हरियाणा फतेह के साथ मोदी की झोली भरने पर हिमाचल में मंथन
विपक्ष के हमलों से बेपरवाह हरियाणा सरकार चिंतन के लिए हिमाचल के टिंबर ट्रेल पहुंच चुकी है। शिविर का मकसद मिशन 2019 है।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा में तीन साल का कार्यकाल पूरा कर चुकी मनोहर सरकार अपने मंत्रियों व अफसरों संग हिमाचल की वादियों में पहुंच चुकी है। विपक्ष के हमलों को दरकिनार कर मुख्यमंत्री मनोहर लाल, उनकी कैबिनेट के मंत्री और अफसर शुक्रवार सुबह करीब सवा दस बजे हरियाणा सिविल सचिवालय से हरियाणा रोडवेज की दो वोल्वो बसों में सवार होकर परवाणु के टिंबर ट्रेल पहुंचे।
सरकार के मंत्री और अफसर रविवार तक टिंबर ट्रेल में भविष्य के हरियाणा का निर्माण करने की रणनीति तैयार करेंगे। साथ ही मिशन 2019 के तहत हरियाणा फतेह का रोडमैप बनाया जाएगा तो लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 10 सीटों को भाजपा के खाते में डालने की कार्य योजना भी तैयार होगी। इस एजेंडे पर काम पहले दिन से ही शुरू हो चुका है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल हिमाचल रवानगी से पहले न केवल एनएचएम कर्मियों की हड़ताल खत्म कराने में कामयाब रहे, बल्कि उच्च पुलिस अधिकारियों को भी कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी सौंपकर गए। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज वोल्वो की जगह अपनी खुद की गाड़ी से टिंबर ट्रेल पहुंचे, जबकि वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु पहले दिन के शिविर में भागीदारी नहीं कर पाएंगे। उन्होंने अपने पिता के सम्मान में रोहतक में रक्तदान शिविर लगाया हुआ है। कैप्टन शनिवार को शिविर में भागीदारी करेंगे।
किसान, शहरी विकास, पानी और रोजगार एजेंडे में
तीन दिन के चिंतन शिविर में किसानों की आय दोगुनी करने, पानी की बूंद-बूंद का इस्तेमाल करने, शहरी कायाकल्प, मेङ्क्षकग हरियाणा सक्षम तथा विकास परियोजनाओं के लिए संसाधन जुटाने के मुद्दों पर चर्चा होगी। सभी मंत्री और अफसर मिलकर सुझाव देंगे। सभी विभागों को अपना रोडमैप बताना होगा। आखिरी दिन विधायकों को भी शिविर में बुलाया गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल 17 दिसंबर की शाम को चंडीगढ़ वापस आने के बाद तीनों दिन के शिविर में हुई चर्चा की मीडिया ब्रीफिंग करेंगे।
पहली बस में सीएम और स्पीकर, दूसरी में प्रो. रामबिलास
हरियाणा सचिवालय में शुक्रवार सुबह नौ बजे से मंत्री और अधिकारी आना शुरू हो गए थे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल करीब दस बजे पहुंचे। सभी मंत्रियों व अफसरों से मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत की और बस में सवार हो गए। पहली बस में सीएम सबसे पहली सीट पर और स्पीकर कंवरपाल गुर्जर उनके साथ वाली सीट पर बैठे। इसी बस में अधिकतर मंत्री व अधिकारी सवार हुए। कुछ देर बार दूसरी बस चली, जिसमें शिक्षा एवं संसदीय कार्यमंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा सवार हुए। इस बस में दूसरा कोई मंत्री नहीं था, बल्कि कई अफसर मौजूद थे।
केबल कार के जरिए चोटी तक पहुंची सरकार
चंडीगढ़-शिमला हाइवे पर स्थित टिंबर ट्रेल तक तो हरियाणा सरकार वोल्वो बसों के जरिए पहुंची, लेकिन आगे होटल तक जाने के लिए केबल कार का सहारा लेना पड़ा। केबल कार में एक साथ में करीब दस लोग बैठ सकते हैैं, लेकिन किसी भी तरह की स्थिति से बचने के लिए आठ-आठ लोगों को लेकर केबल कार हाइट पर पहुंची।
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