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Deputy speaker पद जा सकता है निर्दलीय विधायकों के खाते में, JJP की भी निगाह

Haryana Assembly में डिप्टी स्पीकर (Deputy speaker ) का पद भाजपा सरकार को बिना शर्त समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायकों के खाते में जा सकता है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Mon, 25 Nov 2019 07:15 AM (IST)Updated: Mon, 25 Nov 2019 08:56 PM (IST)
Deputy speaker पद जा सकता है निर्दलीय विधायकों के खाते में, JJP की भी निगाह
Deputy speaker पद जा सकता है निर्दलीय विधायकों के खाते में, JJP की भी निगाह

जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा में डिप्टी स्पीकर (Deputy speaker ) का पद भाजपा सरकार को बिना शर्त समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायकों के खाते में जा सकता है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मंत्रिमंडल में जिन जातियों को प्रतिनिधित्व मिलने से रह गया, उनमें से एक जाति के लोगों को डिप्टी स्पीकर का पद देकर खुश किया जा सकता है।

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विधानसभा के 26 नवंबर को होने वाले एक दिवसीय विशेष सत्र (One day special session) में डिप्टी स्पीकर का चुनाव भी होगा। यह चुनाव निर्विरोध होगा। विधानसभा में भाजपा के 40 और जजपा के 10 विधायक हैैं। सात निर्दलीय विधायकों ने भी सरकार को समर्थन दे रखा है। पंचकूला के विधायक ज्ञानचंद गुप्ता स्पीकर बन चुके। एक निर्दलीय विधायक रणजीत सिंह चौटाला को सरकार ने कैबिनेट मंत्री बनाया है।

मनोहर लाल के मंत्रिमंडल में राजपूत, अति पिछड़ा वर्ग, रोड और वैश्य समुदाय को उनकी विधायक संख्या के आधार पर समुचित प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया है। वैश्य समुदाय से ज्ञानचंद गुप्ता स्पीकर बन गए, जिस कारण डिप्टी स्पीकर के पद पर इस वर्ग की दावेदारी खत्म हो गई है। डिप्टी स्पीकर के पद पर जननायक जनता पार्टी की भी निगाह है। दुष्यंत चौटाला दलित समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले चौ. ईश्वर सिंह के लिए डिप्टी स्पीकर का पद मांग सकते हैैं।

भाजपा इस पद पर अपनी पसंद के विधायक को नियुक्त करना चाहती है। सात निर्दलीय विधायकों में चार जाट हैैं। इनमें से एक रणजीत सिंह चौटाला मंत्रिमंडल में एडजस्ट हो चुके हैैं। बाकी बचे तीन विधायकों में नैनपाल सिंह रावत राजपूत समाज का प्रतिनिधित्व करते हैैं। रणधीर गोलन रोड समाज और धर्मपाल गोंदर दलित समुदाय के प्रतिनिधि हैं।

भाजपा ने यदि निर्दलीय विधायकों के प्रति दरियादिली दिखाई तो पृथला के विधायक नैनपाल रावत को मुख्यमंत्री के प्रति पुरानी वफादारी का इनाम मिल सकता है। भाजपा संगठन में भी उनकी मजबूत पैठ है। टिकट नहीं मिलने की वजह से ही रावत ने बगावत की थी। निर्दलीय विधायकों की तरफ से भाजपा को समर्थन करने वाले नैनपाल रावत पहले एमएलए हैैं। रोड बिरादरी को यदि प्रतिनिधित्व दिया गया तो रणधीर गोलन की दावेदारी मजबूत बनती है।

भाजपा के पास घरौंडा के विधायक हरविंद्र कल्याण भी रोड हैैं। पार्टी ने डिप्टी स्पीकर का पद अपने पास रखा तो हरविंद्र कल्याण की दावेदारी मजबूत रहेगी। अति पिछड़ा वर्ग में भाजपा के पास नलवा के विधायक रणबीर गंगवा के रूप में मजबूत चेहरा हैैं, जबकि इंद्री के विधायक रामकुमार कश्यप भी इस पद पर दावेदारी जता सकते हैैं।

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