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हरियाणा के सीएम बोले- किसान आंदोलन की आड़ में सीमाएं तोड़ेंगे तो मजबूरी में सख्ती करनी ही पड़ेगी

हरियाणा के मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल ने किसान आंदोलन के नाम पर भाजपा व जजपा नेताओं के खिलाफ उपद्रव को लेकर कड़ा रुख दिखाया है। उन्‍होंने कहा कि यदि किसान आंदोलन के नाम पर सीमाएं तोड़ेंगे तो मजबूरी में सख्‍ती ताे दिखानी ही पड़ेगी।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Wed, 07 Apr 2021 06:00 AM (IST)Updated: Wed, 07 Apr 2021 06:00 AM (IST)
हरियाणा के सीएम बोले- किसान आंदोलन की आड़ में सीमाएं तोड़ेंगे तो मजबूरी में सख्ती करनी ही पड़ेगी
हरियाणा के मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल की फाइल फोटो।

चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किसाने आंदोलन के नाम पर भाजपा और जजपा नेताओं के खिलाफ हिंसक विरोध पर कड़ा रुख दिखाया है। उन्‍होंने कहा कि किसान आंदोलन की आड़ में यदि अराजक किस्म के लोग अपनी सीमाएं तोड़ेंगे तो मजबूरी में सरकार को सख्ती करनी पड़ेगी। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार की कोई विफलता नहीं है। जनहित में योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है, लेकिन विपक्ष में बैठे लोग शरारत करने पर उतर आए हैं। उन्हें यह शोभा नहीं देता।

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किसान जत्थेबंदियों के उपद्रव पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिखाया कड़ा रुख

बता दें कि तीन कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसान जत्थेबंदियों के बीच कुछ लोग गठबंधन की सरकार के नेताओं का विरोध कर रहे हैं। करनाल, हिसार, रोहतक, जींद और उचाना में यह विरोध हो चुका है। मंगलवार को कुरुक्षेत्र के भाजपा सांसद नायब सिंह सैनी पर हमला किया गया। सरकार के मंत्रियों और नेताओं को कड़ी सुरक्षा में जिलों में जाना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल का कहना है कि विरोध करने का एक तरीका होता है, लेकिन सारी सीमाएं लांघी जा रही हैं।

कहा- विरोध प्रदर्शन का हिंसक तरीका सही नहीं, सरकार बातचीत के लिए तैयार है

मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कहा कि आज सांसद पर हमला किया गया। उससे पहले भी ऐसे कई प्रयास हो चुके हैं। विरोध करने वाले हालांकि हमारे ही परिवार के लोग हैं, लेकिन उनके कंधे का इस्तेमाल हो रहा है। उन्हें इस बात को समझना होगा। अभी हमने संयम बरता हुआ है, लेकिन हमारे संयम को कोई कमजोरी न समझे। यदि जरा भी सख्ती की गई तो यही लोग कहेंगे कि सरकार ने सख्ती कर दी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसान संगठनों से बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन जब वह स्वयं ही बातचीत करने को आगे न आएं तो क्या किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने इससे पहले चंडीगढ़ के सेक्टर तीन भाजपा कार्यालय में पार्टी का झंडा फहराया। भाजपा के स्थापना दिवस पर राज्य भर में कार्यक्रम आयोजित किए गए। प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने झज्जर में पार्टी का झंडा फहराया। मुख्यमंत्री ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय और डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की तस्वीरों पर पुष्प अर्पित किए। उन्होंने कहा कि पार्टी ने छोटे स्तर से लेकर अब तक  की सबसे बड़ी पार्टी बनने तक का सफर तय किया है। यह कार्यकर्ताओं की मेहनत, वरिष्ठ नेताओं का मार्गदर्शन और जनता के प्यार का नतीजा है। ऐसा भी समय आएगा, जब पश्चिम बंगाल में भाजपा अपनी सरकार बनाएगी।

मंडियों में नहीं आने दी जाएगी कोई दिक्कत

मंडियों में गेहूं खरीद में आ रही अव्यवस्थाओं पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कहीं भी ऐसा नहीं है। मंडियों में क्षमता के हिसाब से गेहूं नहीं आ रही है। इसके 10 अप्रैल के आसपास आने की संभावना है।  जब तक अनाज कम आ रहा है, तब तक बिना मैसेज के गेहूं खरीदने की छूट दी है। ऐसा नहीं है कि भविष्य में यह छूट जारी रहेगी। राज्य की मंडियों में किसी तरह की अफरा-तफरी न मचे और किसानों को अपनी फसल बेचने में किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े, इसलिए सरकार तमाम सुविधाएं मुहैया करा रही है।


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