श्रीमाता मनसा देवी मंदिर में होगा नवरात्र पूजन और यज्ञ
श्रद्धालु नहीं आएगा लेकिन मंदिर में विधिविधान से मां का पूजन होगा।
राजेश मलकानियां, पंचकूला : चैत्र नवरात्र मेले पर पहली बार भले ही श्रीमाता मनसा देवी मंदिर और काली माता मंदिर कालका में कोई श्रद्धालु नहीं आएगा लेकिन मंदिर में विधिविधान से मां का पूजन होगा। इस बार मंदिर को सजाया नहीं गया है। जैसे मंदिर आम दिनों में होता है, वैसा ही पहली बार नवरात्र में होगा। जबकि हर साल चैत्र एवं अश्विन नवरात्र में इन दोनों मंदिरों की सजावट पर लाखों रुपये खर्च आता था और लाखों श्रद्धालु भी मां के दर पर करोड़ों रुपये अर्पित करते थे। चैत्र नवरात्र 25 मार्च से दो अप्रैल तक चलेंगे। श्रीमाता मनसा देवी पूजास्थल बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एमएस यादव ने बताया कि चैत्र नवरात्र में दोनों मंदिर में विधिविधान से पंडितों द्वारा पूजन किया जाएगा। मंदिर खुलने के बाद मां सप्तशति का पाठ शुरू होगा। सुबह पांच से रात नौ बजे तक खुलेगा मंदिर
सभी नवरात्रों में देवी के अलग-अलग रूपों का पूजन होगा। मंदिर सुबह पांच से रात नौ बजे मंदिर खुला रहेगा। साढ़े पांच बजे आरती होगी, जोकि कुछ टीवी चैनलों के अलावा मंदिर की वेबसाइट, फेसबुक, यूट्यूब पर लाइव देखी जा सकेगी। सवा सात बजे मां को दूध का भोग लगाया जाएगा, 11 बजे खाने का भोग लगेगा। शाम साढ़े छह से सात बजे मां की आरती लाइव होगी। पौने नौ शयन आरती होगी, जिसके बाद माता विश्राम के लिए चली जाती हैं। घर में रहकर ही करें मां की पूजा
चार पंडितों द्वारा रोजाना यज्ञशाला में सप्तशति का हवन यज्ञ किया जाएगा। यादव ने श्रद्धालुओं से निवेदन किया है कि वह मंदिरों में न जाएं बल्कि घर पर बैठकर विधिपूर्वक पूजन करें। श्रीमाता मनसा देवी के मुख्य पुजारी पंडित सुदर्शन शर्मा ने कहा कि नवरात्रों में श्रद्धा भाव से घर में मां की जोत जलाएं। कलश जल भरकर रखें। ऊपर कलावा लपेटकर आम के पत्ते एवं लाल कपड़ा लपेटकर नारियल रखें। कलश के अंदर सिक्का डालें, जौ अवश्य बोएं। मां जगदंबे से अपने लिए, परिवार एवं समस्त मानव जाति के लिए प्रार्थना करें। दुर्गा सप्तशति, दुर्गा बीज मंत्रों से यथाशक्ति पाठ अवश्य करें।