ब्रांडेड कपड़ों को टक्कर देगी खादी, हर शहर में होंगे शोरूम
हरियाणा में ब्रांडेड कपड़ों को अब खादी टक्कर देती दिखेगी। अपने गठन के 50 साल पूरे करने जा रहे खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड ने सभी जिलों में शोरूम खोलने की तैयारी कर ली है।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा में ब्रांडेड कपड़ों को अब खादी टक्कर देती दिखेगी। अपने गठन के 50 साल पूरे करने जा रहे खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड ने सभी जिलों में शोरूम खोलने की तैयारी कर ली है। इन शोरूम में खादी के अलावा दूसरे आकर्षक उत्पाद भी बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे।
खादी को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने विभिन्न स्तरों पर प्लानिंग की है। पंचकूला में हाल ही में हुई बोर्ड की बैठक में विभिन्न प्रस्तावों पर मुहर लगाते हुए इन्हें अमलीजामा पहनाने की कवायद शुरू कर दी गई है। सभी शहर और कस्बों में हर-खादी नामक सब स्टोर खोले जाएंगे, ताकि स्वदेशी उत्पाद घर के पास ही आसानी से मिल सकें। इससे ग्रामोद्योग की इकाइयों को प्रोत्साहन मिलेगा और उनकी उत्पादन क्षमता बढ़ने के साथ ही युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। बकायदा फैशन शो के जरिये युवाओं को खादी से जोड़ा जाएगा।
पंचकूला में बोर्ड का बिक्री केंद्र शुरू हो चुका जिसके सकारात्मक परिणाम आए हैं। जल्द ही गुरुग्राम में भी ऐसा ही बिक्री केंद्र खोला जाएगा, जिसमें वह सब सामान मिलेगा, जो शॉपिंग मॉल में मिलता है। हरियाणा खादी व ग्रामोद्योग बोर्ड की चेयरपर्सन गार्गी कक्कड़ ने बताया कि नए साल में हर जिले में बिक्री केंद्र स्थापित किए जाएंगे और अब जेलों में बंद महिलाओं को अपने साथ जोड़कर उन्हें रोजगार देने की नई पहल शुरू की जाएगी।
खादी बोर्ड से जीएसटी हटाने का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है। खादी के स्टाइलिश और डिजायनर कपड़ों के लिए राष्ट्रीय संस्थानों से टाई-अप किया जाएगा। उनकी प्रौद्योगिकी अपनाने के लिए सरकार लागत की 50 फीसद तक वित्तीय सहायता देगी। मार्केट फीस और एचआरडीएफ 0.25 फीसद कर दी गई है।
प्रदेश में पहले वाशिंग प्लांट की तैयारी
हरियाणा में खादी के बढ़ते चलन को लेकर वाशिंग प्लांट की जरूरत महसूस होने लगी है। हरियाणा में खादी के बढ़ते बाजार के मद्देनजर खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड ने प्रदेश सरकार से वाङ्क्षशग प्लांट स्थापित करने की सिफारिश की है।