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IAS सोनल गोयल ने फहराया हरियाणवी संस्कृति का ध्वज, एक साथ कई मोर्चों पर काम

आइएएस अफसर सोनल गोयल की जिंदगी का एक सूत्र वाक्य है हौसले फतह की बुनियाद हुआ करते हैं कांपते हाथ से तलवार उठाया नहीं जाती।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Thu, 13 Aug 2020 10:06 AM (IST)Updated: Thu, 13 Aug 2020 11:42 AM (IST)
IAS सोनल गोयल ने फहराया हरियाणवी संस्कृति का ध्वज, एक साथ कई मोर्चों पर काम
IAS सोनल गोयल ने फहराया हरियाणवी संस्कृति का ध्वज, एक साथ कई मोर्चों पर काम

चंडीगढ़ [अनुराग अग्रवाल]। केंद्र व राज्य सरकार की प्रशासनिक सेवा में बहुत कम अधिकारी ऐसे होते हैं, जो एक साथ कई मोर्चों पर काम करते नजर आते हैं। इनमें एक महिला आइएएस अधिकारी हैं सोनल गोयल, जो एक साथ कई मोर्चों पर काम कर रही हैं। कोरोना काल में जब सब नेता और अधिकारी अपने घरों पर रहकर अपने-अपने तरीके से सरकारी काम कर रहे थे, तब सोनल गोयल ने एक साथ कई मोर्चे संभाल रखे थे।

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सोनल ने न केवल घर और दफ्तर में ड्यूटी को पूरी जिम्मेदारी के साथ निभाया, बल्कि डिजिटल मोड के जरिये एक के बाद एक कई सेमिनार, कॉन्फ्रेंस तथा टॉक शो का आयोजन कर लोगों खासकर महिलाओं व युवाओं में नया जोश भरने का काम किया है। भारतीय व हरियाणवी संस्कृति का प्रोत्साहन, टाइम मैनेजमेंट, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी तथा तनाव रहित जीवन जीने का तरीका सोनल गोयल के टॉक शो के अहम हिस्से रहे हैं।

सोनल गोयल देश की टॉप 25 सशक्त महिलाओं में शामिल हैं। झज्जर की जिला उपायुक्त, फरीदाबाद नगर निगम की आयुक्त और गुरुग्राम मेट्रोपोलेटिन डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीएमडीए) की एडीशनल सीइओ के पद पर कार्य करने के बाद सोनल गोयल गुरुग्राम मेट्रोपोलेटिन बस कारपोरेशन लिमिटेड (जीएमसीबीएल) की सीईओ के पद पर कार्यरत हैं। फिलहाल उन्होंने अवकाश ले रखा है।

सोनल की जिंदगी का एक सूत्र वाक्य है, 'हौसले फतह की बुनियाद हुआ करते हैं, कांपते हाथ से तलवार उठाया नहीं जाती।' 2008 बैच की आइएएस सोनल गोयल मूलरूप से पानीपत की रहने वाली हैं। सोनल के पिता चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। बकौल सोनल पिता ने हमेशा अपनी दोनों बेटियों को बेहतर करने के लिए प्रेरित किया। सोनल के पति आदित्य 2014 बैच के आइआरएस अधिकारी हैं।

सोशल मीडिया पर सात लाख लोग करते हैं फॉलो

कोरोना काल में सोनल गोयल ने घरेलू हिंसा, मानसिक विकास, सांस्कृतिक प्रोत्साहन, कोविड में ब्यूरोक्रेसी की भूमिका, सपने और उन्हेंं हासिल करने के तरीके, प्रतियोगी परीक्षाओं में पॉजिटिव रुख और उनमें सफलता पाने का तरीका, सफलता कितनी सरल और कितनी कठिन तथा युवा नेतृत्व पर साढ़े तीन माह के कार्यकाल में करीब दो दर्जन सेमिनार, टॉक शो तथा डिजिटल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया है।

इन आयोजनों के दौरान सोनल हरियाणा की मनोहर सरकार द्वारा किए जाने वाले कार्यों को सामने लाना नहीं भूली। सोनल अपने आयोजनों के जरिये सोशल मीडिया पर भी छाई रहीं। उनके करीब सात लाख फालोअर्स हैं। 2019 में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और ट्विटर इंडिया ने सोनल को बेस्ट वेब वंडर वुमन के खिताब से सम्मानित किया है।


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