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बरोदा उपचुनाव से पहले हरियाणा में भाजपा-जजपा के कई नेताओं को मिलेगी सत्‍ता में भागेदारी

हरियाणा में सत्‍ता में भागीदारी का इंतजार कर रहे भारतीय जनता पार्टी और जननायक जनता पार्टी के नेताओं को जछ अच्‍छी खबर मिलने वाली है। भाजपा व जजपा के कई नेताओं को बरोदा सीट के उपचुनाव से पहले निगम और बोर्डों के चेयरमैन बनाया जा सकता है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sun, 27 Sep 2020 10:06 PM (IST)Updated: Mon, 28 Sep 2020 07:17 AM (IST)
बरोदा उपचुनाव से पहले हरियाणा में भाजपा-जजपा के कई नेताओं को मिलेगी सत्‍ता में भागेदारी
हरियाणा के मुूख्‍यमेत्री मनोहरलाल और उपमुख्‍यमंत्री दुष्‍यंत चौटाला। (फाइल फोटो)

नई दिल्ली, [बिजेंद्र बंसल]। हरियाणा में सत्‍ता में भागीदारी कप्रतीक्षा इंतजार कर रहे भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जननायक जनता पार्टी (JJP) के नेताओं को जल्‍द ही खुशखबरी मिलेगी। बरोदा उपचुनाव से पहले हरियाणा में भाजपा और जजपा के कई नेताओं को सत्ता में हिस्सेदारी मिल सकती है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने तीन दिन के दिल्ली प्रवास के दौरान इसका खाका खींच दिया है। शनिवार दिल्ली में जहां मुख्यमंत्री ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की वहीं रविवार सुबह के नाश्ते पर संगठन महामंत्री बीएल संतोष से संगठन और सरकार को लेकर विस्तृत चर्चा की।

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मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नई दिल्ली में अमित शाह और जेपी नड्डा सहित कई प्रमुख नेताओं से की मुलाकात

दिल्ली में मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने शनिवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की तो रविवार सुबह संगठन महामंत्री बीएल संतोष से संगठन और सरकार को लेकर विस्तृत चर्चा की। इसके बाद वह रविवार सायं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने उनके निवास पर पहुंचे। मुख्यमंत्री की अमित शाह से करीब आधे घंटे की मुलाकात हुई।

माना जा रहा है कि अब राज्य सरकार के सहयोगी दल के नेता और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा से मुलाकात कर सकते हैं। इसके बाद राज्य में दोनों दलों के नेताओं की राजनीतिक नियुक्ति का रास्ता साफ हो जाएगा।

संगठन और सरकार में केंद्रीय नेतृत्व के साथ लगातार बैठकों ने दिया राजनीतिक नियुक्तियों की चर्चा को जन्म

बता दें, जजपा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर दबाव बनाया हुआ है कि बरोदा उपचुनाव से पहले उनके हिस्से के निगम व बोर्ड के चेयरमैन बना दिए जाएं। इसके बाद भाजपा ने भी निगम व बोर्ड चेयरमैन के लिए अपनी सूची तैयार कर ली है। राजनीतिक तौर पर माना जा रहा है कि कोरोना को हराने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल राज्य के तीन बड़े मुद्दों पर केंद्रीय नेतृत्व से मिले। राजनीतिक नियुक्तियों के अलावा इनमें बरोदा उपचुनाव की तैयारियां और कृषि विधेयकों को लेकर चल रहे किसान आंदोलन के मुद्दे शामिल हैं।

सीएम से मिले बीरेंद्र सिंह

रविवार सुबह बीएल संतोष से मिलकर हरियाणा भवन पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलने पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह भी पहुंचे। बीरेंद्र सिंह कृषि विधेयकों को लेकर किसानों में बढ़ रहे रोष से चिंतित हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री बताते हैं कि 1942 में किसानों के मसीहा दीनबंधु सर छोटूराम ने ही मंडी और किसान की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य(एमएसपी) पर खरीदने की व्यवस्था बनवाई थी।

हरियाणा और पंजाब का किसान एमएसपी पर अपनी फसल बेचने के कारण ही मौजूदा महंगाई के दौर में बच पाया है। खैर, बीरेंद्र सिंह मुख्यमंत्री को यह बताने आए थे कि वे राज्य सरकार के स्तर पर कुछ ऐसे प्रावधान किए जाएं जिससे किसानों में विश्वास जमे। बीरेंद्र सिंह ने कपास की एमएसपी पर खरीद के लिए सीएम के प्रयासों को सराहा। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने बीरेंद्र सिंह से किसान आंदोलन से लेकर बरोदा उपचुनाव की तैयारियों संबंधी विस्तृत चर्चा की।

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