मनोहर सरकार का बड़ा चुनावी दांव, इस योजना से होगी किसानों व आम लोगों की बल्ले-बल्ले
मनोहरलाल सरकार ने मंगलवार को बड़ा चुनावी दांव खेला। सीएम मनोहरलाल ने किसानों व आर्थिक कमजोर वर्ग के लोगों के लिए परिवार समृद्धि योजना की घोषणा की।
चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा की मनोहरलाल सरकार ने चुनावों के मद्देनजर बड़ा दांव खेला है और किसानों व गरीबों को साधने की कोश्ािश की है। सरकार ने राज्य के किसानों और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए परिवार समृद्धि योजना शुरू करने की घोषणा की। राज्य सरकार की यह योजना केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना से अलग होगी, लेकिन इसके बराबर चलेगी। केंद्र सरकार किसानों को छह हजार रुपये वार्षिक सम्मान निधि देगी। राज्य सरकार भी इतनी ही राशि अलग से किसानों को देगी। आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को राज्य सरकार की ओर से छह हजार रुपये वार्षिक मिलेंगे।
प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना से अलग घोषित की परिवार समृद्धि योजना
इस तरह किसानों को कुल मिलाकर 12 हजार रुपये वार्षिक होगी। केंद्र सरकार की योजना सिर्फ किसानों के लिए है, जबकि राज्य सरकार ने अपनी योजना में गरीबों को भी शामिल किया है। इसलिए किसानों को सालाना 12 हजार और गरीबों को छह हजार रुपये मिलेंगे। हरियाणा सरकार ने सोमवार को पेश किए गए बजट में किसानों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (असंगठित क्षेत्र के मजदूर, खेतिहर मजदूर, दस्तकार और शिल्पकार) के लिए करीब 1500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था।
हरियाणा में किसानों को केंद्र के छह हजार के साथ इतनी ही राशि मिलेगी, कुल 12 हजार रुपये मिलेंगे
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विधानसभा के बजट सत्र में मंगलवार को परिवार समृद्धि योजना का एेलान किया। उन्होंने कहा कि परिवार समृद्धि योजना का लाभ पांच एकड़ से कम जमीन वाले किसानों को मिलेगा। इसके साथ ही 15 हजार रुपये तक मासिक आय वाले लोगों को भी योजना का लाभ मिलेगा।
विधानसभा में मुख्यमंत्री मनोहरलाल।
15 हजार रुपये मासिक आय वाले लोगोंं को मिलेंगे छह हजार रुपये सालाना
योजना के लाभ के लिए व्यक्ति विशेष की बजाय पूरे परिवार को इकाई माना जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार फैमिली आई कार्ड (परिवार पहचान पत्र) बनाएगी, जो राशन कार्ड और आधार कार्ड से अलग होंगे। परिवार पहचान कार्ड बनाने का काम 31 मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा। राज्य में करीब 55 लाख परिवार है, जिनमें से 28 लाख का डाटा जुटा लिया गया है।
हरियाणा सरकार परिवार समृद्धि योजना की पहली किस्त हर चार माह के अंतराल में दो हजार रुपये के हिसाब से साल में तीन बार प्रदान करेगी। केंद्र सरकार द्वारा किसान सम्मान निधि की दूसरी किस्त के साथ राज्य सरकार पहली किस्त लाभार्थियों के खाते में डालेगी। 500 रुपये मासिक की इस योजना का पैसा नकद हासिल करने के लिए लाभार्थियों के पास कई विकल्प होंगे।
60 साल तक के लोगों के लिए होगी योजना
परिवार समृद्धि योजना को हरियाणा सरकार ने दो हिस्सों में बांटा है। पहली योजना 18 से 40 वर्ष के लोगों के लिए होगी। दूसरी योजना 40 से 60 वर्ष की आयु वर्ग के लोगों के लिए है। इन योजनाओं में भी अलग-अलग विकल्प होंगे। 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए सरकार अलग से योजना बनाएगी। इसका एेलान बाद में होगा। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने योजना के बजट पर सवाल उठाया तो मनोहर लाल ने कहा कि जरूरत पड़ने पर बजट बढ़ाया जा सकता है।
केंद्र की तीन योजनाओं का प्रीमियम कटवाने का विकल्प
18 से 40 साल के लोग यदि 500 रुपये मासिक (छह हजार रुपये वार्षिक) नकद नहीं लेना चाहते तो वे पीएम श्रम योगी योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और पीएम सुरक्षा बीमा योजना का प्रीमियम इसमें से कटवा सकते हैं। प्रीमियम कटने के बाद बकाया राशि को परिवार समृद्धि योजना में जमा करवा दिया जाएगा। इसके बाद उम्र के हिसाब से हर पांच वर्ष में 18 हजार रुपये से लेकर 30 हजार रुपये तक मिलेंगे। श्रमिक पेंशन योजना का प्रीमियम कटने के बाद 60 वर्ष के बाद 3000 रुपये मिलेंगे।
पांच साल में एक साथ मिलेंगे 36 हजार रुपये
40 से 60 साल के लोग अगर चाहें तो अपनी सालाना राशि 6000 रुपये परिवार समृद्धि योजना में जमा करवा सकते हैं। इसके बाद इन लोगों को हर पांच साल बाद 36 हजार रुपये मिलेंगे। हर वर्ष की राशि के हिसाब से पांच वर्ष में 30 हजार बनते हैं, लेकिन सरकार ब्याज सहित 36 हजार रुपये देगी।
18 साल के युवाओं को 60 के बाद 15 हजार रुपये पेंशन
हरियाणा सरकार ने इस योजना में 60 वर्ष की उम्र के बाद स्थायी पेंशन देने का विकल्प भी रखा है। इसमें सबसे अधिक फायदा उन युवाओं को होगा, जो योजना शुरू होने के समय 18 वर्ष के हैं। अगर वे हर चार महीने में 2000 रुपये मासिक नहीं लेते और 60 वर्ष के होने तक यह पैसा जमा रहने देते हैं तो 60 का होने के बाद उन्हें 15 हजार रुपये मासिक पेंशन मिलनी शुरू हो जाएगी। 40 वर्ष की उम्र में योजना को अपनाने वालों को 60 का होने के बाद 3000 रुपये मासिक पेंशन मिलेगी। वर्तमान में दी जा रही वृद्धावस्था पेंशन पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।