दिल्ली में बढ़ते कोरोना मरीजों से हरियाणा चिंतित, कहा- सभी राज्यों के लोगों का करेंगे इलाज
हरियाणा सरकार दिल्ली में कोरोना मरीजाें की संख्या बढ़ने और इससे राज्य में भी संक्रमण में वृद्धि से चिंतित है। दूसरी ओर हरियाणा ने कहा है कि सभी राज्यों मरीजों का इलाज करेगा।
नई दिल्ली, [बिजेंद्र बंसल]। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या के चलते हरियाणा सरकार की चिंता लगातार बढ़ रही है। दिल्ली सरकार ने 30 जून तक एक लाख और जुलाई माह के अंत तक कोरोना संक्रमितों की संभावित संख्या 5.5 लाख बताई है। इसके चलते हरियाणा सरकार ने राज्य की मौजूदा स्वास्थ्य सुविधाओं में इजाफा करने के लिए गंभीरता दिखाई है। इसके साथ ही हरियाणा सरकार ने कहा है कि वह सभी राज्यों के मरीजाें का इलाज करेगी। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा सरकार इलाज में कोई भेदभाव नहीं करेगा।
हरियाणा सरकार ने मौजूदा स्वास्थ्य सुविधाओं में इजाफा करने को लेकर दिखाई गंभीरता
हरियाणा सरकार ने पिछले दो दिनों में राज्य के ज्यादा कोरोना संक्रमित 15 जिलों में 14 वरिष्ठ अधिकारियों को भेजकर स्वास्थ्य सुविधाओं का आकलन कराया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव और प्रधान सचिव स्तर के इन अधिकारियों में से कुछ ने अपनी रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को दे दी है और कुछ सोमवार तक दे देंगे।
दिल्ली से सटे हरियाणा के जिला गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, झज्जर में स्वास्थ्य सुविधाओं का आकलन करके गए अधिकारियों ने तो राज्य सरकार को अगले दो माह में इन जिलों में दस हजार अतिरिक्त बेड की सुविधा तैयार करने का सुझाव दिया है। राज्य में मौजूदा समय में कोरोना संक्रमितों के लिए 36 हजार बेड की व्यवस्था है। इसके बाद यह संख्या 46 हजार हो जाएगी।
फरीदाबाद, गुरुग्राम के अस्पतालों में भी इलाज को आ रहे हैं दिल्ली के कोरोना संक्रमित
सोशल व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर दिल्ली के सरकारी अस्पतालों की दुर्दशा के बारे में दिखाई जा रही कहानियों के चलते फरीदाबाद, गुरुग्राम के निजी अस्पतालों में दिल्ली से भी कोरोना संक्रमित इलाज के लिए आ रहे हैं। जिन अधिकारियों ने राज्य सरकार को गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत व झज्जर जिलों में स्वास्थ्य सुविधाओं का आकलन करने के लिए भेजा था, उन्होंने भी इस बाबत सरकार को अपनी रिपोर्ट दी है।
इन अधिकारियों के मुताबित दिल्ली से लगते जिलों में स्वास्थ्य सुविधाओं में इजाफा करने के अलावा अब सरकार को जमीनी स्तर पर जागरूकता अभियान भी चलाने होंगे। अधिकारियों ने इसका प्रारूप भी अपने तरीकों से संबंधित जिला के अधिकारियों से विमर्श करके बनाया है।
निजी अस्पतालों को दिए सुविधा तैयार करने के निर्देश
हरियाणा सरकार ने निजी अस्पतालों को अपने यहां ऐसी व्यवस्था तैयार करने के भी आदेश दिए हैं जिसमें मरीज को उसके घर पर ही इलाज की सुविधा मिल सके। इसके लिए ऑनलाइन डॉक्टर की सुविधा, नर्स, बेड, वेंटीलेटर के अतिरिक्त इंतजाम करने को कहा गया है। फरीदाबाद व गुरुग्राम के कुछ अस्पतालों में तो यह सुविधा पहले से भी है मगर अब ज्यादातर निजी अस्पतालों को इस बाबत तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं।
हरियाणा के अस्पतालों में दिल्ली सहित सभी राज्यों के कोरोना मरीजों का होगा इलाज : दुष्यंत
हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला स्पष्ट कर दिया है कि उनके राज्य में दिल्ली सहित सभी राज्यों के कोरोना मरीजों का इलाज होगा। दुष्यंत ने दूसरे राज्यों के कोरोना मरीजों का इलाज दिल्ली के अस्पतालों में नहीं करने संबंधी दिल्ली सरकार के पूर्व के आदेश पर कहा कि यह समय राजनीति से ऊपर उठकर देश के लिए काम करने का है।उन्होंने कहा कि कोरोना के मरीजों के इलाज को लेकर प्रदेश सरकार बेहतर कार्य कर रही है।
दुष्यंत ने कहा कि चाहे किसी भी राज्य का कोरोना मरीज इलाज के लिए हरियाणा के अस्पतालों में आए हैं उनका उपचार हो रहा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के फैसले-दिल्ली के अस्पतालों में केवल दिल्ली के लोगों के इलाज किए जाने को पलटते हुए यही बात दिल्ली के उप राज्यपाल ने भी कही थी कि दिल्ली सबकी है और यहां सभी का इलाज होगा। हालांकि केजरीवाल के कथन के बाद हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने भी कहा था कि हरियाणा में सबका इलाज होगा। दुष्यंत ने एक बार फिर से हरियाणा सरकार की तरफ देश को आश्वस्त कर दिया कि हरियाणा के लिए प्रदेश और देश अलग अलग नहीं हैं।
दुष्यंत ने कहा कि गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में तो 14 इटली के नागरिकों का भी इलाज हुआ। उन्होंने बताया कि झज्जर के एम्स में हरियाणा के अलावा दिल्ली से कोरोना के मरीज आकर अपना उपचार करवा रहे हैं। इसके साथ दुष्यंत चौटाला ने बताया कि हरियाणा के सभी निजी अस्पतालों में 25 प्रतिशत बेड केवल कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि कई निजी अस्पतालों की कोरोना मरीजों को भर्ती नहीं करने की शिकायतें मिली हैं। अगर कोई निजी अस्पताल किसी भी कोरोना मरीज का इलाज करने से मना करता है तो सरकार उनका लाइसेंस तक रद करने से पीछे नहीं हटेगी।
देशभर में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों पर उपमुख्यमंत्री ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यह समय आरोप-प्रत्यरोप का नहीं है बल्कि इससे ऊपर उठते हुए कोरोना से लड़ते हुए सावधानी बरतने का है। उन्होंने कहा कि केंद्र व सभी राज्यों ने कोरोना के प्रति पिछले सवा दो महीनों से जो जागरूकता फैलाई उसे सबको मिलकर आगे ले जाना चाहिए। स्वच्छता को लेकर जितनी जागरूकता पिछले पांच वर्ष में नहीं फैल पाई उससे ज्यादा जागरूकता इन सवा दो महीनों में देशवासियों में आई। इसलिए जरूरी है कि सभी सामाजिक दूरी का पालन करते सावधानियां बरते।