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वेंडिग जोन के नाम पर एचएसवीपी कर देगा दुकानदारों को बर्बाद

वेंडिग जोन शहर के लिए सबसे बड़ी जरुरत है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 08 Dec 2019 09:44 PM (IST)Updated: Mon, 09 Dec 2019 06:15 AM (IST)
वेंडिग जोन के नाम पर एचएसवीपी कर देगा दुकानदारों को बर्बाद
वेंडिग जोन के नाम पर एचएसवीपी कर देगा दुकानदारों को बर्बाद

जागरण संवाददाता, पंचकूला : वेंडिग जोन शहर के लिए सबसे बड़ी जरुरत है, लेकिन जिस जगह पर हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) द्वारा वेंडिग जोन साइट अलॉट की गई है, वह बूथ मालिकों को बर्बाद करने वाला बड़ा कदम है। यदि प्राइम लॉकेशन साइट्स पर वेंडिग जोन बने तो लोग बूथों या शोरूम से सामान खरीदने की बजाय रेहड़ी का रूख करेंगे। एचएसवीपी द्वारा सेक्टर-8 में बूथों के बिल्कुल सामने वेंडिग जोन के लिए नगर निगम को जमीन दी है। जिसको लेकर बूथ मालिकों में काफी रोष है। दरअसल शहर में अलग-अलग स्थानों पर वेंडिग जोन बनाए जाने हैं, जिसकी मलकियत हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के पास है, जिन जगहों पर एचएसवीपी द्वारा वेंडिग जोन के लिए साइट अलॉट की जा रही है, वहीं पर नगर निगम द्वारा मार्किग कर वेंडिग जोन बनाया जा रहा है। राजेश जोगपाल, प्रशासक, नगर निगम पंचकूला ने कहा कि डीटीपी, एसटीपी और उच्च अधिकारियों की परमिशन लेकर अलॉट टाउन एंड कंट्री प्लानिग ने लेआउट प्लान में बदलाव करके हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) द्वारा यह स्थान वेंडिग जोन के लिये नगर निगम को स्थानांतरित किए गए हैं। जहां पर एचएसवीपी द्वारा जगह दी जाएगी। वहीं पर वेंडिग जोन बनाए जा सकते हैं, क्योंकि खाली जमीन की मलकियत एचएसवीपी के पास ही है। मार्केट के दुकानदारों ने किया विरोध

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वेलफेयर एसोसिएशन, सेक्टर-8 के सेक्टर की इनर मार्केट में अध्यक्ष सतपाल गुलाटी का कहना कि वेंडर जोन से दुकानदारों को काफी नुकसान होगा। मार्केट के दुकानदारों ने ठीक सामने वेंडिग जोन बनाए जाने का विरोध किया। इससे दुकानदारी प्रभावित होगी। दुकानों के ठीक आगे वेंडिग जोन के लिए जगह इस तरह मार्के करने की प्लानिग रद होनी चाहिए। सेक्टर-8 में छोटे बूथों के बिल्कुल सामने वेंडिग जोन के लिए जगह अलॉट की गई है। नगर निगम ड्रॉ सिस्टम के द्वारा रेहड़ी वालों को जगह अलॉट कर देगा। इन स्थानों पर डिजाइन की गई रेहड़ी लगाने की इजाजत होगी। रेहड़ी नगर निगम द्वारा अधिकृत एजेंसी से ले सकते हैं, परंतु इस बात की कोई बाध्यता नहीं है कि रेहड़ी अधिकृत एजेंसी से ही ली जाए, परंतु रेहड़ी का डिजाइन उसी तर्ज पर होना चाहिए जैसा अधिकृत एजेंसी द्वारा बनाया गया है, क्योंकि वेंडिग जोन पर स्पेस उसी हिसाब से अलॉट की जानी है। यहां हो रही उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना

जिस जगह पर दुकानदार अपनी दुकानें चला रहे हैं, उसके सामने रेहड़ी वाले रेहडि़यां लेकर सामान बेचते नजर आएंगे। मार्केट एसोसिएशन ने इस बात का कड़ा विरोध किया और कहा कि एचएसवीपी से उन्होंने करोड़ों रुपये खर्च कर बूथ खरीदे थे, लेकिन अब जिस प्रकार से एचएसवीपी ने उनके सामने वेंडिग जोन के लिए नगर निगम को जमीन दे दी, उससे उनकी दुकानदारी पूरी तरह ठप हो जाएगी। सड़क, फुटपाथ व पार्किग में किसी तरह का वेंडिग जोन बनाए जाना उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना है। वहीं एचएसवीपी पंचकूला की संपदा अधिकारी, ममता शर्मा ने कहा कि मेरे आने से पहले यह साइट्स नगर निगम को अलॉट कर दी गई थी। इसलिए मुझे जानकारी नहीं है कि कौन सी साइट कहां पर अलॉट की गई है।


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