राज्यसभा चुनाव : लंबा खिंच रहा है विवाद, चुनाव आयोग में अब 25 काे सुनवाई
हरियाणा में राज्यसभा चुनाव को पैदा विवाद लंबा खिंचता जा रहा है। इस मामले में चुनाव आयोग में सुनवाई सुभाष चंद्रा के पेश न होने के कारण टल गई। अब यह सुनवाई 25 जून को होगी।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के राज्यसभा चुनाव को लेकर चल रहा विवाद लंबा खिंचता जा रहा है। राज्य चुनाव आयोग में बुधवार को इस मामले पर सुनवाई नहीं हो सकी। विदेश में होने के कारण भाजपा समर्थित राज्यसभा सांसद सुभाष चंद्रा सुनवाई में नहीं पहुंचे। इस पर चुनाव आयोग ने आपत्तियां दर्ज करने व सुनवाई के लिए अगली तारीख 25 जून तय कर दी है। वहीं कांग्रेस व इनेलो समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार आरके आनंद ने सुभाष चंद्रा के पेश नहीं आने पर कड़ी आपत्ति जाहिर की है।
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आनंद हरियाणा विधानसभा में मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय सिंह दहिया के पास अपनी आपत्ति दर्ज कराने के लिए बुधवार सुबह साढ़े दस बजे पहुंच गए थे। दहिया चुनाव आयोग के चार अधिकारियों की टीम के साथ पहले से मौजूद थे। विधानसभा में विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला 11:04 बजे और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर 11:09 बजे विधानसभा पहुंचे। सचिवालय में मीडिया की एंट्री पर पूरी तरह से रोक लगी हुई थी। अभय व तंवर की मौजूदगी में आनंद ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से उनकी आपत्तियां दर्ज करने को कहा।
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आनंद उन तमाम खामियों को सूचीबद्ध कर अपने साथ ले गए थे, जो उन्हें राज्यसभा चुनाव में मतदान प्रक्रिया की सीडी देखने पर नजर आई। इस दौरान चंद्रा की ओर से उनके वकील पेश हुए। वकील ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को सुभाष चंद्रा का पत्र सौंपते हुए कहा कि वह इस केस में खुद पेश होना चाहते हैं, लेकिन फिलहाल विदेश में गए हुए हैं। इसलिए इस मामले की सुनवाई 29 जून को रखी जाए।
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सुभाष चंद्रा के वकील द्वारा मांगी गई तारीख का कड़ा विरोध करते हुए आनंद ने कहा कि इस मामले को जान-बूझकर लंबा खींचा जा रहा है। कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी भी विदेश गई हुई थी, लेकिन वह राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग करने आईं। इसके बाद सुनवाई 25 जून तय कर दी गई है।
अब शनिवार को आनंद मतदान की वीडियो रिकार्डिग के साथ कांग्रेस व इनेलो विधायकों द्वारा दिए गए शपथ-पत्रों के आधार पर अपनी आपत्तियां दर्ज करवाएंगे।
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'सच्चाई सामने लाकर रहूंगा'
'' जब हम समय पर सुनवाई के लिए आ सकते हैं तो सुभाष चंद्रा क्यों नहीं। वोटिंग में धांधली हुई है और षड्यंत्र के तहत पेन को बदला गया। पेन बदलने की वजह से ही विधायकों के वोट रद हुए हैं। सच्चाई लोगों के सामने लाई जाएगी।
- आरके आनंद, इनेलो व कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार।
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'' कांग्रेस व इनेलो एक-दूसरे को कठघरे में खड़ा कर रहे हैैं। दोनों के राजनीतिक स्वार्थ हैैं। मेरे ऊपर लगाए जा रहे आरोपों में कोई दम नहीं है और न ही कोई सबूत है। चुनाव आयोग ने पूरी पारदर्शिता से प्रक्रिया को पूरा कराया है। कांग्रेस व इनेलो विधायकों द्वारा जारी किए गए व्हिप अपराध की श्रेणी में आते हैैं।
- सुभाष चंद्रा, भाजपा समर्थित राज्यसभा उम्मीदवार।
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' कांग्रेस व इनेलो ने खेला राजनीतिक खेल'
राज्यसभा चुनाव में किसी तरह की धांधली नहीं हुई। इनेलो व कांग्रेस का बेमौसमी गठबंधन हुआ था। दोनों दल एक-दूसरे के विरोधी हैं और अपनी राजनीति के लिए इन दोनों दलों ने ये खेल खेला।
-कर्णदेव कांबोज, खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री, हरियाणा।