाले अस्पतालों से पैसे वापस कराकर उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होगी।

कोविड अस्पतालों का स्पेशल आडिट और रैंडम चेकिंग होगी, मरीजों को वापस दिलाया जाएगा पैसा

सीएम ने स्पष्ट किया कि इसके बाद प्रदेश के सभी कोरोना अस्पतालों के बिलों का स्पेशल आडिट होगा और रैंडम चेकिंग कराई जाएगी। यदि कहीं खामी पाई गई तो आरोपित अस्पताल से न केवल रिकवरी की जाएगी, बल्कि उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। यह कार्रवाई किसी भी सीमा तक हो सकती है।

मुख्यमंत्री ने लोगों का आह्वान किया कि जिस भी निजी अस्पताल ने उनसे ज्यादा बिल वसूला है, उसके खिलाफ शिकायत करें। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। सभी अस्पतालों को स्पष्ट हिदायत जारी की गई है कि परिसर में निर्धारित की गई रेट लिस्ट को सार्वजनिक किया जाए ताकि हर व्यक्ति को यह जानकारी मिल सके।

विधानसभा अध्यक्ष भी सीएम के समक्ष दो बार उठा चुके मामला

पिछले दिन विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानंचद गुप्ता के पास पंचकूला के एक निजी अस्पताल द्वारा निर्धारित राशि से ज्यादा वसूली की शिकायतें पहुंची थी। विधानसभा अध्यक्ष संबंधित अस्पताल में पहुंचे तो वहां के संचालकों का रवैया ठीक नहीं था। इसके बाद पहले उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को पत्र लिखकर दोषी अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की थी।

बाद में वह कमेटी की रिपोर्ट लेकर खुद मुख्यमंत्री से मिले और निजी अस्पतालों का कच्चा चिट्ठा खोल दिया। इस पर एक्शन लेते हुए मुख्यमंत्री ने अपने अतिरिक्त प्रधान सचिव अमित अग्रवाल और स्वास्थ्य सचिव राजीव अरोड़ा को कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए। स्पीकर के अनुसार न केवल पूरे हरियाणा, बल्कि पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश के लोगों से निजी अस्पतालों द्वारा अधिक वसूली की शिकायतें उनके पास आई हैं।

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