कमाल: सरकार को पता नहीं और अफसरों ने बढ़ा दिया रोडवेज बसों का किराया
हरियाणा रोडवेज की पंजाब सहित अन्य राज्यों मेें जानेवाली बसों के किराये में पांच से 15 रुपये तक की वृद्धि कर दी गई है। अफसरों ने सरकार को बिना जानकारी दिए ही किराया बढा दिया।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा रोडवेज में इन दिनों कुछ ठीक नहीं चल रहा। सरकार और कर्मचारियों की तनातनी से 18 दिन की हड़ताल का दर्द यात्री अभी भूले नहीं कि अचानक से बस किराये में वृद्धि की मार पड़ गई है। दीपावली के बाद से ही चंडीगढ़ से सात पड़ोसी राज्यों में जाने वाली रोडवेज बसों का किराया बढ़ा दिया गया है। कमाल की बात है कि इस बारे में सरकार को इस बारे में पता नहीं है और अधिकारियों ने किराया बढ़ा दिया। किराया बढ़ाने की सूचना न तो परिवहन सचिव को दी गई और न ही परिवहन मंत्री।
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मीडिया में यह मुद्दा उठा तो हरियाणा सरकार ने जांच बैठा दी है कि बिना कैबिनेट की मंजूरी के किराया किसने और कैसे बढ़ाया। इसके साथ ही परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार किराये में बढ़ोत्तरी पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात करने की तैयारी में हैं। परिवहन मंत्री पंवार के मुताबिक बिना कैबिनेट की मंजूरी के किराया नहीं बढ़ाया जा सकता। यह बढ़ोतरी किस स्तर पर की गई है, इसकी जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
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खास बात यह है कि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव धनपत सिंह को भी किराया बढ़ोतरी की जानकारी नहीं है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि बिना आला अफसरों और मंत्री की मंजूरी के चंडीगढ़ से दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश व जम्मू-कश्मीर जाने वाली बसों का किराये में कैसे पांच से 15 रुपये तक की बढ़ोतरी कर दी गई।
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बताया जाता है कि पिछले दिनों पंजाब रोडवेज ने बसों के किराये में इजाफा किया था। पंजाब सरकार की अधिसूचना के आधार पर ही हरियाणा रोडवेज के अफसरों ने बिना प्रदेश सरकार को विश्वास में लिए अपनी बसाें के किराये भी बढ़ा दिए।