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मंथन के लिए फिर पहाड़ों में बैठेगी मनोहर सरकार, तैयार होेगा मिशन 2019 का खाका

हरियाणा की मनोहरलाल सरकार एक बार फिर किसी पर्वतीय पर्यटक स्‍थल पर चिंतन शिविर का आयोजन करेगी। इसमें मिशन 2019 का खाका तैयार किया जाएगा। इसमें पार्टी के पदाधिकारी भी शामिल होंगे।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 31 Aug 2018 12:33 PM (IST)Updated: Sat, 01 Sep 2018 05:00 PM (IST)
मंथन के लिए फिर पहाड़ों में बैठेगी मनोहर सरकार, तैयार होेगा मिशन 2019 का खाका
मंथन के लिए फिर पहाड़ों में बैठेगी मनोहर सरकार, तैयार होेगा मिशन 2019 का खाका

जेएनएन, चंडीगढ़। पिछले साल दिसंबर में हिमाचल प्रदेश के टिंबर ट्रेल में मंथन करने वाली मनोहर सरकार एक बार फिर चिंतन के लिए पहाड़ों की गोद में बैठेगी। सरकार के साथ इस बार संगठन के बड़े पदाधिकारी भी मंथन में शामिल होंगे। इस मंथन शिविर में 5 सितंबर को मनोहरलाल सरकार के सभी मंत्री और विधायकों के साथ बोर्ड और निगमों के चेयरमैन मिशन-2019 का खाका तैयार करेंगे।

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5 सितंबर को मंत्री और विधायकों के साथ बोर्ड-निगमों के चेयरमैन बनाएंगे रोडमैप

मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की अनौपचारिक बैठक में यह निर्णय लिया गया। पिछली बार की तरह इस बार भी चिंतन शिविर चंडीगढ़ के आसपास ही किसी क्षेत्र में करने का प्रस्ताव है। ऐसे में मोरनी या किसी अन्य पहाड़ी क्षेत्र में चिंतन शिविर होने की संभावना है। सहकारिता राज्य मंत्री कृष्ण कुमार बेदी के मुताबिक शिविर के लिए अभी जगह फाइनल नहीं की गई है, लेकिन मोरनी अनुकूल स्थान हो सकता है।

इस बार भाजपा संगठन के पदाधिकारी भी होंगे चिंतन शिविर में शामिल

मुख्यमंत्री मनोहर लाल हाल ही में नई दिल्ली में मिशन-2019 को लेकर हुई भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में आलाकमान को प्रदेश सरकार की उपलब्धियां और चुनौतियां गिना कर लौटे हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इस दौरान आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर पार्टी की स्थिति को लेकर भी मुख्यमंत्री से लंबी गुफ्तगू की। 5 सितंबर की बैठक में मुख्यमंत्री संगठन के सभी पदाधिकारियों को केंद्र से मिले निर्देशों की जानकारी भी देंगे।

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मंथन शिविर में लोकसभा चुनावों और अक्टूबर में प्रस्तावित विधानसभा चुनावों को लेकर भी रणनीति तय होगी। सीएम साफ कर चुके कि लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव नहीं कराए जाएंगे। ऐसे में अब सरकार के पास अपनी योजनाओं को सिरे चढ़ाने के लिए एक साल से अधिक का समय है। बोर्ड-निगमों के चेयरमैन बैठक में इसलिए बुलाए गए हैं ताकि उनसे उनके यहां किए गए कार्यों की जानकारी भी हासिल की जा सके।

किसान-श्रमिकों को गिनाएंगे योजनाएं, गरीबों को स्वास्थ्य बीमा

फसलों के समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी के बाद पांच रैलियां कर चुकी प्रदेश सरकार अब 6 सितंबर को यमुनानगर के नारायणगढ़ में रैली करेगी। श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री नायब सैनी की मेजबानी में होने वाली रैली में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ कृषि मंत्री ओपी धनखड़ और कई अन्य मंत्री व विधायक शामिल होंगे।

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वहीं, 17 सितंबर को करनाल में श्रमिक दिवस पर विश्वकर्मा जयंती मनाई जाएगी। इसमें मुख्यमंत्री के अलावा केंद्रीय मंत्रियों को भी आमंत्रित किया जाएगा। चूंकि इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन है, इसलिए प्रदेश में विधिवत रूप से आयुष्मान भारत योजना को लागू किया जाएगा। इस दौरान प्रदेशभर में कई आयोजन होंगे।

सरकार की चौथी वर्षगांठ पर कई तोहफे

मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अगुवाई वाली भाजपा की सरकार 26 अक्टूबर को अपने चार साल पूरे करेगी। इस मौके पर प्रदेश स्तर पर बड़ा आयोजन करने की तैयारी है। कई बड़े प्रोजेक्ट सरकार इस दिन जनता को समॢपत करेगी। इसमें केएमपी एक्सप्रेस-वे हाईवे को भी शामिल किया जा सकता है। इसके अलावा मुख्यमंत्री कई बड़ी घोषणाएं भी कर सकते हैं।

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