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एचएसआइआइडीसी की ई-आक्शन हैक, 14 हजार रिजर्व प्राइस की साइट को 54 लाख तक पहुंचाया

हरियाणा औद्योगिक एवं आधारभूत संरचना विकास निगम (एचएसआइआइडीसी) की साइट को हैकर्स ने हैक कर दिया। निगम ने जिस जमीन की ई-नीलामी के लिए रिजर्व प्राइस 14 हजार 200 रुपये निर्धारित की थी कुछ ही घंटों में यह राशि 54 लाख रुपये पर पहुंच गई।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Fri, 28 Jan 2022 04:39 PM (IST)Updated: Fri, 28 Jan 2022 04:39 PM (IST)
एचएसआइआइडीसी की ई-आक्शन हैक, 14 हजार रिजर्व प्राइस की साइट को 54 लाख तक पहुंचाया
हरियाणा में एचएसआइआइडीसी की ई-आक्शन हैक। सांकेतिक फोटो

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। आइएमटी खरखौदा में जमीन के ई-आक्शन के दौरान बड़ा खेल सामने आया है। हरियाणा औद्योगिक एवं आधारभूत संरचना विकास निगम (एचएसआइआइडीसी) ने करीब साढ़े चार सौ स्क्वायर मीटर जिस जमीन की ई-नीलामी के लिए रिजर्व प्राइस 14 हजार 200 रुपये निर्धारित की थी, कुछ ही घंटों में यह राशि 54 लाख रुपये पर पहुंच गई। ई-नीलामी में शामिल लोगों ने जब इस बारे में एचएसआइआइडीसी के अधिकारियों से बात की तो उन्हें पता चला कि किसी ने विभाग की साइट से छेडछाड़ कर ई-नीलामी को प्रभावित करने की कोशिश की है।

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एचएसआइआइडीसी के प्रबंध निदेशक विकास गुप्ता के निर्देश पर चीफ कार्डिनेटर (इंडस्टरी) एवं एचओडी इस्टेट सुनील शर्मा ने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने आशंका जाहिर की है कि विभाग की ई-आक्शन को प्रभावित करने के लिए किसी ने विभाग के पोर्टल एनएसइआइटी से छेड़छाड़ करते हुए रिजर्व प्राइस से छेड़छाड़ की है, ताकि लोग इसमें शामिल न हो सकें। आइटी हेड सुरेश गर्ग के नेतृत्व में इसकी जांच बैठा दी गई है और दोषियों के खिलाफ खरखौदा थाने में एफआइआर दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है।

आइएमटी खरखौदा में ही प्रदेश सरकार मारुति को अपने नए प्लांट के लिए 800 एकड़ से ज्यादा जमीन दे रही है। यहां देश-विदेश की तमाम टाप की कंपनियां इनवेस्ट कर रही हैं। आइएमटी की ओर से समय-समय पर जमीनों की बिक्री के लिए ई-आक्शन प्रक्रिया अमल में लाई जाती है। इस बार 450 स्कवायर मीटर जमीन की ई-आक्शन रखी गई थी, जिसका रिजर्व प्राइस निर्धारित करते हुए लोगों के सामने ई-आक्शन में शामिल होने का विकल्प रखा गया था।

चीफ कार्डिनेटर (इंडस्ट्री) सुनील शर्मा के अनुसार वीरवार को सुबह सात बजे यह प्रक्रिया शुरू हो गई थी और करीब नौ बजे यह हाई रेट पर पहुंचनी शुरू हो गई। लोगों ने इस बारे में जब आइएमटी खरखौदा के अधिकारियों को अवगत कराया तो मामला मुख्यालय तक पहुंचा। तब तक काफी देर भी हो चुकी थी। रात करीब साढ़ नौ बजे जब तक कार्रवाई की जाती, तब तक ई-आक्शन का रेट 54 लाख रुपये तक पहुंच गया था।

उन्होंने बताया कि किसी ने शरारतपूर्ण तरीके से आक्शन को प्रभावित करने के लिए फेक आक्शन प्राइज लगा दिए हैं, जिससे बाकी लोग इसमें शामिल नहीं हो पाए। फेक आक्शन की सूचना के बाद रात को नौ बजकर 36 मिनट पर पूरी प्रक्रिया को रोक दिया गया था। तब एचएसआइआइडीसी के एमडी विकास गुप्ता ने इस पूरे प्रकरण की गंभीरता को समझते हुए एफआइआर कराने के आदेश दिए। सुनील शर्मा ने बताया कि आइएमटी की ई-आक्शन को प्रभावित करने वाले किसी भी व्यक्ति की पहचान कर उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।


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