बरोदा उपचुनाव में जीत से उत्साहित हरियाणा कांग्रेस अब शीघ्र बनाएगी संगठन का ताना-बाना
हरियाणा की बरोदा विधानसभा सीट के उपचुनाव में जीत से कांग्रेस बेहद उत्साहित है। इस उपचुनाव में जीेत के बाद अब हरियाणा कांग्रेस का फोकस राज्य में संगठन को ताना-बाना बनाने की है। पार्टी ने इसकी हलचल शुरू कर दी है।
नई दिल्ली, [बिजेंद्र बंसल]। बरोदा सीट उपचुनाव 2020 (Baroda Seat Byelection 20202 ) में जीत से उत्साहित कांग्रेस अब राज्य में प्रभावी संगठन बनाएगी। प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा और प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल ने इस दिशा में सार्थक पहल शुरू कर दी है। जिला स्तरीय कार्यक्रमों में बढ़चढ़कर हिस्सा ले रहे मजबूत कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी देने की दिशा में दोनों नेता नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा से भी विचार-विमर्श कर रहे हैं।
प्रदेश प्रभारी बंसल और सैलजा प्रभावी संगठन का तैयार कर रहे हैं प्रारूप
कांग्रेस संगठन में प्रदेश, जिला व ब्लाक स्तर पर महिलाओं की सक्रिय और ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए भी प्रदेशाध्यक्ष और प्रभारी के बीच कई दौर की चर्चा हो चुकी है। इन दोनों नेताओं के अलावा पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी यह चाहते हैं कि जिस तरह महिलाएं राजनीति में काफी अग्रणी भूमिका निभा रही हैं, उसके अनुरूप उन्हें संगठन में अहम पद मिलें। मगर पार्टी नेताओं के लिए महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना फिलहाल बड़ी चुनौती है।
शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों को अलग प्रतिनिधित्व देने पर हो रहा विचार
पार्टी संगठन को सैलजा नए प्रारूप में सामने लाना चाहती हैं। इसके लिए वे यह भी विचार कर रही हैं कि प्रदेश के 11 नगर निगम में संगठन का इस तरह विस्तार किया जाए कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्र का अलग प्रतिनिधित्व हो। प्रदेशाध्यक्ष को यह भी सुझाव मिल रहा है कि नगर निगम वाले जिलों में शहरी व ग्रामीण दो जिलाध्यक्ष बनाए जाएं।
संगठन नहीं होने से कांग्रेस रही सत्ता से दूर
राज्य में पिछले छह साल से अधिक समय से संगठन नहीं है। पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डाक्टर अशोक तंवर पांच साल के अपने कार्यकाल में संगठन नहीं बना पाए। अब सैलजा को भी एक साल से अधिक समय हो गया है और वह भी संगठन नहीं बना पाईं। उन्होंने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा से समन्वय कर जब संगठन का प्रारूप तैयार किया तो प्रदेश प्रभारी बदल गए। ऐसे में अब नए प्रभारी के समन्वय से नया संगठन तैयार किया जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कांग्रेस संगठन के बिना सत्ता से दूर हो रही है। नगर निगम, नगर परिषद से लेकर नगर पालिका और ग्राम पंचायतों के चुनाव में इसका सीधा असर देखने को मिल चुका है।
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'' बरोदा उपचुनाव में कांग्रेस की जीत पार्टी कार्यकर्ताओं के बूते हुई है। हम जिला स्तर पर लगातार हो रहे कार्यक्रमों में उन मजबूत कार्यकर्ताओं को चिन्हित कर रहे हैं जो पार्टी के लिए समर्पित हैं। पार्टी में संगठन को ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए हमारा प्रयास रहेगा कि इस बार प्रदेश व जिला से लेकर ब्लाक स्तर की इकाई में महिलाओं की भागीदारी भी पहले से ज्यादा हो।
- कुमारी सैलजा, अध्यक्ष, हरियाणा कांग्रेस।
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