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बरोदा के अखाड़े में पहलवान योगेश्वर और इंदुराज की 'कुश्‍ती' में कपूर नरवाल का 'ट्रैप'

हरियाणा के बरोदा उपचुनाव के अखाड़े में पहलवान योगेश्‍वर दत्‍त और इंदुराज नरवाल के मुकाबले में कपूर नरवाल ट्रैप दांव लगाएंगे। कांग्रेस का टिकट न मिलने के बाद कपूर नरवाल बरोदा उपचुनाव में पंचायती उम्‍मीदवार के रूप में मैदान में उतरे हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 16 Oct 2020 05:20 PM (IST)Updated: Fri, 16 Oct 2020 05:20 PM (IST)
बरोदा के अखाड़े में पहलवान योगेश्वर और इंदुराज की 'कुश्‍ती' में कपूर नरवाल का 'ट्रैप'
बरोदा उपचुनाव मेें कांग्रेस प्रत्‍याशी इंदुराज नरवाल (बाएं ऊपर), पंचायती प्रत्‍याशी कपूर नरवाल (बाएं नीचे) और भाजपा प्रत्‍याशी योगेश्‍वर दत्‍त।

नई दिल्ली, [बिजेंद्र बंसल]। हरियाणा के के बरोदा उपचुनाव क‍े सियासी अखाड़े में पहलवान योगेश्‍वर दत्‍त और इंदुराज नरवाल की कुश्‍ती में डा. कपूर नरवाल 'ट्रैप दांव' लगाएंगे। भाजपा प्रत्‍याशी योगेश्‍वर दत्‍त और कांग्रेस के उम्‍मीदवार इंदुराज नरवाल के साथ ही डा. कपूर नरवाल पंचायती उम्‍मीदवार के रूप में उतरे हैं। कांग्रेस का टिकट प्राप्‍त करने में नाकाम रहने के बाद डा. नरवाल ने शुक्रवार को निर्दलीय उम्‍मीदवार के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया।

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बरोउा उपचुनाव के लिए नामांकन भरने के अंतिम दिन कांग्रेस ने भाजपा के पहलवान योगेश्वर दत्त के सामने इंदूराज नरवाल को मैदान में उतारा। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने वायदे के बावजूद डा. कपूर नरवाल को टिकट नहीं दिलवा पाए। डा. नरवाल फिलहाल भाजपा में हैं और 2009 व 2014 का चुनाव वह इनेलो के टिकट पर लड़ चुके हैं। इस बार बरोदा हल्के में उन्हें मजबूत उम्मीदवार के रूप में देखा जा रहा था।

पहले जननायक जनता पार्टी की तरफ से भाजपा को गठबंधन प्रत्याशी के रूप में डा. कपूर नरवाल का नाम सुझाया गया था लेकिन बाद में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने उन्हें कांग्रेस टिकट के लिए आश्वस्त किया। इसी कारण बृहस्‍पतिवार को डा. कपूर नरवाल दिल्ली आ गए थे। इसके बाद काग्रेस टिकट न मिलने के बाद शुक्रवार को डा. नरवाल ने अब पंचायती उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का ऐलान किया। महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने उपचुनाव में डा. कपूर नरवाल का साथ देने की घोषणा की है। इनेलो ने बरोदा में जोगेंद्र मलिक को अपना उम्मीदवार बनाया है।

चारकोणीय मुकाबले में फंसेगा बरोदा

बरोदा हल्के में इस बार मुख्य मुकाबला कांग्रेस के इंदूराज नरवाल और भाजपा के योगेश्वर दत्त के बीच होगा तो पंचायती उम्मीदवार कपूर नरवाल और इनेलो के जोगेंद्र मलिक इस मुकाबले को चारकोणीय बनाएंगे।

कांग्रेस नेताओं के आपसी टकराव से नहीं मिला टिकट: कपूर नरवाल

पंचायती उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र दाखिल करने वाले कपूर नरवाल का कहना है कि उन्हें खुद पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने टिकट देने के लिए दिल्ली बुलाया था। भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा उन्हें टिकट देना चाहते थे लेकिन कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा अड़ गईं और उन्होंने उनकी बजाए इंदुराज नरवाल को टिकट दिलवा दिया। कपूर नरवाल का कहना है कि हुड्डा और सैलजा के बीच राजनीतिक टकराव के चलते उन्हें टिकट नहीं मिला है।

हुड्डा साहब ने ही दिया इंदुराज नरवाल का नाम: सैलजा

दूसरी ओर, हरियाणा कांग्रेस की अध्‍यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ही इंदुराज नरवाल का नाम दिया था। इंदुराज नरवाल की जीत को लेकर अच्छा फीडबैक मिल रहा है। कांग्रेस एकजुट है और इस चुनाव में कांग्रेस भारी मतों से जीत दर्ज करेगी।

पार्टी काडर को आगे बढ़ाने का संदेश दे गईं सैलजा

बरोदा उपचुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की पसंद के उम्मीदवार डाक्टर कपूर चंद नरवाल काे टिकट नहीं देकर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने पार्टी काडर को आगे बढ़ाने का संदेश दिया है। असल में हुड्डा ने अपने पुराने साथी श्रीकृष्ण हुड्डा की असामयिक मौत के बाद खाली हुई बरोदा सीट पर कपूर नरवाल को चुनाव लड़ाने के लिए इसलिए कहा कि उनका अपना बंधा हुआ वोट बैंक भी है। इसलिए हुड्डा ने पार्टी काडर को छोड़कर भाजपा के सामने भारी मतों से जीत दर्ज करने का दम रखने वाले कपूर नरवाल काे टिकट देने की सिफारिश की।

वायदे के बावजूद पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा डाक्टर कपूर नरवाल को नहीं दिला पाए कांग्रेस का टिकट

सैलजा इस सीट से हुड्डा के करीबी परिवार श्रीकृष्ण हुड्डा के पुत्र जीतेंद्र या पुत्रवधु गायत्री हुड्डा को टिकट दिलवाना चाहती थीं। सैलजा का तर्क था कि जीतेंद्र हुड्डा या गायत्री हुड्डा को टिकट दिए जाने से कांग्रेस को सांत्वना वोट भी मिलेंगे। लेकिन हुड्डा शुरू से ही श्रीकृष्ण हुड्डा के परिवार की बजाए किसी दूसरे उम्मीदवार को टिकट देने के पक्षधर थे। इस क्रम में शुरूआत में उन्होंने इंदुराज नरवाल का नाम भी दिया था, लेकिन बाद में कपूर नरवाल का नाम आगे बढ़ाने लगे।

कपूर नरवाल चूंकि भाजपा में थे इसीलिए सैलजा ने हाईकमान तक यह बात पहुंचा दी कि इससे पार्टी कार्यकर्ताओं में गलत संदेश जाएगा। बरोदा हल्के के चुनाव में हाईकमान भूपेंद्र सिंह हुड्डा को नाराज नहीं करना चाहती थी मगर सैलजा को तर्क को भी दरकिनार नहीं करना चाहता था। इसलिए हुड्डा से ही ऐसा नाम पूछा गया जो पार्टी काडर से हो। गुरुवार रात डेढ़ बजे हुड्डा कपूर नरवाल के टिकट पर अड़े रहे लेकिन जब पार्टी के हरियाणा प्रभारी विवेक बंसल ने यह साफ कर दिया कि कपूर नरवाल को छोड़कर किसी भी कार्यकर्ता को टिकट दिया जा सकता है तो हुड्डा ने इंदूराज नरवाल को नाम दिया। इंदूराज नरवाल के नाम को अंतिम रूप सैलजा के साथ विवेक बंसल और पूर्व मंत्री किरण चौधरी ने दिया।


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