ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद होंगे मां मनसा देवी के दर्शन
अब एप के जरिये रजिस्ट्रेशन करवाकर ऑनलाइन बुकिग लेनी होगी।
राजेश मलकानियां, पंचकूला : ऐतिहासिक शक्तिपीठ श्री माता मनसा देवी में श्रद्धालुओं को मां के दर्शन के लिए अब एप के जरिये रजिस्ट्रेशन करवाकर ऑनलाइन बुकिग लेनी होगी। बुकिग के बाद उन्हें दर्शन का समय मिलेगा और 30 सेकेंड में मां के दर्शन करने के बाद घर लौटना होगा। देशभर में कोरोना वायरस के बढ़ते संकट के चलते जिस तरह केंद्र सरकार द्वारा आठ जून से मंदिर खोलने की इजाजत दी गई है, उसको मद्देनजर रखते हुए श्री माता मनसा देवी पूजा स्थल बोर्ड की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। बोर्ड के अधीन आने वाले मां मनसा देवी मंदिर और काली माता मंदिर में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद दर्शन करवाए जाएंगे। साथ ही आने वाले श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिग की जाएगी। एक परिवार के साथ आने वाले सदस्यों में भी शारीरिक दूरी का ध्यान रखा जाएगा। गर्मियों के चलते कारपेंटिग की गई है ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। श्रद्धालु गर्मियों में सुबह चार से 10 बजे तक ऑनलाइन बुकिग करवा सकेंगे। आरती के समय श्रद्धालुओं को अपनी बारी के लिए इंतजार करना होगा। दर्शन के बाद श्रद्धालुओं को प्रसाद भी दिया जाएगा। एक सप्ताह का रजिस्ट्रेशन होगा
बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एमएस यादव ने बताया कि एप तैयार कर ली गई है और मंदिर खुलने से तीन-चार दिन पहले रजिस्ट्रेशन शुरू कर लिया जाएगा। लगभग एक सप्ताह का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। लंगर शुरू करने के बारे में भी गाइडलाइंस का इंतजार है। बोर्ड की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन के लिए लॉगइन आइडी दिया जाएगा और बिना रजिस्ट्रेशन आने वालों को दर्शन नहीं करवाए जाएंगे। गुरुद्वारा नाडा साहिब में सेवादार निभाएंगे भूमिका
ऐतिहासिक गुरुद्वारा नाडा साहिब में हालांकि 10 से 15 श्रद्धालु लॉकडाउन के दौरान भी दर्शन करने के लिए आते थे। साथ ही लंगर सेवा भी चलती रही। लेकिन अब लॉकडाउन में छूट के बाद भीड़ बढ़ने की संभावना को देखते हुए गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से मंथन किया जा रहा है। गुरुद्वारे के बाहर सेनिटाइजर मशीन लगा दी गई है। साथ ही शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए सेवादारों की ड्यूटी लगाई जाएगी। मैनेजर जगीर सिंह ने बताया कि दर्शन के बाद संगत को गुरुद्वारे के अंदर नहीं बैठने दिया जाएगा। लंगर सेवा के दौरान कम से कम लोगों की भीड़ हो, इस पर फोकस रहेगा। प्रशासन जिस प्रकार निर्देश देगा, उसी अनुसार तैयारी होगी।