जींद में होगी चौटाला परिवार की महाभारत, खुल कर होंगे वार पर वार
चौटाला परिवार में टकराव लगातार तेज हो रहा है और अजय चौटाला व अभय चौटाला के समर्थक आमने सामने आ गए हैं। अजय द्वारा जींद में बुलाई गई बैठक के बाद इनेलो में महाभारत की संभावना है।
चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। चौटाला परिवार और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) में टकराव 17 नवंबर को महाभारत में तब्दील हो जाने के आसार हैं। पार्टी में चल रही उठापटक के बीच 17 नवंबर को जींद में होने वाली प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक को लेकर टकराव के हालात बन गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के दोनों बेटों अजय सिंह और अभय सिंह समर्थक आमने-सामने आ गए हैं।
17 नवंबर की प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर अजय-अभय समर्थक आमने-सामने
इनेलो के प्रधान महासचिव के नाते अजय सिंह चौटाला ने 17 नवंबर को जींद में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। उन्होंने सांसदों, विधायकों और पूर्व विधायकों समेत तमाम पार्टी पदाधिकारियों के लिए बैठक में शामिल होने का व्हिप के तर्ज पर पत्र जारी किया है। दूसरी तरफ, अभय चौटाला के समर्थकों ने जींद बैठक को सिरे से खारिज करते हुए असंवैधानिक करार दिया है। उन्होंने पार्टी संविधान का हवाला देते हुए कई ऐसी दलीलें पेश की, जिनके आधार पर दावा किया जा रहा कि अजय चौटाला यह बैठक बुलाने के लिए पात्र नहीं हैैं।
अजय चौटाला द्वारा जारी किया गया पत्र।
अभय चौटाला गुट ने खारिज की बैठक, कहा-अजय चौटाला को नहीं बैठक बुलाने का हक
अजय चौटाला द्वारा जारी पत्र के अनुसार 17 नवंबर की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक दोपहर एक बजे जींद के जुलाना रोड स्थित दीप पैलेस में होगी। बैठक में सभी प्रदेश पदाधिकारियों, सदस्यों, विशेष आमंत्रित सदस्यों, कार्यकारी सदस्यों, सांसदों, राज्यसभा सदस्यों, विधायकों, पूर्व सांसद, पूर्व राज्यसभा सदस्य, पूर्व विधायकों, जिला, हलका व शहरी अध्यक्ष, प्रकोष्ठों के प्रदेश अध्यक्ष तथा जिला संयोजकों को बुलाया गया है।
बैठक से गैर हाजिर विधायकों व पदाधिकारियों पर कार्रवाई संभव
अजय चौटाला द्वारा बुलाई गई बैठक में भाग नहीं लेने वाले विधायकों व पदाधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई संभव है। यह भी संभव है कि बैठक में भाग नहीं लेने पर अभय चौटाला को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया जाए। उनके साथ कुछ और नेताओं के निष्कासन की रणनीति बनाई जा रही है। अजय ने पत्र में खास दिशा निर्देश जारी नहीं किए, लेकिन मौखिक तौर पर उनके समर्थकों ने स्पष्ट कर दिया कि यदि कोई नेता या पदाधिकारी बैठक में शामिल नहीं होगा तो उसे इसकी पूर्व सूचना देनी होगी। बैठक से गैर हाजिरी अनुशासनहीनता मानी जाएगी।
अभय चौटाला गुट ने कहा, 17 नवंबर की पार्टी की अधिकृत बैठक नहीं
इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा इस बैठक पर चुप्पी साधे हुए हैैं, लेकिन प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण आत्रेय ने कहा है कि 17 नवंबर की होने वाली कथित बैठक असंवैधानिक है। प्रवीण के अनुसार, पार्टी संविधान में सिर्फ प्रदेश अध्यक्ष, राष्ट्रीय अध्यक्ष अथवा उनके द्वारा नामित अधिकृत व्यक्ति ही प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बुला सकता है। अजय सिंह चौटाला न तो अधिकृत हैं और न ही नामित हैैं। उन्हें बैठक बुलाने का कोई अधिकार नहीं है। इसलिए इसे इनेलो की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक नहीं कहा जा सकता।