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स्वाइन फ्लू ने मचाया कोहराम, करीब 24 की माैत लेकिन सरकारी आंकड़ा बेहद कम

हरियाणा में स्‍वाइन फ्लू ने कोहराम मचा रखा है और काफी संख्‍या में लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। दाे माह में करीब 24 लोगों के मारे जाने की सूचना है, लेकिन सरकारी आंकड़ा बहुत कम है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Mon, 21 Jan 2019 06:07 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jan 2019 04:15 PM (IST)
स्वाइन फ्लू ने मचाया कोहराम, करीब 24 की माैत लेकिन सरकारी आंकड़ा बेहद कम
स्वाइन फ्लू ने मचाया कोहराम, करीब 24 की माैत लेकिन सरकारी आंकड़ा बेहद कम

चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा में स्वाइन फ्लू का कहर बढ़ रहा है। तापमान में लगातार गिरावट और बढ़ता संक्रमण इसकी वजह है। पूरे प्रदेश में पिछले दो माह में करीब 24 लोगों की स्वाइन फ्लू के चपेट में आने मौत हो चुकी है, लेकिन राज्य सरकार ने इस आंकड़े को खारिज कर रही है। सरकार का कहना है कि प्राइवेट अस्पतालों में आठ लोगों की मौत की सूचना है। राज्य के किसी भी सरकारी अस्पताल में स्वाइन फ्लू से कोई मौत नहीं हुई है।

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स्वाइन फ्लू के मरीजों का इलाज करने वाले डाक्टरों व कर्मचारियों को मुफ्त वैक्सीन

हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने सरकारी अस्पतालों में स्वाइन फ्लू के उपचार में लगे कर्मचारियों एवं चिकित्सकों को सरकार की ओर से फ्री वैक्सीन देने का ऐलान किया है, ताकि ऐसे अधिकारी, चिकित्सक और कर्मचारी इलाज करते समय खुद सुरक्षित रह सकें। इसके लिए स्वास्थ्य महानिदेशक को निर्देश दे दिए गए हैैं।

राजस्थान, पंजाब व दिल्ली से सटे हरियाणा के जिलों में स्वाइन फ्लू का अधिक कहर 

स्वास्थ्य मंत्री विज के अनुसार राजस्थान, दिल्ली व पंजाब के बार्डर एरिया वाले हरियाणा के जिलों में स्वाइन फ्लू के करीब 150 मामले सामने आए हैं। ये मरीज विभिन्न अस्पतालों में उपचाराधीन हैं। उन्होंने प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में समुचित दवाइयां, जांच उपकरण एवं अन्य सुविधाओं को अपडेट रखने के निर्देश दिए हैं।

जानिए... क्या हैं स्वाइन फ्लू की तीन स्टेज

 1. सामान्य स्टेज ए  - इसमें मौसमी वायरल होता है। बुखार, जुकाम, खांसी व गले में खराश की दिक्कत होती है। यह अपने आप भी ठीक हो जाता है। एंटीबायोटिक दवा के सेवन से इलाज संभव है।

 2. गंभीर स्टेज बी - इसमें कई दिनों तक लगातार खांसी, जुकाम व गले में खराश रहती है। बुखार भी होता है। इस दौरान इलाज जरूरी होता है। डॉक्टर की सलाह पर घर पर दवा का सेवन कर राहत संभव है।

3. अत्यंत गंभीर स्टेज सी - इसमें रोगी को खांसी, जुकाम, गले में खराश के अलावा सांस लेने में दिक्कत होती है। एच1 एन1 वायरस फेफड़ों पर अटैक करता है। इसके बाद लीवर, किडनी, हार्ट व दिमाग पर भी मार करता है। अगर मरीज को अन्य बीमारियां हैं, तब सैंपल जांच के लिए भिजवाना जरूरी है। इस स्टेज में तुरंत इलाज न मिलने पर मौत हो सकती है।


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